आजादी के इतिहास में 09 जून 2024 दर्ज हो गया! जब जवाहरलाल नेहरू के बाद लगातार तीसरी बार पीएम बनने का रिकाॅर्ड नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने बनाया

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एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी
गोंदिया। वैश्विक स्तर पर पूरी दुनियां की नजरें 09 जून 2024 संध्या 7.15 पर लगी थी, क्योंकि दुनियां के सब से बड़े लोकतंत्र भारत में एक अविस्मरणीय इतिहास रचने जा रहा था, जो 60 वर्षों में फिर दोहराया जा रहा था कि किसी एक व्यक्ति विशेष द्वारा लगातार तीसरी बार पीएम पद की शपथ यानें है ट्रिक लगाने का मौका था, क्योंकि लोकतंत्र के मंदिर में 2014 में जब वर्तमान हैट्रिक लगाकर इतिहास रचने वा ले पीएम जब संसद भवन में पहली बार पीएम बनकर पहुंचे थे तो संसद द्वार पर दंडवत होकर पूरा लेटकर संसद की चैखट पर अपना शीश निवा या था, फिर लोकतंत्र के मंदिर में अंदरदाखिल हुए थे, जो पूरी दुनियां ने प्रिंट इलेक्ट्रानिक सोशल मीडिया के माध्यम से देखा था, किसी ने शायद अंदाज नहीं लगाया होगा कि यह व्यक्तित्व दशकों का इति हास फिर दोहराएगा, यानें इसके पूर्व केवल जवाहरलाल नेहरू ने ही पीएम पद की शपथ लगातार तीन बार ली है। मैं दिनांक 09 जून 2024 को शाम 6 बजे से ही करीब सभी टीवी चैनलों पर रिमोट घुमा घुमा कर हर चैनल में देख रहा था, सभी 72 मंत्रियों की शपथ मैंने देखी जिसमें नागपुर के माननीय सांसद ने पहली बार में तो अपना नाम लिया परंतु दूसरी बार में शायद अपना नाम लेना भूल गए और सीधे मैं ईश्वर की शपथ लेता हूं बोल गए, होता है, इसमें कोई संशय नहीं, बड़ी-बड़ी खुशियों में छोटी-छोटी मिस्टेक हो जाती है बाकी सब ठीक रहा और मैंने हर एंगल से इसका वि श्लेषण कर देर रात्रि तक यह आर्टिकल बनाया जिसमें पहले का फ्री हैंड, अभी का बैसा खियां व भविष्य की रणनीति का आकलन किया हूं।चूंकि पंचवर्षीय मंत्रिमंडल एट द रेट आॅफ 3.0 स्पेशल 72 की पारी शुरू हो चुकी है, इसलिए आज हम मीडिया में उपल ब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, मैं नरेंद्र दामोदर दास मोदी…हैट्रिक। आजादी के इतिहास में 09 जून 2024 दर्ज हो गया जब जवाहर लाल नेहरू के बाद लगातार तीसरी बार पीएम बनने का रिकाॅर्ड नरेंद्र दामोदर दास मोदी ने बनाया।
साथियों बात अगर हम नई कैबिनेट स्पेशल 72 की करें तोनई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक लोक कल्याण मार्ग स्थित पीएम आवास प र हुई। हैट्रिक/3.0 की नई कैबिनेट की पूरी लिस्ट, राज नाथ सिंह अमित शाह, नितिन गडकरी जेपी नड्डा,शिवराज सिंह चैहान निर्मला सीता रमण सुब्रह्मण्यम जयशंकर, मनोहरलाल खट्टर जेडी (एस) नेता एचडी कुमारस्वामी पीयूष गोयल धर्मेंद्र प्रधान,हम नेता जीतन राम मांझी जेडी(यू) नेता ललन सिंह सर्बानंद सोनोवाल वीरेंद्र कुमार टीडी पी नेता किंजरापु राम मोहन नायडू प्रहलाद जोशी जुअल ओराम गिरिराज सिंह अश्विनी वैष्णव, ज्योतिरादित्य सिंधिया, भूपेंद्र यादव,गजेंद्र सिंह शेखा वत अन्नपूर्णा देवी, किरन रि जिजू हरदीप सिंह पुरी मन सुख मंडाविया किशन रेड्डी एलजेपी(आरवी) चिराग पास वान सी आर पाटिल राव इंद्र जीत सिंह, जितेंद्र सिंह अर्जुन राम मेघवाल, प्रतापराव गण पतराव जाधव, आरएलडी प्रमुख जयंत चैधरी, जितिन प्रसाद, श्रीपद येसो नाइक पंकज चैधरी, कृष्ण पालआरपीआई (ए) नेता अठावले रामदास बंधु राम नाथ ठाकुर, नित्यानंदराय अनुप्रिया सिंह पटेल वी सोम न्नाटीडीपी सांसद चंद्रशेखर पेम्मासानी, एस.पी.सिंह बघेल शोभा करंदलाजे कीर्ति वर्धन सिंह, बीएल वर्मा शांतनु ठाकुर सुरेश गोपी। पीएम के नेतृत्व में नई टीम में 30 कैबिनेट मंत्री हैं। वहीं, 5 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 36 राज्य मंत्री शामिल हैं। भारत के 24 राज्यों से इस टीम में मंत्रि यों को शामिल किया गया है। सभी सामाजिक समूहों से नेतृत्व को शामिल किया गया है। इसमें 27 अन्य पि छड़ा वर्ग,10 अनुसूचित जाति, 5 अनुसूचित जनजाति, 5 अल्प संख्यक शामिल हुए। साथ ही 18 वरिष्ठ मंत्री मंत्रालयों का नेतृत्व करेंगे।कैबिनेट में बीजेपी के सहयोगी दल और गठबंधन एनडीए के 11 मंत्रि यों को उनके अनुभव और विशेषज्ञता के आधार पर तय किया गया है। 43 मंत्री संसद में 3 बार का कार्यकाल पूरा करेंगे या उससे ज्यादा समय तक सेवा दे चुके हैं।वहीं, 39 मंत्री मोदी 2.0 में भी भारत सरकार में मंत्री रहे हैं। हैट्रिक 3.0 कैबिनेट में कई पूर्व मुख्य मंत्री को शामिल किया गया है। राज्य का अनुभव लेकर ये केंद्र तक पहुंचे हैं। 34 राज्य विधानसभाओं में सेवा दे चुके हैं और 23 राज्यों में मंत्री के रूप में काम कर चुके हैं।
राष्ट्रपति भवन में 7 देशों के लीडर्स के अलावा देश के फिल्म स्टार भी इस समारोह में पहुंचे, इनमें अक्षय कुमार, शाहरुख खान, विक्रांत मेसी और राजकुमार हिरानी शामि ल थे रिलायंस ग्रुप के चेयर मैन मुकेश अंबानी भी मौजूद थे। बीजेपी को लोकसभा चु नाव 2024 में पूर्ण बहुमत नहीं मिला है, इसलिए सहयोगि यों की महत्ता भी काफी बढ़ गई है। बीजेपी को इस बार 240 सीटें हासिल हुई हैं। वहीं, टीडीपी ने 16 और जेडीयू ने 12 सीटों पर जीत दर्ज की है।
साथियों बात अगर हम पंचवर्षीय मंत्रिमंडल एट द रेट आॅफ 3.0 स्पेशल 72 के संभा वित एजेंडे की करें तो, एन डीए संसदीय दल के नेता चुने जाने के बाद पीएम ने अपने भाषण में कहा था, एनडीए सरकार ने देश को गुड गव र्नेंस दिया है और एक प्रकार से एनडीए कहते ही गुड गव र्नेंस का पर्यायवाची बन जा ता है। हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वोपरि रहा है। मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि अगले 10 साल में गुड गवर्नेंस, विकास, नागरिकों के जीवन में क्वालिटी आॅफ लाइफ, मेरा व्यक्तिगत रूप से एक ड्रीम है। सामान्य मानव के जीवन में से सरकार की दखल जितनी कम होगी, उत नी ही लोकतंत्र की मजबूती होगी। महिलाओं के उत्था न पर खास ध्यान बीजेपी ने चुनाव प्रचार में महिला वोटरों पर अपना खास फोकस रखा था। पीएम चुनावी नतीजों के बाद अपने पहले भाषण में महिलाओं का जिक्र करना नहीं भूले थे। उन्होंने अपनी दिवंगत मां को याद करते हुए कहा था, आज का यह पल निजी तौर पर मेरे लिए भी भावुक करने वाला पल है। मेरी मां के जाने के बाद यह मेरा पहला चुनाव था। लेकिन सच मानिए देश की मां, बहनों और बेटियों ने मां की कमी मुझे खलने नहीं दी। मैं जहां-जहां भी गया, मुझे आशीर्वाद मिला। देश में महिलाओं ने वोटिंग के सारे रिकाॅर्ड तोड़ दिए। देश की माताओं बहनों ने मुझे नई प्रेर णा दी है। इसका यही संकेत है कि बीजेपी का महिलाओं पर फोकस आगे भी बना रहेगा और वह उनके कल्याण से जुड़ी योजनाओं पर आगे भी काम करती रहेगी। पीएम ने कहा था, 10 साल पहले देश ने बदलाव के लिए हमें जनादेश दिया था। यह वह समय था, जब देश निराशा की गर्त में डूब चुका था। देश की युवा पीढ़ी अपने भविष्य को लेकरआशंकित थी। तब देश ने हमें निराशा के गहरे सागर से आशा के मोती नि कालने का जिम्मा सौंपा था। हम सभी ने पूरी ईमानदारी से प्रयास किया, काम किया। ये काम 2019 में जारी था, 2024 में और तेजी से जारी रहेगा। भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी रहेगी। पीएम के इस बयान से साफ है कि अगली सरकार भ्रष्टा चार को लेकर सख्त रवैया अपनाए रहेगी। पीएम ने अपने भाषणमें कहा था कि हिंदुस्तान के इतने महान लोकतंत्र की ताकत देखिए कि एनडीए को आज देश के 22 राज्यों में लोगों ने सरकार बनाकर उन को सेवा करने का मौका दिया है। हमारा ये गठबंधन सच्चे अर्थ में भारत की आत्मा है। हमारे देश में 10 ऐसे राज्य है, जहां हमारे आदिवासि यों की संख्या प्रभावी और निर्णायक रूप से है। ऐसे 10 राज्यों में से 7 में एनडीए सेवा कर रहा है। देश के राज नीतिक इतिहास में प्री-पोल अलायंस इतना सफल कभी भी नहीं हुआ है, जितना एन डीए हुआ है। पीएम ने कहा कि आजादी के 75 साल में तीन दशक की एनडीए की यात्रा एक बहुत बड़ी मजबूती का संदेश देती है। यह सबसे सफल गठबंधन है। एनडीए सत्ता प्राप्त करने का या सरकार चलाने का कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है, ये राष्ट्र प्रथम की मूल भावना से नेशन फर्स्ट के प्रति कमिटेड समूह है। आदिवासियों का जिक्र करके पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि तीसरे कार्यकाल में इन्हें तेजी से मुख्य धारा से जोड़ा जाएगा। पीएम ने कहा था कि इस चुनाव में दक्षिण भारत में एनडीए ने एक नई राजनीति की नींव मजबूत की है।
कर्नाटक और तेलंगाना, जहां अभी हाल में उनकी (कांग्रेस) सरकारें बनी थी। लेकिन, पल भर में इनसे लोगों का विश्वास टूट गया और एनडीए को गले लगा लिया। मैं तमिलनाडु की टीम को भी बधाई देना चाहता हूं। आज तमिलनाडु में काफी तेजी से एनडीए का वोट शेयर बढ़ा है। इसी तरह पहली बार केरल से हमारा प्रतिनिधि बन कर आया है। पीएम ने नतीजों के बाद दक्षिण भारत में बढ़ते बीजेपी के जनाधार का जिक्र भी किया। ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि बीजेपी इस बार दक्षिण भारत के वि कास पर खास फोकस रखेगी।
साथियों बात अगर हम पिछले दो कार्यकाल फ्री हैंड व वर्तमान 3.0 बैसाखियों के सहारे मंत्रिमंडल की सरकार में कुछ योजनाओं वादों में पुनर्विचार या समीक्षा का दाय रा बढ़ाने की करें तो, ऐसा लगता है कि पुनर्विचार या समीक्षा का दायरा अब प्रस्ता वित कानूनों तक ही सीमित नहीं रह गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिकघ्, एनडीए की तीसरी सबसे बड़ी पार्टी जेडीयू अब सुरक्षा बलों में भर्ती के लिए चलाई जाने वा ली (1) अग्निवीर योजना में सुधार की मांग कर रही है। (2) जातिगत जनगणना करा ना सिर्फ विपक्ष की मांग नहीं थी, जेडीयू और टीडीपी (एन डीए की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी) भी इसकी मांग कर रहे थे। हालांकि, बीजेपी ने साफ किया कि वह इस विचार के विरोध में नहीं है, लेकिन यह देखा जाना बाकघ्ी है कि इस पर कैसे काम किया जाता है। कुल मिलाकर, जो बात साफ है वो ये है कि सत्ता धारी गठबंधन के भीतर अतीत, वर्तमान और भावी योजना ओं पर चर्चा की जाएगी, क्या वास्तव में उनमें बदलाव किए जाते हैं या नहीं देखने वाली बात होगी,ये भी देखना होगा कि क्या इस पर दोबारा विचा र होगा। (3) पिछले साल सरकार ने संसद को बताया था कि परिसीमन किया जा सकता है। इसमें संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की कुल संख्या को फिर से तय करना शामिल हो सकता है।
सरकार का कहना था कि परिसीमन साल 2026 के बाद होने वाली पहली जनगणना के बाद हो सकता है।
राजनीतिक तौर पर संवे दनशील कदम होने की वज ह से इस पर नजर रहेगी। हालांकि,एक बार जनगणना हो जाए तब परिसीमन आयोग का गठन करना होगा। इसे देशभर से सिफारिशें लेने में समय लगेगा। फिर, अगर आयोगों की सिफारिशों को विचार-विमर्श के बाद स्वीका र किया जाना होगा, ऐसे में मुझे लगता है कि संवैधानिक संशोधन की जरूरत होगी। ये सब हासिल करना विपक्ष समेत दूसरी पार्टियों की सह मति के बिना कठिन काम होगा (4) इस तरह वन नेशन वन इलेक्शन, यूसीसी इत्यादि पर भी अभीसंशय बनने की संभावना रहेगी।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि मैं नरेंद्र दामोदरदास मोदी….हैट्रिक। पंचवर्षीय मंत्रि मंडल/ 3.0 स्पेशल 72 की पारी शुरू। आजादी के इतिहा स में 9 जून 2024 दर्ज हो गया! जब जवाहरलाल नेहरू के बाद लगातार तीसरी बार पीएम बनने का रिकाॅर्ड नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने बनाया।

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