डीआईजी ने साइबर क्राइम रोकने हेतु 11 विन्दुओं पर दिये गए पुलिस अधीक्षकों को निर्देश

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(मोनू शर्मा) माधौगढ, जालौन। पुलिस महानिदेशक उ0प्र0, लखनऊ के निर्देश के क्रम में जनपदों के थानों पर साइबर क्राइम से बचाव एवं शिकायत पंजीकरण कराने सम्बन्धी हेल्पलाइन नम्बर की जानकारी हेतु फ्लेक्स बोर्ड लगवाने एंव साइबर नोडल अधिकारी की नियुक्ति के क्रम में दिशा निर्देश।
प्रायः यह देखा गया है कि जागरुकता की कमी के काराण आम जन साइबर क्राइम से ग्रसित हो रहा है तथा साइबर क्राइम से पीड़ित व्यक्ति अपने साथ हुई घटना के सम्बन्ध में शिकायत दर्ज कराने में परेशान हो रहा है इस समस्या को देखते हुये पुलिस उप महानिरीक्षक झांसी परिक्षेत्र, झांसी जोगेन्द्र कुमार द्वारा वरिष्ठ ध् पुलिस अधीक्षक झांसी, जालौन एवं ललितपुर को अपने-अपने जनपद के प्रत्येक थानों में आवश्यक कार्यवाही कराने हेतु निम्नाकिंत निर्देश दिये गये हैं। जपनद के प्रत्येक थाने पर साइबर अपराध की रोक सदृश्य स्थान पर एक फ्लैक्स बोर्ड लगवाया जाए जिसमें साइबर क्राइम की रोकथाम सम्बन्धी बिन्दु व पीड़ित व्यक्ति के साथ साइबर अपराध घटित होने के पश्चात उसे क्या कार्यवाही करनी चाहिए अंकित करें। फ्लैक्स बोर्ड में साइबर अपराध दर्ज कराने हेतु साइबर हेल्प लाइन नम्बर 155260, 112, वेबसाइट ूूू.बलइमतबतपउम.हवअ.पद के प्रयोग के सम्बन्ध में विवरण अंकित किया जाए तथा साइबर अपराधों से बचाव हेतु बैंक की गोपनीय जानकारी जैसे- ओ.टी.पी., सी.वी.वी. नम्बर, बैंक कार्ड नम्बर, इन्टरनेट बैंकिग का आई.डी. एवं पासवर्ड साझा न करने व किसी अज्ञात के कहने पर एनीडेस्क एवं क्यूएस एप्प को डाउनलोड न करने हेतु सचेत करें। उक्त फ्लैक्स बोर्ड निम्न बिन्दुओं पर आधारित होगा जिसमें साइबर वित्तीय धोखा धड़ी की सूचना तत्काल हेल्पलाइन नं0- 155260 ध् 112 पर दें जिससे धनराशि खाते में होल्ड कराई जा सके ,साइबर अपराध, एन.सी.सी.आर.पी. पोर्टल की वेबसाइट ूूू.बलइमतबतपउम.हवअ.पद पर दर्ज करें, खाते में के.वाई.सी. अपडेट कराने के लिए बैंकों द्वारा कभी भी किसी से व्यक्तिगत जानकारी ध् ओ.टी.पी. ध् सी.वी.वी. ध् पिन नम्बर नही मांगी जाती, किसी के कहने से कोई भी एप्प डाउनलोड न करें,किसी भी वेबसाइट पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से पहले अच्छी तरह जांच लें,ऑनलाइन सेवाएं प्रदान करने वाली कम्पनियों व सरकारी विभाग ध् कम्पनियों के कस्टमर केयर का नम्बर आधिकारिक वेबसाइट से ही प्राप्त करें, अज्ञात व्यक्ति/अज्ञात मोबाइल नम्बर द्वारा भेजी गयी लिंक को क्लिक न करें, सरकारी उपक्रम , वेबसाइट या फण्ड की आधिकारिक वेबसाइट से ही वित्तीय लेन-देन करें,किसी से पैसा प्राप्त करते समय अपनी यू.पी.आई.-आई.डी. ध् पासवर्ड न डालें, पैसा प्राप्त करते समय इसकी कोई आवश्यकता नहीं होती है, वॉलेट अपडेट और के.वाई.सी. नजदीकी ऑथराइज्ड सेंटर पर जा कर ही कराएं,अपने सोशल एकाउण्ट व बैंक खातों का पासवर्ड स्ट्रांग बनाए।
जिसमें नम्बर, अक्षर व चिन्ह तीनो हों साथ ही टू-स्टेप-वेरीफिकेशन लगाए रखें।
जनपद के सभी थानो पर पुलिस महानिदेशक उ0प्र0, लखनऊ के द्वारा साइबर अपराध को नियंत्रण करने हेतु साइबर क्राइम टीम (ब्ब्ज्) बनाये जाने हेतु निर्देशित किया जा चुका है उक्त टीम में नियुक्त मुख्य आरक्षीध्आरक्षी को साइबर अपराध से पीड़ित व्यक्ति की सहायता व थ्पतेज त्मेचवदकमत के रूप में साइबर नोडल अधिकारी नियुक्त करें। साइबर नोडल अधिकारी द्वारा साइबर अपराध पीड़ित व्यक्ति के थाने आने पर अविलम्ब उसकी समस्या सुनी जाए। तत्पश्चात वित्तीय साइबर धोखा-धीड़ी से सम्बन्धित प्रकरणों में साइबर हेल्पलाइन नं0 155260 या पुलिस हेल्पलाइन नं0 112 पर अविलम्ब पीड़ित से फोन कराकर उसकी शिकायत नियमानुसार दर्ज कराने में सहायता की जाए। उक्त नोडल अधिकारी द्वारा साइबर पीड़ित व्यक्ति की शिकायत ऑनलाइन एन.सी.सी.आर.पी.की वेबसाइट ूूू.बलइमतबतपउम.हवअ.पद पर भी कराई जाए तथा सी.सी.टी.वी. प्रभारी व थाना प्रभारी को सूचित किया जाए

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