(सौरभ श्रीवास्तव) लखनऊ बक्शी का तालाब विधानसभा चुनाव अब काफी नजदीक हैं। बीते कुछ दिनों से लखनऊ की बक्शी का तालाब (169) विधानसभा में स्थानीय भाजपा विधायक के लापता होने के पोस्टर्स और बैनर्स काफी चर्चा में हैं। इन पोस्टर्स और बैनर्स के चलते स्थानीय विधायक द्वारा कई गंभीर धाराओं में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग के संयोजक ललन कुमार एवं उनके कार्यकर्ताओं पर गुड़म्बा एवं बक्शी का तालाब थाने में 2 एफआईआर दर्ज करा दी गयी। इस सिलसिले में आज लखनऊ की बक्शी का तालाब स्थित कांग्रेस कार्यालय पर यूपी कांग्रेस के मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी, ललन कुमार एवं यूपी कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने प्रेस वार्ता को बारी-बारी संबोधित किया।
नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने बताया कि इस प्रकार किसी भी व्यक्ति पर झूठी एफआई आर करना अनुचित है। लापता वाला पोस्टर ललन कुमार एवं उनके किसी भी साथी द्वारा नहीं लगाया गया। इसके बावजूद भाजपा द्वारा उन पर और उनके साथियों पर एफआईआर करा दी गयी। मैंने खुद कानून की पढ़ाई है तथा यूनिवर्सिटी टॉप किया है। पोस्टर के किसी भी अंश को देखकर यह नहीं लगता कि इस पर धारा 420 लगाई जा सकती है। इस मसले पर कोई एफआईआर नहीं बनती। इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि यह पोस्टर ललन कुमार द्वारा लगवाए गए हैं। यह एक साजिश के तहत ललन कुमार जैसे एक सच्चे जनसेवक की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। इससे स्वयं भाजपा विधायक कि छवि खराब हुई है। उनकी हार की बौखलाहट उनसे यह सब करवा रही है।
साथियों सहित उनपर हुई एफआईआर को फर्जी बताते हुए ललन ने कहा कि यह पोस्टर और बैनर मेरे द्वारा नहीं लगवाए गए हैं। मगर जिस किसी ने भी यह कार्य किया है, मैं उन्हें बधाई देता हूँ, सेल्यूट करता हूँ। उन्होंने जनता की आवाज को हम सबके सामने लाकर रख दिया है। कई खबरों और विडियो के माध्यम से यह पता चलता कि यहाँ की जनता ने पिछले साढ़े चार सालों से विधायक जी को नहीं देखा। विधायक जी द्वारा गोद लिया गया गाँव हरधौरपुर भी उनकी राह देख रहा है। बीकेटी विधानसभा से विधायक जी एवं विकास दोनों गायब है। कोरोना के भीषण संकट में कांग्रेस पार्टी के नेता कार्यकर्ताओं ने गाँव-गाँव जाकर जनसेवा के कार्य किये। मैंने स्वयं हजारों की संख्या में राशन के पैकेट वितरित किये, गाँवों को सेनेटाईज कराया, मरीजों को आक्सीजन और दवाएं उप लब्द्द कराई। यह सब मुझे बताने की जरूरत नहीं है, आप विधानसभा के विभिन्न गाँवों में जाकर पूछ सकते हैं। कोरोना संकट में भाजपा नेता अपने घरों में और कांग्रेस कार्यकर्ता जमीन पर थे।
मैंने कोई चोरी नहीं की, सेवा की है। चोरी का काम भाजपा का है। हम पर एफआ ईआर कराकर वह सोच रहे होंगे कि ललन डर जाएगा। मगर मैं गाँधी- आंबेडकर -नेहरु-पटेल को मानने वाला हूँ, मैं इन सब से नहीं डरता। मैं विधायक जी का सम्मान करता हूँ, उन्हें शुभकामनाएँ देता हूँ। मगर जनता ही बोल रही है कि वह पिछले साढ़े चार साल से लापता हैं तो क्या वह जनता पर मुकदमा करेंगे?
मेरे ऊपर भी न जाने कितने आरोप लगे मगर मैंने कभी एफआईआर नहीं कराई। भाजपा विधायक हार की आशंका से बौखलाए हुए हैं। वह चंद दिनों के मेहमान हैं। पुलिस प्रशासन से मैं कहता हूँ कि यह मुकदमें फर्जी हैं। यदि यह मुकदमें जल्दी वापस नहीं हुए तो हम थाना घेराव करेंगे।
यूपी कांग्रेस के कार्यकर्ता अंशु अवस्थी जी ने भाजपा की बौखलाहट को हास्यास्पद बताते हुए कहा कि जनता की आवाज पर एफआईआर कराना दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस का कोई भी कार्यकर्ता एफआईआर से नहीं डरता। भाजपा द्वारा कराई गयी यह एफआईआर दर्शाती है कि वह हार मान चुके हैं।
काफी चर्चा में हैं स्थानीय भाजपा विधायक के लापता होने के पोस्टर्स और बैनर्स
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