उमा भारती ने ट्वीट करते ब्यूरोक्रेट्स को नसीहत दी है कि वे निकम्मे सत्तारुढ़ नेताओं से दूर रहें। ब्यूरोक्रेट्स किसी राजनीतिक दल के नौकर नहीं जनता के सेवक हैं।
दरअसल उमा भारती ने ट्वीट करते ब्यूरोक्रेट्स को नसीहत दी है कि वे निकम्मे सत्तारुढ़ नेताओं से दूर रहें। ब्यूरोक्रेट्स किसी राजनीतिक दल के नौकर नहीं जनता के सेवक हैं। ‘अफ़सरशाही देश नहीं चलने देती’, कई निक्कमे सत्तारूढ़ नेताओं के लिए रक्षा कवच का काम करता है।’ मध्य प्रदेश में गौर जी मुख्यमंत्री थे किन्तु मेरे घर पर लगभग सभी अधिकारियों की भीड़ लगी रहती थी, इससे मुझे शर्मिंदगी होती थी।
आपको बता दें कि इससे पहले उमा भारती ने ब्यूरोक्रेट्स को नेताओं का नौकर बताया था।उन्होंने कहा था कि ब्यूरोक्रेसी कुछ नहीं होती है, ब्यूरोक्रेसी चप्पल उठाने वाली होती है। उन्होंने यह भी कहा था कि ब्यूरोक्रेसी चप्पल उठाती है हमारी। ब्यूरोक्रेसी नेता को घुमाती है? नहीं…नहीं…पहले अकेले में बात हो जाती है, फिर ब्यूरोक्रेसी अकेले में फाइल बनाकर लाती है।