(अजीत सिंह) लखनऊ। बख्शी का तालाब में स्थित सिद्ध पीठ शनि धाम मंदिर, सिद्ध पीठ बगलामुखी माता मंदिर, श्री पशुपतिनाथ मंदिर, ऊं साईं बाबा मन्दिर के बड़ी ही दूर-दूर से भक्तों और श्रद्धा लुओं दर्शन करने प्रति दिन आते हैं। प्राचीन काल से बने मन्दिरों की छवि बड़ी ही रोचक, भव्य, दिव्य, विशाल, अदभुत, चमत्कार, सौंदर्य देखने में अत्यधिक लोकप्रिय लगते हैं। सनातन धर्म का नव संवत्सर इस बार विशेष योग और ग्रहों की स्थिति के बीच आएगा मन्दिर के पुजारी नरेश चंद्र शास्त्री जी ने बताया हैं। विगत 2 अप्रैल लगतार से माता की आराधना शुरू हैं यानी नवरात्रि प्रतिपदा से माता की पूजा प्रारंभ हो चुकी हैं तथा दिनांक 10 अप्रैल तक चलने वाले इस पर्व में कई शुभ योग बन रहे हैं साथ ही राशियों पर इसका प्रभाव भी अच्छा देखने को मिलेगा चैत्र नवरात्रि के दौरान इस बार 6 तिथियों में सिद्ध योग भी बन रहे हैं। अष्टमी और नवमी को सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा जिससे सर्व मनोका मनाएं पूर्ण योग भी कहा जाता हैं। नवरात्रि में अमृत सिद्धि योग रहेगा इस योग को अमृत फल देने वाला माना जाता है कष्ट निवारण करने वाला रवि योग 9 ,10 अप्रैल अष्टमी और नवमी को बन रहा हैं। इन दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ, नव दुर्गा का जाप, बगलामुखी जाप, गायत्री जाप, महामृत्युंजय जाप, नव ग्रह जप, ग्रह शांति एवं शत चंडी सहस्त्र चंडी का पाठ, और हवन इत्यादि करना लाभकारी रहेगा।
अष्टमी और नवमी को रवि पुष्य योग बन रहा है जो कि गृह प्रवेश ग्रह शांति शिक्षा संबंधी मामलों के लिए अच्छा माना जाता है कोई भी नया कार्य करने के लिए समय उत्तम होता है चेत्र नवरात्रि पर माता रानी तो घर पर आएंगी ही साथ ही ग्रहों की स्थितियां भी ऐसी बन रही हैं जो सोई किस्मतों को जगाने का काम करेंगें। इस नवरात्रि में कुंभ राशि में शुक्र और गुरु का साथ होगा मकर राशि में मंगल और शनि का साथ रहेगा मंगल और शनि का एक साथ होना साहस एवं पराक्रम में वृद्धि करने वाला रहता है इसके अलावा वृश् िचक में केतु में में सूर्य और बुध राहु और मेष में चंद्रमा होगा यह सभी स्थितियां किस्मत चमकाने वाले योग बना रहा हैं नवरात्रि में हवन अष्टमी को विशाल हवन रात्रि में 8ः30 बजे से प्रारंभ किया जाएगा। तथा विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा।
चैत नवरात्रि में शनि धाम मंदिर पर उमड़ी भक्तों की भीड़
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