भारत यात्रा टलने के बाद अचानक चीन पहुंचे एलन मस्क -कई सवाल खड़े हुए?

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एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी
गोंदिया। वैश्विक स्तरपर पूरी दुनियां के विकसित व विकासशील देशों की नजरें भारत पर लगी हुई है। क्योंकि अनेक महत्वपूर्ण वैश्विक एजे ंसियों द्वारा भारत के विकास कार्यों की रेटिंग कर तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था व शीघ्र विश्व की तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनने के अनुमानों का को दुनियां रेखांकित कर रही है, यही कारण है कि यहां विकास नीतियों का पत्ता भी हिल्ता है तो, विस्तारवादी देश सहित अनेक देशों को शायद मिर्ची लग जाती है। बता दें कि टेक्स्ला कंपनी के मालिक एलन मस्क 21-23 अप्रैल 2024 को भारत दौरे पर आने वाले थे व माननीय पीएम से भी मुलाकात थी, परंतु अचानक 20 अप्रैल 2024 को एक्स ट्विटर पर जान कारी देकर भारत दौरा स्थ गित कर दिया गया वजह 23 अप्रैल 2024 को अमेरिका में टेक्सले की पहली कॉन्फ्रेंस कॉल बताई गई थी, परंतु तब चीन को मिर्ची लगने का कारण यह भी हो सकता है कि पहले चीन भारत में ईवी सेक्टर में एंट्री करने को काफी उत्सुक था, परंतु भारत ने अनुमति नहीं दी जो अब टैक्सला करने जा रही थी तो मिर्ची लगना स्वाभाविक भी था। परंतु अब अचानक रविवार दिनांक 28 अप्रैल 2024 को एलन मस्क के चीन पहुंचने व चीनी पीएम से सीधे मुलाकात करने और चीन यात्रा को सार्वजनिक रूप से चिन्हित नहीं करने करना चीनी मिर्ची के परिणाम का अंजाम होने के कयास लगाए जा रहे हैंजिनको रेखांकित करना होगा। चूंकि एलन मस्क का रुख कहीं चीन ने अपने तरफ तो नहीं मोड़ा ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, एलन मस्क की भारत यात्रा स्थगित होना,चीन को सार्व जनिक रूप से चिन्हित नहीं कर पहुंचना, चीन को मिर्ची के परिणाम का अंजाम के कयास लगना लाजमी है।
साथियों बात अगर हम एलन मस्क की 28 अप्रैल 2024 को अचानक चीन यात्रा की करें तो,अरबपति कारोबारी एलन मस्क रविवार को अचानक बीजिंग पहुंच गए। इस बीच चीन के बढ़ते इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बाजार में उनके द्वारा टेस्ला की स्वचालित ड्राइविंग तकनीक का अनावरण करने की भी अटकलें हैं। मस्क ने रविवार को चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग से मुलाकात की और अपनी वाहन कंपनी टेस्ला के लिए भविष्य की विस्तार योजनाओं पर चर्चा की। ली ने मस्क से कहा कि चीन का विशाल बाजार विदेशी वित्तपोषित उद्यमों के लिए हमेशा खुला रहेगा। उन्होंने कहा कि चीन विदेशी वित्त पोषित उद्यमों को बेहतर कारो बारी माहौल और मजबूत समर्थन प्रदान करने के लिए बाजार पहुंच का विस्तार करने और सेवाओं में सुधार करने पर कड़ी मेहनत करेगा ताकि सभी देशों की कंपनियां शांत मन से चीन में निवेश कर सकें।
हांगकांग के समाचार पत्र पोस्ट ने लिखा कि मस्क के स्टेट काउंसिल में वरिष्ठ चीनी अधिकारियों और बीजिंग में पुराने दोस्तों से मिलने की संभावना है। मस्क ने शंघाई में सात अरब डॉलर के निवेश से एक ईवी संयंत्र स्थापित किया था, जिसके बाद से उनकी टेस्ला ईवी चीन में लोकप्रिय हो गई है। इस संयंत्र में उत्पादन 2020 में शुरू हो गया था। ली ने कहा कि चीन में टेस्ला के विकास को चीन अमेरिका आर्थिक सहयोग का एक सफल उदा हरण कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि तथ्यों ने साबित कर दिया है कि समान सहयोग और पारस्परिक लाभ दोनों देशों के सर्वोत्तम हित में हैं। चीन के पीएम ने कहा कि उम्मीद है कि अमेरिका और चीन बीच में मिलेंगे और दोनों राष्ट्राध्यक्षों के रणनी तिक मार्गदर्शन में द्विपक्षीय संबंधों के स्थिर विकास को बढ़ावा देंगे। चीन परिषद के बुलावे पर बीजिंग पहुंचे मस्क चीनी मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार, एलन मस्क चीन की अंतरराष्ट्रीय व्यापार बढ़ाने वाली परिषद (सीसीपीआईटी) के बुलावे पर बीजिंग पहुंचे हैं, जहां वे परिषद के अध्यक्ष रेन होंगबिन से भी मुलाकात करेंगे और टेस्ला और चीन के बीच आगे सेसहयोग पर चर्चा करेंगे। एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कारें बनाने वाली कंपनी टेस्ला चीन में काफी लोकप्रिय है। मस्क की कंपनी चीन में प्रीमियम श्रेणी की इलेक्ट्रिक कारें बनाती हैं, लेकिन बीते कुछ समय से चीन की ईवी कार बनाने वालीकंपनियों से टेस्ला को कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है।
साथियों बात अगर हम एलन मस्क के 21-23 अप्रैल 2024 को भारत यात्रा फिर 20 अप्रैल 2024 को अचानक स्थगन की करें तो, पिछले हफ्ते एलन मस्क भारत दौरे पर आने वाले थे, इस दौरान वो अरबों डॉलर एक निवेश योजनाओं का ऐलान भी करने वाले थे। लेकिन अचानक खबर आई कि मस्क फिलहाल भारत नहीं आ रहे हैं। दरअसल, भारत आने से पहले दुनियां के तीसरे सबसे अमीर बिज नेस मैन एलन मस्क को बड़ा झटका लग गया था। ये झटका 24 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का था। कंपनी का मार्केट कैप भी बुरी तरह 500 अरब डॉलर से नीचे आ गया है। जिसके चलते उन्हें भारत दौरा एक बार फिर कैंसिल करना पड़ाथा ऐसी जानकारी मीडिया में दी गई है। हालांकि, उन्होंने इसके पीछे वजह बताई अपने एक्स हैंडल पर बताई उन्होंने कहा कि टेस्ला दायित्वों के कारण भारत की यात्रा में देरी हो रही है। वो इस साल के अंत तक भारत आ सकते हैं। जानकारी के अनुसार, एलन मस्क ने टेस्ला के तिमाही नतीजे जारी करने कि डेट पहले से ही फिक्स कर रखी थी। ऐसे में भारत विजिट के बाद तिमाही नतीजे लेट होने की संभावना थी। यही वजह है कि एलन मस्क ने भारत दौरे को टाल दिया है। हालांकि, साल के अंत तक वह कब तक आएंगे, अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी है।
साथियों बात अगर हम एलन मस्क के भारत दौरे पर चीन को मिर्ची लगने की करें तो,चीन को टेस्ला की भारत में संभावित एंट्री पसंद नहीं आ रही है। चीनी सरकार के मुखपत्र माने जाने वाले ग्लो बल टाइम्स ने भारत के टेस्ला को आमंत्रित करने के महत्वा कांक्षी कदम पर यह भविष्य वाणी करके रोक लगा दी है कि यह काम नहीं करेगा, क्योंकि यह बहुत जल्दबाजी में लिए गए फैसले जैसा लगता है, जो कि बहुत कम तैयार और अपरिपक्व भारतीय बाजार के लिए उपयुक्त नहीं है। यह निराशाजनक टिप्पणी इस बात को नजरअंदाज करती है कि कई बड़े चीनी ईवी मैन्युफैक्चरर्स ने पहले भारत में ईवी बनाने में रुचि दिखाई थी, लेकिन भारत सरकार ने उन्हें अनुमति नहीं दी थी। सीमा विवादों के कारण भारत चीन संबंध खराब हो गए हैं, जिन्हें लेकर पहले झड़पें भी हो चुकी हैं। भारत ने चीनी निवेश की गहन जांच की है और कई चीनी बिज नेसेस की गलत कार्यों के लिए जांच की है। चीनी सरकार के मुखपत्र का का कहना था टेस्ला भारत में सक्सेसफुल नहीं होगी। उसने लिखा,टेस्ला मुख्य रूप से मिड एंड हाई एंड सेक्टर्स और मैच्योर मार्केट्स पर फोकस करता है। किसी को नहीं पता कि वह भारत में सफल होगा या नहीं। हालांकि, भारत का ईवी मार्केट बढ़ रहा है, लेकिन इसका आकार छोटा है। कुछ आंकड़ों से पता चलता है कि 2023 में भारत में बिकने वाले कुल यात्री वाहनों में ईवी का सिर्फ 2.3 फीसदी हिस्सा था। मीडिया में सवाल किया गया कि क्या भारत का अपरिपक्व बाजार पर्याप्त टेस्ला कारों को पचा सकता है और उन्हें मुनाफा कमाने दे सकता है। इसमें सप्लाई चेन को एक और चुनौती के रूप में बताया गया। ग्लोबल टाइम्स ने कहा, ईवी के लिए लिथियम- आयन बैटरी जैसे प्रमुख घटकों के सीमित घरेलू उत्पा दन सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। भारत ईवी सप्लाई चेन बनाने के प्रयास में अपेक्षाकृत देर से शुरू कर रहा है। मीडिया में भारत को यथार्थ वादी दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी गई। ग्लोबल टाइम्स ने लिखा, इस प्रक्रिया में यह सलाह दी जाती है कि भारत पड़ोसी देशों के साथ सहयोग को मजबूत करने और अद्दिक व्यावहारिक रवैये के साथ विनिर्माण विकास को बढ़ावा देने पर विचार करे। इस तरह ग्लोबल टाइम्स चाहता है कि भारत टेस्ला के बजाय चीनी कंपनियों द्वारा ईवी का निर्माण करे। ग्लोबल टाइम्स ने अपने लेख में जो चुनौतियां गिनाई वे टेस्ला के कारोबार को खतरे में डालने वाली चीजें नहीं हैं। वास्तव में चीनी तर्क अंगूर खट्टे हैं का एक सटीक उदाहरण है। क्योंकि कई चीनी ईवी कंपनियों ने भारत में प्लांट लगाने का प्रयास किया, लेकिन भारत सरकार ने अनुमति नहीं दी।
साथियों बात अगर हम एलन मस्क के भारत आगमन में नई एवी पालिसी के महत्व पूर्ण प्रयासों की करें तो, पिछले महीने सरकार द्वारा घोषित अपनी नई ईवी पालिसी के बाद एलन मस्क टेस्ला की भारत में एंट्री की घोषणा कर सकते थे। सरकार न्यून तम 35, हजार डालर (रु 29.2 लाख) की लागत, बीमा और माल ढुलाई मूल्य वाली पूरी तरह से निर्मित इलेक् िट्रक कारों के आयात की अनुमति देगी, जिस पर लोकल मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने के लिए न्यून तम 500 मिलियन डालर के निवेश के बदले पांच साल में 15 प्रतिशत आयात शुल्क लगेगा। भारत पूरी तरह से निर्मित कारों पर 100 प्रति शत तक का आयात शुल्क लगाता है। अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्य यन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि एलन मस्क का भारत से रुख’ कहीं चीन को लगीं मिर्ची ने तो नहीं मोड़ा? भारत यात्रा टलने के बाद अचानक चीन पहुंचे एलन मस्क-कई सवाल खड़े हुए? एलन मस्क की भारत यात्रा स्थगित होना,चीन यात्रा को सार्वजनिक रूप से चिन्हित नहीं करनां, चीन को मिर्ची लगने के परिणाम का अंजाम, कयास लगाना लाजमी है।

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