अनंतनाग से पांच और श्नीनगर से एक लोग को हिरासत में लिए गए हैं। बताया जा रहा है कि सुबह चार बजे से ही जम्मू कश्मीर के विभिन्न इलाकों में एनआईए का बड़ा एक्शन जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रीनगर से दारुल उलूम के चेयरमैन को हिरासत में लिया गया है।
आईएसआईएस मॉड्यूल और टेरर फंडिंग के मामले में जम्मू कश्मीर में नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी यानी एनआईए की ताबड़तोड़ छापेमारी चल रही है। जम्मू कश्मीर के श्रीनगर, अनंतनाग, अवंतिपुरा और बांदीपुरा इलाके में एनआईए की रेड चल रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एनआईए ने छह लोगों को हिरासत में भी लिया है। अनंतनाग से पांच और श्नीनगर से एक लोग को हिरासत में लिए गए हैं। बताया जा रहा है कि सुबह चार बजे से ही जम्मू कश्मीर के विभिन्न इलाकों में एनआईए का बड़ा एक्शन जारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार श्रीनगर से दारुल उलूम के चेयरमैन को हिरासत में लिया गया है। कहा जा रहा है कि ये दारुल उलूम लखनऊ में किसी दारुल उलूम के साथ एफिलेटेड है और इस कनेक्शन की जांच की जा रही है।
आतंकवादी संगठनों के साथ कथित तौर पर काम करने को लेकर जम्मू कश्मीर में करीब 11 सरकारी कर्मचारी बर्खास्त किया गया। सरकारी सूत्रों के अनुसार बर्खास्त कर्मचारियों में हिजबुल मुजाहिदीन के संस्थापक सैयद सलाहुद्दीन के बेटे भी शामिल हैं। बर्खास्त किए गए 11 कर्मचारियों में से 4 अनंतनाग के, 3 बडगाम के, 1-1 बारामूला, श्रीनगर, पुलवामा और कुपवाड़ा के हैं। इनमें से 4 शिक्षा विभाग में, 2 जम्मू-कश्मीर पुलिस में और 1 कृषि, कौशल विकास, बिजली, एसकेआईएमएस और स्वास्थ्य विभागों में कार्यरत थे। मोस्ट वांटेड आतंकवादी और आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन का सरगना सैयद सलाहुद्दीन के दो बेटे भी सरकारी नौकरी कर रहे थे। सरकारी सूत्रों ने यह भी पुष्टि की कि हिजबुल मुजाहिदीन के संस्थापक सैयद सलाहुद्दीन के बेटों को भी सरकारी सेवा से हटा दिया गया था। सैयद अहमद शकील और शाहिद यूसुफ भी आतंकी फंडिंग में शामिल थे।