परिवार ने ठुकराया तो मां-बेटी को समाजसेसी ने गले लगाया

RAJNITIK BULLET
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– समाजसेवी राजवर्धन सिंह राजू ने मिशन आत्मसंतुष्टि के आश्रय स्थल में दी रामसुति और रानी को आवास और भोजन की सुविधा

 

(धमेन्द्र सिंह) हरदोई। परिवारीजनों की उपेक्षा और ठुकराए जाने से दर-दर भोजन और आश्रय के लिए भटकने को मजबूर दो वृद्ध मां और उसकी बेटी को समाजसेवी राजवर्धन सिंह राजू ने सहारा देकर गले लगाया है।
नटबीर पुलिया स्थित मिशन आत्मसंतुष्टि के आश्रय स्थल में दोनों वृद्ध महिलाओं को न सिर्फ रहने की सुविधा मिलेगी बल्कि उन्हें दोनों वक्त का भोजन और इलाज आदि की सुविधा भी दी जाएगी। यह जानकारी मिशन आत्मसंतुष्टि संस्था के कार्यालय ने दी है।
गौरतलब है कि महोलिया शिवपार मोहल्ले की रहने वाली रामसुति गुप्ता एवं उनकी बेटी सुखी रानी गुप्ता को इनके परिवारवालों ने घर से बेघर कर दिया था। पिछले कई दिनों से दोनों महिलाएं आश्रय और भोजन के लिए हरदोई शहर में दर-दर भटकने को मजबूर थीं। उनको परेशान हाल और भटकते देख किसी ने उनको मिशन आत्मसंतुष्टि के बारे में बताया।
इस पर दोनों मां-बेटी रामसुति एवं रानी गुप्ता रविवार को मिशन आत्मसंतुष्टि के कार्यालय पहुंचीं। संस्था के संरक्षक राजवर्धन सिंह राजू भैया ने दोनों से उनका हालचाल पूछा। मां-बेटी ने बताया कि दोनों को घर से निकाल दिया गया था। दोनों अब शाहबाद रोड पर एक भट्टे के पास खुले में गुजर-बसर कर रही हैं। राजू भइया ने बताया कि दोनों मां-बेटी को मिशन आत्मसंतुष्टि कार्यालय पर रहने और भोजन आदि का प्रबंध कर दिया गया है। वृद्ध मां रामसुति ने बताया कि उनके अपनों ने उन्हें घर से बेघर कर दिया, ऐसे में राजू भैया हमारे लिए किसी मसीहा से कम नहीं हैं। उन्होंने न सिर्फ हम दोनों को रहने के लिए इंतजाम किया, बल्कि खाने और इलाज आदि की भी व्यवस्था करने का भरोसा दिया है। अवसरवादी समय और मतलबी दुनिया में अपनों की बेरुखी ने हम दोनों को तोड़ दिया था। संस्था का साथ मिला तो अब जीने की उम्मीद फिर से जग गई है।

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