पुलिस अभिरक्षा में अधिवक्ता की मौत के मामले में अधिवक्ताओं ने 2 मिनट का मौन रख कर दी श्रद्धांजलि

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(मनोज मौर्य) ऊंचाहार रायबरेली। गोंडा शहर के अंतर्गत पुलिस अभिरक्षा में अधिवक्ता की हुई मौत के बाद तहसील बार एसो- सिएशन के अधिवक्ताओं ने बैठक कर मृतक आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन व्रत रखा। जिसके बाद प्रशासन से परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाए जाने के साथ हत्यारों को फांसी देने की मांग की गई। इस दौरान समूचे दिन अधिवक्ता न्यायिक कार्य से विरत रहे। विगत दिनों गोंडा शहर में अधिवक्ता राजकुमार श्रीवास्तव की पुलिस अभिरक्षा के दौरान मृत्यु हो गई थी। जिसको लेकर शुक्रवार को तहसील बार एसोसिएशन के अधिवक्ताओं ने पूरे दिन न्यायिक कार्य से विरत रहने का फैसला लेते हुए सभागार में बैठक का आयोजन किया। जिसमें सभी अधिवक्ताओं ने मृतक की आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन व्रत रखा। जिसके बाद अध्यक्ष शिव गोपाल सिंह चंदेल ने निंदा करते हुए कहा कि हो रही इस तरह की घटनाओं से लोगों का पुलिस से सुरक्षा का भरोसा हटने लगा है। पुलिस अभिरक्षा में भी लोग सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे है। कहा कि सरकार मृतक अधिवक्ता के परिजनों को 50 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि दिलाए। इसके बाद हत्यारों को फांसी दिलाए जाने की मांग की गई।
इस दौरान शासकीय अधिवक्ता धर्मेश पाठक, दिनेश चंद्र त्रिपाठी, जय बहादुर मौर्य, राकेश चंद्र उपाध्याय, चंद्रमणि त्रिपाठी, शिव जी पांडेय, गिरीश चंद्र द्विवेदी, राम सिंह, विमल शुक्ला, राकेश कुमार समेत सभी अधिवक्ता गण मौजूद रहे।

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