महाराष्ट्र विधानसभा का दो दिवसीय सत्र की सोमवार को शुरुआत हुई। इसी के साथ ही भाजपा विधायकों ने ओबीसी आरक्षण, महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग समेत कई अन्य मुद्दों पर अपना विरोध जताया।
मुंबई। ओबीसी आरक्षण मामले को लेकर महाराष्ट्र विधानसभा में भारी हंगामा हुआ। जिसके चलते विधानसभा अध्यक्ष ने भाजपा के 12 विधायकों को एक साल के लिए निलंबित कर दिया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक निलंबित भाजपा विधायकों पर विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर विराजमान भास्कर जाधव के साथ बदसलूकी करने का आरोप है।
महाराष्ट्र विधानसभा का दो दिवसीय सत्र की सोमवार को शुरुआत हुई। इसी के साथ ही भाजपा विधायकों ने ओबीसी आरक्षण, महाराष्ट्र लोक सेवा आयोग समेत कई अन्य मुद्दों पर अपना विरोध जताया। आपको बता दें कि निलंबित किए गए विधायकों में आशीष शेलार, गिरीज महाजन, संजय कुटे, योगेश सागर, हरीश पिंपले, अतुल भातरखलकर समेत कई अन्य शामिल हैं।
फडणवीस ने आरोपों को बताया झूठा
इस संबंध में नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस का भी बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि यह एक झूठा आरोप है और विपक्षी सदस्यों की संख्या को कम करने का प्रयास है। ऐसा इसलिये किया गया क्योंकि हमने स्थानीय निकायों में ओबीसी कोटे पर सरकार के झूठ को उजागर किया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सदस्यों ने पीठासीन अधिकारी को गाली नहीं दी।
इसी बीच भाजपा नेता आशीष शेलार ने कहा कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी सरकार ‘तालीबान’ की तरह काम कर रही है। इसी बीच निलंबित विधायक अतुल भातरखलकर ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा कि ओबीसी आरक्षण से लेकर किसानों के अलग-अलग विषयों पर सरकार की असफलता को सामने आने का काम कर रहे थे। इसलिए उन्होंने हमारी आवाज को दबाने की कोशिश की है और जहां तक मेरा सवाल है तो मैं तो अपनी कुर्सी से उठा भी नहीं था। लेकिन सरकार के खिलाफ लगातार बोलता रहा हूं। ऐसे में उन्होंने बदले की भावना से यह कार्रवाई की है।