पत्रकारों को संबोधित करते हुये के अनुराग ठाकुर ने सनातन धर्म की बात हो या भारतीय संस्कृति हम कुछ नया नहीं कर रहे हैं। जो देश में सालों से होता आया है उसी को आगे बढा रहे हैं। बीच में एक दौर ऐसा आया है जिसमें प्रयास नहीं हुये। लेकिन वापिस एक बार भारत अपनी पहचान दुनिया भर में बनाने में बनाने का काम कर रहा है।
ज्वालामुखी। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ज्वालामुखी में आज प्रधानमंत्री नरेन्दर मोदी के कार्यक्रम के वर्चुअली साक्षी बने। और उन्होंने मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के साथ ज्वालामुखी से पीएम मोदी के कार्यक्रम को देखा।
कार्यक्रम के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुये के अनुराग ठाकुर ने सनातन धर्म की बात हो या भारतीय संस्कृति हम कुछ नया नहीं कर रहे हैं। जो देश में सालों से होता आया है उसी को आगे बढा रहे हैं। बीच में एक दौर ऐसा आया है जिसमें प्रयास नहीं हुये। लेकिन वापिस एक बार भारत अपनी पहचान दुनिया भर में बनाने में बनाने का काम कर रहा है। अब तो अमेरिका में भी दिवाली को लेकर एक बिल लाया जा रहा है जिसमें दीपावली को राष्टरीय त्योहार के तौर पर मनाया जाये। और वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में भारत की पहचान को मान्यता मिली है।
यही नही ब्रिटेन में पांच पाउंड के सिक्के में माता लक्ष्मी की तस्वीर दूसरी तरफ महात्मा गांधी की तस्वीर है। यह अपने आप में दिखाता है कि भारत की पहचान और भारत का सार्मथ्य दुनिया में कैसे बढ रहा है। मोदी सरकार ने विश्व भर में अपनी संस्कृति को आगे बढ़ाने का भी काम किया है। भारत अपनी पहचान को दुनिया भर में बनाने का काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहते हुए कहा था कि वह उत्तराखंड में यह काम करना चाहते हैं। लेकिन भगवान शिव ने यह काम नरेंद्र मोदी के हाथों में ही लिखा था। आदि गुरु श्री शंकराचार्य की प्रतिमा को बनाना भी व अनावरण भी नरेंद्र मोदी के हाथों में ही लिखा था। लगभग 400 करोड़ के काम केदारनाथ में हुए हैं, जिससे एक बार फिर वहां जाने वाले श्रद्धालुओं को बहुत बड़ी सुविधा मिली है।
शंकराचार्य की पहले से बड़ी प्रतिमा का अनावरण भी हुआ है और चार धाम की यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए सड़क का नेशनल हाइवे का हजारों करोड़ रुपये का काम चला है उससे उन्हें लाभ मिलेगा। मोदी सरकार ने केदारनाथ धाम में काम किया गया, राम मंदिर का निर्माण किया गया। कुशी नगर हवाई अड्डे का उद्घाटन किया और सर्किट को जोड़ने का प्रयास किया गया यह अपने आप में अभूतपूर्व है। श्री शंकराचार्य ने बहुत कम आयु में देश के कौने कौने में जाकर चारों धामों की स्थापना की थी।जिस तरह से दस अखाड़ों का शुरूआत भी की और जो आज तक सनातन धर्म को आगे बढ़ाने का काम कर रहे हैं।
आज मां ज्वालामुखी के मंदिर में हैं। इस मंदिर में न केवल प्रदेश बल्कि दुनिया भर के लोग आते हैं। इसके अलावा बज्रेश्वरी, चिंतपूर्णी, चामुंडा मंदिर को भव्य रूप देकर इनका काया कल्प किया जा सकता है, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे और पर्यटन भी बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि सरकार व समाज मिलकर इन स्थानों के विकास के लिये प्रयास करना होगा।