(शमशाद सिद्दीकी)
लखनऊ। बंथरा के नरेरा गांव में गुरुवार को एक युवक का शव संदिग्ध परिस्थितयो में मिलने से हड़कंप मच गया, पुलिस इसे दुर्घटना बता रही जबकि मृतक के परिजनों ने हत्या किए जाने की बात कही है। परिजनों ने बंथरा पुलिस पर तहरीर बदल कर मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मनमानी का आरोप लगाते हुए पुलिस कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाई है।राजधानी के बन्थरा थाना क्षेत्र में आने वाले नरेरा गांव में बुधवार देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में एक युवक का शव मिलने से हड़कम्प मच गया। मृतक की पहचान नरेरा गांव निवासी मोनू 22 वर्ष के रूप में हुई। जानकारी मिलने पर मृतक के परिजन घटनास्थल पर पहुचे और पुलिस को सूचना दी गयी। ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने आनन फानन में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। जबकि परिजनों का कहना है शव के सिर से खून बह रहा था और वहीं पर चप्पल भी पड़े थे, शव एक चादर पर था जिससे साफ था कि ये दुर्घटना नही बल्कि हत्या है। मृतक के पिता सहदेव का कहना है कि उन्होंने थाने में जो तहरीर दी थी उसमें पुत्र की हत्या किए जाने बात कही थी जबकि पुलिस ने तहरीर बदल कर घटना को दुर्घटना दिखाकर मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। परिजनों ने पुलिस कमिश्नर से न्याय की गुहार लगाते हुए निष्पक्ष जांच कराकर दोषियों के खिलाफ
कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है। मृतक के साले राजपाल का आरोप है कि बन्थरा पुलिस ने उनके द्वारा दी गई तहरीर को फाड़ दिया और अपनी तरफ से प्रार्थना पत्र लिखवाकर दुर्घटना में तहरीर बदल दी जिसमें पुलिस ने युवक की मौत को एक्सीडेंट में दिखा दिया है। वहीं ग्रामीणों में भी बन्थरा पुलिस के लिए भारी आक्रोश है। आपको बता दे कि बन्थरा प्रभारी अपने तानाशाही रवैये के कारण पहले से ही काफी चर्चित है और अपराधों में एफआईआर दर्ज करने के वजाय उस पर पर्दा डालने में काफी माहिर हैं। जैसा कि उदाहरण के तौर पर एक नजीर हत्या के मामले में एक्सीडेंट दिखाकर पर्दा डालने में लगे हुए हैं। लेकिन अधिकारियों की अनुकम्पा भी लगातार बन्थरा प्रभारी पर बनी हुई है। अफसर भी जानबूझकर ऐसे कोतवाल पर कार्रवाई करने के वजाय अपनी अनुकम्पा बनाये हुए है जिससे ईमानदार पुलिस कमिश्नर और ईमानदार मुख्यमंत्री की छवि भी धूमिल हो रही है। मृतक मोनू 22 वर्ष के पिता सहदेव ने बन्थरा थाने में दी तहरीर में बताया कि ट्रक संख्या यूपी 18 सी एम 9429 ड्राइवर का नाम सुशील ग्राम मोहनपुर थाना खीरो जिला रायबरेली का निवासी है बाबू, सुशील सहित 4 लोग अन्य ने मिलकर 29 सितम्बर बुधवार सारा दिन नरेरा दादूपुर रोड के रामशंकर यादव के घर पर शराब पी। इन्ही के पास मेरा बेटा मोनू खलासी (कंडेक्टर) का काम करता था। रात करीब 10 बजे मुझे सूचना मिली कि आपका बेटा मरा पड़ा हुआ है हम सभी परिवार के लोग घटना स्थल पर पहुंचे जहां मेरा बेटा मरा पड़ा था और नीचे दरी बिछी थी सिर के पास खून था और पैर के पास चप्पल रखे थे सिर पर गम्भीर चोटे थी और मौके पर कोई भी नहीं था।
बंथरा मे युवक का शव संदिग्ध परिस्थितयो में मिलने से मचा हड़कंप
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