कार्यक्षेत्र में सत्यनिष्ठा जरूरी -सुधांशु कुमार खरे
(मनोज मौर्य) ऊंचाहार रायबरेली। एनटीपीसी में चल रहे सतर्कता जागरूकता सप्ताह में विशेष अतिथि के तौर पर सीबीआई लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधांशु कुमार खरे का आगमन हुआ। परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक कमलेश सोनी ने शॉल ओढ़ाकर श्री खरे का अभिनंदन किया तथा मुख्य महाप्रबंधक ने एनटीपीसी में मनाए जा रहे सतर्कता जागरूकता सप्ताह की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के दौरान सतर्कता संबंधी चल रही गतिविधियों का सजीव प्रसारण किया गया। इसी के साथ श्री खरे ने मेधावी छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया।
कार्यक्रम के दौरान श्री खरे ने कहा कि सार्वजनिक क्षेत्रों में काम करने वाले किसी भी अधिकारी अथवा कर्मचारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद भी कोई भी जांच एजेंसी यहां तक कि सीबीआई भी तब तक आरोप पत्र दाखिल नहीं करती जब तक कि उसके खिलाफ पुख्ता सबूत न हो इसलिए जांच एजेंसी से कभी भी घबराना नहीं चाहिए बल्कि उस पर न्याय के लिए भरोसा करना चाहिए। श्री खरे परियोजना में चल रहे सतर्कता जागरूकता सप्ताह के तहत आयोजित भ्रष्टाचार निवारक संगोष्ठी में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित रहे।
श्री खरे ने परियोजना के वरिष्ठ अधिकारियों को सलाह दी कि वे अपने कार्यक्षेत्र ईमानदारी, सत्यनिष्ठा तथा पारदर्शिता के साथ कार्य करें और अगर कहीं कुछ गलत हो रहा हो तो उसकी रिपोर्ट उचित मंच पर अवश्य करें। क्योंकि किसी भी संगठन में जब कोई एक व्यक्ति भी गलत कार्य करता है तो उसे उस व्यक्ति के साथ-साथ संस्था का भी नाम बदनाम होता है। इसलिए ना तो गलत करें और ना गलत होने दें। श्री खरे ने एनटीपीसी की कार्य संस्कृति की भूरि-भूरि सराहना की और एनटीपीसी प्रबंधन को उन्हें आमंत्रित करने के लिए धन्यवाद दिया।
इस अवसर पर महाप्रबंधक (प्रचालन एवं अनुरक्षण) अरिंदम बनर्जी, महाप्रबंधक (अनुरक्षण) एस के झा, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) वंदना चतुर्वेदी तथा अपर महाप्रबंधक (सतर्कता) पकंज शेखर ने अपने विचार व्यक्त करते हुए श्री खरे का अभिनंदन किया। कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ प्रबंधक (मानव संसाधन) मेघा घई ने किया तथा आभार ज्ञापन अपर महाप्रबंधक (योजना एवं पद्धति) चन्द्रशेखर बुरलावर ने किया।
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