छात्रों ने जल्दी परीक्षा कराए जाए जाने की मांग करते हुए नारेबाजी भी की। प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स का कहना था कि वे जनरल प्रमोशन नहीं चाहते, उन्हें परीक्षा देना है, ताकि उनकी पढ़ाई सार्थक हो सके।
आपको बता दें कि प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि प्रवीण पैरामेडिकल कॉलेजों में अध्ययरत छात्रों ने वर्ष 2019 में एडमिशन लिया था। और कुछ महीने बाद से ही कोरोना महामारी के कारण संबद्ध विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा आयोजित नहीं की गई।
2 साल बीत जाने के बाद भी हम सिर्फ पढ़ाई कर रहे हैं। विश्वविद्यालय ने इस संबंध में परीक्षा की तिथि घोषित भी गई थी, लेकिन अब तक परीक्षा नहीं हुई है। दरअसल 18 मई को यूनिवर्सिटी ने आगामी आदेश तक रद्द करने के निर्देश दिए थे। परीक्षा की स्थिति साफ नहीं होने के कारण छात्र परेशान हो रहे हैं।
दरअसल पैरामेडिकल छात्रों ने मुख्यमंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री, और मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी जबलपुर के कुलपति को ऑनलाइन ज्ञापन भेजा गया। उनका कहना था कि उन्होंने 2019 में एडमिशन लिया था। उसके बाद से न तो अब तक कोई परीक्षा नहीं हुई और न ही ही जनरल प्रमोशन ही मिला। 2019 में फर्स्ट ईयर वाले स्टूडेंट्स 2021 में भी फर्स्ट ईयर में ही हैं।