दिल्ली के बीएल के-मैक्स हास्पिटल ने प्रयागराज में कैंसर ओपीडी सेवाएं शुरू की

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(उमेश कुमार सिंह) प्रयागराज। दिल्ली का अग्रणी स्वास्थ्य संस्थान बीएलके- मैक्स सुपर स्पेशियल्टी हास्पिटल, पूसा रोड ने आज प्रयाग राज स्थित शांति विलास ईएनटी हास्पिटल के सहयोग से शहर में कैंसर ओपीडी सेवाएं शुरू कर दी। यह ओपीडी बीएलके मैक्स हॉस्पिटल द्वारा मरीजों की सुविधा के लिए उठाया गया एक और अहम कदम है ताकि उन्हें सुलभ तरीके से गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। यहां रोबोटिक सर्जरी के जरिये सिर और गर्दन, छाती, फेफड़े, भोजन नली तथा जीआई ट्रैक्ट और यूरोलॉजी कैंसर के समग्र एवं एकीकृत इलाज के लिए विशेषज्ञों की सलाह दी जाएगी।
ओपीडी सेवाओं का शुभारंभ बीएलके -मैक्स कैंसर सेंटर में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी एंड रोबोटिक सर्जरी के कंसल्टेंट डॉ.रीतेश रंजन और डॉ. हिमांशु शुक्ला ने किया। डॉ. रीतेश रंजन और डॉ. हिमांशु शुक्ला भारत में सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के इलाज के क्षेत्र में बहुत बड़ा नाम है और उन्हें अपनी विविधतापूर्ण मरीज केंद्रित पहल के लिए बड़े पैमाने पर जाना जाता है। इस ओपीडी में परामर्श के लिए हर महीने ये डॉक्टर आते रहेंगे।
इस मौके पर डॉ. रीतेश रंजन ने कहा, हमारे पास लोग लंबे समय से बेइलाज मुंह के अल्सर, गर्दन में गांठ, आवाज में बदलाव तथा भोजन निगलने की समस्या आदि लेकर आते हैं जो सिर और गले के कैंसर के प्रारंभिक लक्षण माने जाते हैं। यदि समय पर इसकी पहचान हो जाए तो हम शुरुआती स्तर के इन कैंसरों का इलाज कर सकते हैं। सिर और गले संबंधी कैंसर के ज्यादातर मामलों का इलाज किया जा सकता है और बेहतर नतीजों के साथ मरीजों को पर्याप्त तरीके से रोगमुक्त किया जा सकता है।
हम हमेशा शुरुआती स्तर पर जांच कराने पर जोर देते हैं क्योंकि शुरुआती चरण में डायग्नोस किए गए मरीजों के जीवित रहने और जीवन की बेहतर गुणवत्ता के साथ जीने की संभावना अधिक रहती है। सिर और गर्दन के कैंसर में इलाज के कई विकल्प हैं और हम मरीजों के साथ व्यापक चर्चा तथा उनके परिवारों की काउंसिलिंग के बाद उन्हें सर्वश्रेष्ठ इलाज विकल्प चुनने और उनकी बीमारी को जड़ से खत्म करने की जरूरत है।
डॉ. हिमांशु शुक्ला ने कहा, कैंसर सर्जिकल केयर एक विशेष क्षेत्र है जिसमें विशेषज्ञता की जरूरत होती है और बीएलके मैक्स हॉस्पिटल में ऐसे मरीजों का इलाज करने वाले बेहतरीन डॉक्टरों की एक बड़ी टीम है। कैंसर के इलाज के पहले बीमारी के बारे में जानकारी बढ़ाना, परामर्श की जरूरत महसूस करना, डॉक्टरों से फॉलोअप लेने का महत्व जानना बहुत जरूरी है और प्रयागराज की यह ओपीडी इसी दिशा में बढ़ाया गया एक कदम है।
हम लोगों को कैंसर के बारे में यह बताने का प्रयास करते हैं कि कैंसर कैसे लोगों की प्रतिदिन की सामान्य गतिविधियों को सीधे तौर पर प्रभावित करता है और बेहतर इलाज तथा जीवित रहने की ज्यादा संभावना के लिए कैसे शुरुआती पहचान कराना ही महत्वपूर्ण होता है। कई देशों में विशेषज्ञ फिजिशियनों को दूरदराज के क्षेत्रों में यात्रा कर जाना पड़ता है ताकि उन क्षेत्रों में भी इलाज की सुविधा मिल सके। एक विशेषज्ञ डॉक्टर की दूरदराज इलाके में पहुंच से वहां के निवासियों को विशेषज्ञ की सलाह मिल सकती है और बेहतर इलाज और स्वास्थ्य परिणाम मिल सकते हैं।
देश में कैंसर के मामले 2018 के 13.25 लाख से बढकर 2020 में 13.92 लाख हो चुके हैं। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कैंसर के सर्वाधिक मामले उत्तर प्रदेश (2,01,319 मामले) में ही हैं। यह ओपीडी खुलने से सभी आयुवर्ग के मरीज प्रयागराज और आसपास के क्षेत्रों से आकर सर्वश्रेष्ठ परामर्श और इलाज करा सकते हैं। इसके लिए उन्हें अब यात्रा कर दूसरे शहर में जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।

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