(राममिलन शर्मा)
लालगंज, रायबरेली। कस्बे के शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी एवम् विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित प्रति ष्ठित शिक्षण संस्थान न्यू स्टैं डर्ड पब्लिक स्कूल सुरेंद्र सर स्वती नगर लालगंज में भार तीय संविधान दिवस मनाया गया, कार्यक्रम की प्रथम कड़ी में विद्यालय के प्रधानाचार्य शिवांग अवस्थी ने संविधान निर्माता डाक्टर बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर जी की प्रतीमा पर मल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए साथ ही विद्यालय के शिक्षक- शिक्षिकाओं एवम् बच्चों ने भी पुष्प अर्पित उन्हें प्रणाम किया।
तत्पश्चात विद्यालय के छात्र- छात्राओं ने देश के कानून पर आधारित पोस्टर स्लोगन आदि प्रस्तुत किए। तत्पश्चात एक लघु नाटक का मंचन भी प्रस्तुत किया, वहीं कुछ बच्चे अधिवक्ता, जज, मुव क्किल आदि की वेशभूषा में उनका किरदार निभाए। कार्य क्रम को संबोधित करते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य ने बताया कि संविधान दिवस 26 नवंबर को देश भर में मनाया जाता है। राष्ट्रीय संवि धान दिवस को राष्ट्रीय कानून दिवस के नाम से भी जाना जाता है।
राष्ट्रीय संविधान दिवस को राष्ट्रीय कानून दिवस और भारतीय संविधान दिवस के नाम से भी जाना जाता है। इसलिए इसकी प्रस्तावना से लेकर इसके लिखे जाने और लागू होने तक की पूरी कहानी और कुछ तथ्य इस अवसर पर स्टूडेंट्स को पता होने चाहिए। बता दें कि 26 नवंबर 1949 को देश की संविधान सभा ने मौजूदा संविधान को विधिवत रूप से स्वीकार किया था, लेकिन इसे स्वीकार किए जाने के दो महीने बाद यानी 26 जनवरी 1950 को इस संविधान को लागू किया गया था। इसी कारण 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है।
हमारा संविधान दुनियाभर के 60 लोकतांत्रिक देशों के संविधान का मिश्रण है। इसे तैयार करने में करीब 2 साल 11 महीने 18 दिन का समय लगा था। वहीं अंतिम रूप देने से पहले इसमें 2000 से अधिक संशोधन किए गए थे। भारतीय संविधान के बारे में कहा जाए तो यह बहुत लंबा संविधान है। इसे दुनिया का लंबा संविधान कहा जाता है।
अपने मूल रूप में भारतीय संविधान में 395 अनुच्छेद, 22 खण्ड और 8 अनुसूचियां हैं। हमारे संविधान में कुल 1,45,000 शब्द हैं, जो कि पूरे विश्व में सबसे लंबा अप नाया गया संविधान है। हालां कि, इस समय हमारे संवि द्दान में 470 अनुच्छेद, 25 खण्ड और 12 अनुसूचियों के साथ- साथ 5 परिशिष्ट भी हैं। संवि धान दिवस मनाने का उद्देश्य
दरअसल सबसे पहले सोशल जस्टिस एंड एम्पावर मेंट मंत्रालय ने 26 नवंबर के दिन को संविधान दिवस मना ने का फैसला किया, जिससे इसकी वैल्यूज को प्रमोट किया जा सके।
देश के लोगों को संवि द्दान के बारे में जागरुक करने के लिए संविधान दिवस मनाया जाता है। संवै धानिक मूल्यों की जानकारी देश के हर नागरिक को हो इसके लिए संविधान दिवस मनाने का फैसला हुआ था। इसलिए इस दिन स्कूल कालेजों में भारत का संविधान की प्रस्तावना को पढ़ा जाता है और भारत के संविधान की विशेषता एवं महत्व पर चर्चा की जाती है। इसी कड़ी में विद्यालय की सामाजिक विज्ञान शिक्षिका श्रीमती रानू सिंह ने बच्चों को संविधान की प्रस्तावना सुनाई और संविधान के प्रति सभी को संकल्पित कराया। इस अवसर पर विद्यालय के सभी शिक्षक- शिक्षिकाएँ व कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल में मनाया गया संविधान दिवस
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