यमुना की गंदगी पर बोले केजरीवाल, अगले चुनाव से पहले साफ नदी में लगाऊंगा डुबकी, इन 6 एक्शन प्लान से होगी सफाई

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  • नवंबर 18, 2021  

केजरीवाल ने कहा कि यमुना को साफ करने के लिए हमने पूरा जोर-शोर के साथ युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया है। यमुना को साफ करने के लिए 6 एक्शन प्वाइंट्स हैं। जिसकी मैं खुद लगातार मॉनिटरिंग कर रहा हूं।

दिल्ली में यमुना की गंदगी को लेकर चले आ रहे सियासी घमासान के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉनफ्रेंस करते हुए कहा कि अगले चुनाव से पहले मैं भी यमुना में डुबकी लगाऊंगा और आप सब को भी यमुना के साफ पानी में डुबकी लगवाऊंगा। केजरीवाल ने कहा कि यमुना को साफ करने के लिए हमने पूरा जोर-शोर के साथ युद्धस्तर पर काम शुरू कर दिया है। यमुना को साफ करने के लिए 6 एक्शन प्वाइंट्स हैं। जिसकी मैं खुद लगातार मॉनिटरिंग कर रहा हूं।

1.) हमारे दिल्ली का जो सीवर है इनमें से काफी अनट्रीटेड सीवर है। जिसे बिना साफ किए हुए यमुना में गिरा दिया जाता है। जिससे यमुना गंदी होती है। दिल्ली में हमारे पास 600 एमजीडी सीवर साफ करने की क्षमता है, लेकिन हमें 750-800 एमडीजी की ज़रूरत है। पहला काम हम सीवर ट्रीटमेंट के नए प्लांट बनाने, पुराने प्लांटों की क्षमता बढ़ाने और टेक्नोलॉजी बदलने का काम कर रहे हैं। सीवर का साफ होकर निकला पानी 10/10 की शुद्धता का होना चाहिए।

2.) दिल्ली में बहुत सारे गंदे नाले बहते हैं। ये गंदे नाले जाकर यमुना में गिरते हैं। चार गंदे नालों का हम वहीं पर गंदे नाले के पानी की सफाई कर देंगे। इसके साथ ही कुछ नालों को डायवर्ट भी कर रहे हैं।

3.) बहुत सारी इंडस्ट्री वेस्ट को नालों में डाल देती हैं, इसपर नकेल कसेंगे। जो  इंडस्ट्री ट्रीटमेंट के लिए वेस्ट नहीं भेजेगी उसे बंद किया जाएगा

4.) दिल्ली में जितने झुग्गी झोपड़ी कल्सटर हैं , उनमें जनसुविधा कॉम्पलेक्स हैं। टॉयलेट्स हैं उसका सारा गंदगी अधिकतर तो सीवर में जाता है लेकिन कुछ जगह तो नालियों में बहा दिया जाता है। इसको बंद किया जाएगा।

5.) बहुत सारे इलाकें हैं जहां सीवर का पूरा नेटवर्क बिछा दिया गया है, लेकिन कई लोगों ने सीवर के कनेक्शन नहीं लिए हैं। वो अपने घर की गंदगी सीधे नाली में बहा देते हैं।  अब हमने तय किया है कि आपके घर तक का सीवर का कनेक्शन हम खुद लगा देंगे, किसी को उसके लिए आवेदन करने की जरूरत नहीं होगी, उसके बहुत कम चार्ज लगेंगे जिन्हें पानी के बिल के जरिए वसूल लिया जाएगा।

6.)  जितने भी हमारे सीवर नेटवर्क है इसकी डिसिल्टिंग का काम शुरू किया जा चुका है। ताकि इसे मजबूत किया जा सके। 

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