(संदीप सक्सेना) बलराम पुर। श्रम विभाग द्वारा निर्माण श्रमिकों के कल्याण के लिए चलाई जा रही कन्या विवाह सहायता योजना एवं मातृत्व, शिशु हितलाभ एवं बालिका योजना के लाभा र्थियों को स्वीकृत प्रमाण पत्र एवं संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत श्रमिकों की बेटियों को साइकिल वितरण कार्यक्रम का आयोजन कलेक्ट्रेट में किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि माननीय राज्यमंत्री होमगार्ड,सैनिक कल्याण, प्रांतीय रक्षक दल एवं नागरिक सुरक्षा विभाग श्री पल्टूराम जी द्वारा कन्या विवाह सहायता योजना के अंतर्गत 10 लाभार्थियों, मातृ, शिशु हितलाभ एवं बालिका मदद योजना के अंतर्गत 15 लाभार्थियों को अपने कर-कमलों से स्वीकृत पत्र एवं 101 पंजीकृत श्रमिकों की बेटियों को साइकिल वितरित किया गया।
इस अवसर पर माननीय राज्यमंत्री जी ने कहा कि योगी सरकार श्रमिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। श्रमिकों की बेटियां आगे बढ़े, सशक्त हो इसके लिए सरकार द्वारा बेटियों की शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति तथा कक्षा 10 व 12 वीं उत्तीर्ण होने पर विद्यालय आने जाने के लिए साइकिल दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में श्रम विभाग में भ्रष्टाचार व्याप्त था, योजनाओं का लाभ लेने के लिए दलालों का सहारा लेना पड़ता था, श्रमिकों के लिए चलाई जा रही योजनाओं के पैसा का बंदरबांट कर लिया जाता था।
योगी सरकार ने भ्रष्ट अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुए विभागों में व्याप्त भ्रष्टाचार को खत्म किया। लाभार्थियों का पैसा उनके सीधे खाते में भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार बिना भेदभाव के जरूरतमंदों को योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है, आज समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति को योजनाओं का लाभ मिल रहा है। माननीय राज्यमंत्री जी ने कहा कि बेटिया पढ़े-लिखे, आगे बढ़े इसके लिए योगी सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने बेटियों से कहा कि सभी पढ़ाई लिखाई ध्यान दें, जैसा कि हम देख रहे हैं आज चाहे सिविल सेवा हो,चाहे सेना हो सभी जगह बेटियां आगे हैं। सभी बेटियां पढ़-लिख कर आगे बढ़े, बेटियां सशक्त होंगी तो राष्ट्र सशक्त होगा।
इस अवसर पर सहायक श्रम आयुक्त आरके पाठक द्वारा श्रम विभाग द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया गया। उन्होंने बताया कि मातृत्व, शिशु हितलाभ एवं बालिका मदद योजना के अंतर्गत पंजीकृत पुरुष निर्माण श्रमिकों को उनकी पत्नी के संस्थागत प्रसव पर 6 हजार रुपए की आर्थिक सहायता, बालक शिशु के जन्म पर पौष्टिक आहार के लिए 20 हजार रुपए व बालिका शिशु के जन्म पर 25 हजार रुपए एकमुश्त प्रदान किया जाता है। इसके अतिरिक्त परिवार में पहली बालिका के जन्म पर एकमुश्त धनराशि 25 हजार रुपए बतौर सावधि जमा दिया जाता है।
कन्या विवाह सहायता योजना के अंतर्गत सभी पंजीकृत श्रमिक की पुत्री के विवाह के लिए 55 हजार रुपए की सहायता प्रदान की जाती है। संत रविदास शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत पंजीकृत निर्माण श्रमिकों के अधिकतम दो संतान को कक्षा 1 से उच्चतर शिक्षा हेतु छात्रवृत्ति प्रदान की जाती है तथा श्रमिकों की बेटियों को कक्षा 10 व कक्षा 12 उत्तीर्ण करने पर विद्यालय आने-जाने के लिए लेडीस साइकिल दिया जाता है।
उन्होंने सभी निर्माण श्रमिकों से अपील किया कि विभाग की योजनाओं का लाभ लेने के लिए विभाग की वेबसाइट पर अपना पंजीकरण अवश्य कराएं।
इस अवसर पर श्रम प्रवर्तन अधिकारी भूपेंद्र मिश्र, रोहित कुमार सोनी, सुनील कुमार राय, अजीत कुमार पांडे व अन्य संबंद्दित अधिकारीध्कर्मचारी व निर्माण श्रमिक उपस्थित रहे।
संत रविदास शिक्षा सहायता योजना अंतर्गत श्रमिकों की बेटियों को राज्यमंत्री ने वितरित की साइकिल
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