उ0प्र0 माटीकला बोर्ड द्वारा माटीकला शिल्पकारों को रोजगार का सुनहरा अवसर

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(राममिलन शर्मा)
रायबरेली। जिला ग्राम उद्योग अधिकारी संतोष कुमार गौतम ने बताया है कि सर्वजन को अवगत कराना है कि उ0 प्र0 माटीकला बोर्ड द्वारा संचालित माटीकला समन्वित विकास कार्यक्रम के अन्तर्गत माटीकला कौशल विकास योजना के अन्तर्गत 15 दिव सीय शिल्पकारी प्रशिक्षण हेतु वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए माटीकला के कारीगारो/ शिल्पियो को अपना उद्यम संचा लित करना सुगम हो सके। इस उद्देश्य से उनमें निहित कौशल के विकास हेतु माटी कला कौशल विकास योजना संचालित किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत दैनिक उपयोग की वस्तुए बना ना, सजावटी वस्तुए बनाना, मिट्टी के उत्पादो पर कटिंग- पच्चीकारी, चित्रकारी- नक् कासी आदि विधाओ से सम्ब न्धित 15 दिवसीय शिल्पकारी प्रशिक्षण पूर्णतः आवासीय होगा तथा प्रशिक्षण अवधि में रु 0-250.00 प्रतिदिन की दर से प्रशिक्षुवृत्ति भी प्रत्येक प्रशिक्षार्थी को प्रदान की जायेगी। दिनांक 10 जुलाई 2024 तक माटीकला की वेव साइट ूूू.नचउंजपांसं इवतंक.पद पर उ0प्र0 माटी कला बोर्ड द्वारा संचालित माटी कला समन्वित विकास कार्य क्रम के अन्तर्गत माटीकला टूल किट्स वितरण रोजगार योजना हेतु वित्तीय वर्ष 2024 -25 के लिए माटीकला के शिल्पकारो को उपकरण देने के लिए पंजीकरण शुरु किया गया है। जिसमें माटीकला से जुडे हुये प्रजापति (कुम्हार) जाति के व्यक्तियों को माटीकला से सम्बन्धित परम्परागत व प्रशिक्षित कारीगरों को विद्युत चालित चाक एवं समूह बना कर पगमिल (मिट्टी गुथने वाली मशीन) का निःशुल्क वितरण किया जाना है।
योजना के अन्तर्गत उद्यम संचालित एवं टूल किट्स प्राप्त करने के लिए ग्रामीण क्षेत्र के इच्छुक अभ्यर्थी जिन की आयु 18 वर्ष से 55 वर्ष के मध्य हो, ऐसे शिल्पकार दिनांक 10 जुलाई 2024 तक माटीकला की वेवसाइट पर आनलाइन आवेदन कर सकते है। मुख्यमंत्री माटीकला ग्रामो द्योग रोजगार योजना सर्व साधा रण को सूचित किया जाता है कि प्रजापति समाज (मिट्टी का काम करने वाले) की आर्थिक स्थिति सुदृढ कर ने के लिए राज्य सरकार द्वारा राजस्व विभाग से मिट्टी निका लने हेतु प्राप्त पट्टा धारको पराम्परागत कारीगरो (कुम्हारों) को आसान किस्सो मे बैको के माध्यम से ऋण भी उपलब्द्द कराया जायेगा। प्लास्टिक और थर्माकोल से बने पात्रो मे खाद्य वस्तुओ का सेवन स्वाथ्य के लिए हानिकारक है तथा पर्या वरण के लिए भी नुकसान दायक है। जिसके लिए उ0 प्र0 सरकार भी प्लास्टिक का चलन रोकने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके स्थान पर मिट्टी के बर्तनो को बढावा देने से प्रदू षण में कमी के साथ ही कुम्हारी कला से जुडे परिवारो की आर्थिक स्थिति मे सुधार होगा। खादी ग्रामोद्योग विभाग से माटीकला बोर्ड की ओर से शुरु की गयी मुख्यमंत्री माटी कला ग्रामोद्योग रोजगार योज ना के तहत विभिन्न प्रकार के मिट्टी के बर्तन बनाने और बेचने का कार्य करने हेतु मु0 10.00 लाख रुपये तक का बैक द्वारा दिलाया जाएगा। इसमे लाभार्थी को पांच प्रति शत अंशदान स्वयं लगाना होगा तथा प्रोजेक्ट पर 95 प्रतिशत तक की धनराशि ऋण के रुप में बैकों द्वारा स्वीकृत होगी।
जिसमे कार्यशील पूंजी को छोडकर शेष पूंजीगत ऋण धनराशि पर 25 प्रतिशत तक की धनराशि लाभार्थियो को मार्जिनमनी के रुप मे अनुदान स्वरुप प्राप्त होगी। यह धनराशि तीन वर्ष बाद ऋण खाते मे कार्य करने की दशा मे समायोजित होगी।
इच्छुक आभ्यार्थी महिला / पुरुष अपने निवास प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, फोटो, शैक्षिक योग्झता आदि प्रपत्रो के साथ अपना आवेदन पत्र 10 जुलाई 2024 तक जिला ग्रामोद्योग कार्या लय पुरानी तहसील रायबरेली में कर सकते है।

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