(शमशाद सिद्दिकी) जिस पल का इंतजार किया जा रहा था, जिसको लेकर तमाम तरह की अटकलों लगाई जा रही थी वो घड़ी आ गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंत्रीपरिषद में विस्तार और फेरबदल किया गया। इसमें 36 नए चेहरों को शामिल किया गया है जबकि सात वर्तमान राज्यमंत्रियों को पदोन्नत कर मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। आठ नए चेहरों को भी कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन के दरबार हॉल में आयोजित एक समारोह में मंत्रिपरिषद में शामिल किए गए सभी 43 सदस्यों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री मोदी के अलावा उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल विपिन रावत सहित कई अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर मौजूद थे। प्रधानमंत्री के रूप में मई 2019 में 57 मंत्रियों के साथ अपना दूसरा कार्यकाल आरंभ करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने पहली बार केंद्रीय मंत्रिपरि षद में फेरबदल व विस्तार किया है। कैबिनेट मंत्री के रुप में इन चेहरों ने ली शपथ
नारायण राणे- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उद्धव ठाकरे को पार्टी अध्यक्ष बनाए जाने के बाद विरोध करने की वजह से 2005 में शिवसेना से निकाले गए। कांग्रेस में गए और राज्य मंत्री बने। कांग्रेस के बाद बीजेपी में आए। कोंकण के बड़े नेता के तौर पर उन्हें देखा जाता है।
सर्वानंद सोनोवाल- असम के 14वें मुख्यमंत्री रह चुके हैं। वर्तमान में असम के मजालु से विधायक हैं। छात्र नेता से उन्होंने राजनीति की शुरुआत की। कचारी जाति से ताल्लुक रखते हैं। आक्रमक युवा नेता के रुप में पहचाने जाते हैं।
वीरेंद्र कुमार- मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद हैं। अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री रहे हैं। चार दशक से राजनीति में सक्रिय हैं।महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री रह चुके हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया- मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद हैं। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में आए और मप्र में शिवराज सरकार बनवाने में अहम भूमिका निभाई। हावर्ड और स्टेनफार्ड से पढ़ाई की है। मनमोहन सिंह की सरकार में मंत्री रह चुके हैं।
राम चंद्र प्रसाद सिंह- जेडीयू के कोटे से राज्यसभा सांसद आरसीपी सिंह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं। देश के पूर्व नौकरशाह रह चुके हैं। नीतीश कुमार के प्रिसिंपल सेक्रेटरी भी रह चुके हैं।
अश्वनी वैष्णव- उड़ीसा से राज्यसभा सांसद हैं। आईआईटी कानपुर से एमटेक की डिग्री ली है। 1994 बैच के आईएएस अधिकारी रह चुके हैं।
पशुपति पारस- रामविलास पासवान के छोटे भाई हैं और बिहार के हाजीपुर से लोकसभा सांसद हैं।
किरण रिजिजू- नार्थ ईस्ट से बीजेपी का बड़ा चेहरा हैं। अरुणाचल प्रदेश के बीजेपी सांसद हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में खेल राज्यमंत्री हैं।
राजकुमार सिंह- बिहार के आरा से बीजेपी के सांसद हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में उर्जा मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं। भारत के पूर्व गृह सचिव रह चुके हैं।
हरदीप सिंह पुरी- यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि रहे हैं। 1974 बैच के आईएफएस अफसर हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में नागरिक उड्डयन मंत्री हैं।
मनसुख मंडाविया- पिछली मोदी सरकार में भी राज्यमंत्री थे। अपनी पदयात्रों के लिए मशहूर हैं। गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं। अभी दो मंत्रालय में राज्यमंत्री हैं।
भूपेंद्र यादव- बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव हैं। 25 संसदीय कमेटी के सदस्य हैं। 2012 से राज्यसभा सांसद हैं। राजनीति में आने से पहले सुप्रीम कोर्ट में वकील रह चुके हैं।
पुरुषोत्तम रुपाला- 3 बार गुजरात विधानसभा के सदस्य रहे हैं। वर्तमान में गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं। अभी कृषि मंत्रालय में राज्यमंत्री हैं। राजनीति में आने से पहले शिक्षक थे।
जी किशन रेड्डी- सिकंदराबाद से बीजेपी सांसद हैं। मौजूदा मंत्रिमंडल में गृह राज्य मंत्री हैं। आंध्र प्रदेश के पूर्व बीजेपी अध्यक्ष रह चुके हैं।
अनुराग ठाकुर- मौजूदा मंत्रिमंडल में वित्त राज्य मंत्री हैं। वर्तमान में हिमाचल के हमीरपुर से सांसद हैं। बीसीसीआई के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं।
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राज्य मंत्री की शपथ
पंकज चैधरी- यूपी के महाराजगंज से सांसद हैं। छठी बार लोकसभा पहुंचे हैं। गोरखपुर के डिप्टी मेयर रह चुके हैं।
अनुप्रिया पटेल- कुर्मी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं। बीजेपी के सहयोगी अपना दल की नेता हैं। यूपी के मिर्जापुर से सांसद हैं। मोदी सरकार-1 में भी मंत्री रह चुकी हैं।
एसपी सिंह बघेल- यूपी के आगरा से लोकसभा सांसद हैं। चैथी बार लोकसभा सांसद बने। बीजेपी से पहले सपा और बसपा में रह चुके हैं।
राजीव चंद्रशेखर- कर्नाटक से राज्यसभा सांसद हैं। बड़े कारोबारी के तौर पर पहचान है। कंप्यूटर साइंस से एमटेक हैं।
शोभा करंदलजे- उड़ीसा के उड्डपी से बीजेपी सांसद हैं। 2004 में यशवंतपुर से विधायक रही हैं। येदियुरप्पा सरकार में मंत्री रह चुकी हैं।
भानुप्रताप सिंह वर्मा- यूपी के जालैन से सांसद हैं। 1996 में पहली बार लोकसभा पहुंचे। यूपी विधानसभा के भी सदस्य रह चुके हैं। तीन दशक से राजनीतिक जीवन में हैं। पहली बार 1996 में सांसद बने।
दर्शना जरदोश- बीजेपी महिला मोर्चा की महासचिव हैं। गुजरात के सूरत से लोकसभा सदस्य हैं। 2014 में 76.6 प्रतिशत वोट हासिल किया।
मीनाक्षी लेखी- पेशे से वकील हैं। लागातर दो बार नई दिल्ली से लोकसभा पहुंचीं। सुप्रीम कोर्ट में भी वकालत की प्रैक्टिस करती हैं।
अन्नपूर्णा देवी- झारखंड और बिहार में चार बार विधायक रही हैं। बिहार सरकार में भी मंत्री रही हैं। झारखंड के कोडरमा से सांसद हैं। झारखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुकी हैं।
ए नारायणस्वामी- कर्नाटक के चित्रदुर्ग से सांसद हैं। चार बार के विधायक रहे हैं। कर्नाटक सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
कौशल किशोर- यूपी में मंत्री रह चुके हैं। यूपी के मोहनलाल गंज से सांसद हैं। पासी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं।
अजय भट्ट- नैनीताल से सांसद हैं। उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं। उत्तराखंड में नेता विपक्ष रह चुके हैं।
बीएल शर्मा- उत्तर प्रदेश बीजेपी के उपाध्यक्ष हैं। लोधी ओबीसी समुदाय से आते हैं। यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के करीबी रहे हैं। राज्यसभा सांसद हैं।
अजय कुमार- यूपी की खीरी से लोकसभा सांसद हैं। एक बार विधायक रह चुके हैं।
देवुसिंह चैहान- 2002 में एआईआर में इंजीनियर रह चुके हैं। गुजरात के खेड़ा से लोकसभा पहुंचे। दो बार गुजरात के विधायक रहे।
भगवंत खुबा- कर्नाटक के बीदर से बीजेपी सांसद हैं। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है।
कपिल पाटिल- कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन रहे हैं। एनसीपी छोड़कर बीजेपी में आए। ठाणे जिला परिषद के अध्यक्ष भी रहे हैं।
प्रतिमा भौमिक- त्रिपुरा पश्चिम से सांसद हैं। बायो साइंस से ग्रेजुएट हैं।
सुभाष सरकार- पश्चिम बंगाल के बांकुरा से सांसद हैं। रामकृष्ण मिशन से जुड़े हैं।
भगवत कराद- महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद हैं। दो बार औरंगाबाद के मेयर रहे हैं। संगठन के मामलों में माहिर माने जाते हैं।
राज कुमार रंजन सिंह- इनर मणिपुर से लोकसभा सांसद हैं। भूगोल में एमए और पीएचडी हैं।
भारती प्रवीण पवार- पेशे से डॉक्टर हैं। जिला परिषद की सदस्य रही हैं। डिंडोरी से लोकसभा सांसद हैं। एसटी समुदाय से ताल्लुक रखती हैं।
विशेश्वर टूडू- ओडिशा के मयूरभंज से लोकसभा सांसद हैं। वॉटर रिसोर्स विभाग में सीनियर इंजीनियर थे।
शांतुन ठाकुर- बंगाल के बनगांव से सांसद हैं। मतुआ समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। पिता हरिचंद ठाकुर बड़े समाज सुधारक हैं।
मुंजापारा महेंद्र भाई- गुजरात के सुरेंद्रनगर से सांसद हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के स्टैंडिंग कमेची के सदस्य हैं। कोली समाज से आते हैं।
जॉन बराला- पश्चिम बंगाल के अलीपुरद्वार से सांसद हैं। चाय बागान के श्रमिकों के लिए काम किया।
एल मुर्गुन- मद्रास हाईकोर्ट में वकील रहे हैं। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के वाइस चेयरमैन रहे हैं।
निशित प्रमाणिक- पश्चिम बंगाल के कूच बिहार से सांसद हैं। प्राइमरी स्कूल में असिस्टेंट टीचर रहे हैं।
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