शानदार प्रस्तुतियों के साथ संपन्न हुआ दो दिवसीय ओज महोत्सव-2023 का समापन

RAJNITIK BULLET
0 0
Read Time8 Minute, 12 Second

(बुलेट संवाददाता) दिनांक 28.03.2023 को नेषनल पी0 जी0 कॉलेज लखनऊ द्वारा दो दिवसीय ओज महोत्सव-2023 (अंर्तमहाविद्यालय सांस्कृतिक कार्यक्रम) का समापन 13 प्रतियोगिताओं में 350 से ज्यादा प्रतिभागियों की शानदार प्रस्तुतियों के साथ संपन्न हुआ। दो दिवसीय ओज महोत्सव-2023 अंर्तमहाविद्यालय सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतिम दिन मोनो एक्टिंग, फेस पेंटिंग, एकल गायन, समूह गायन, एकल नृत्य, समूह नृत्य, प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
एकल गायन की थीम स्वर्गी स्वर कोकिला लता मंगेषकर जी को समर्पित थी। प्रतियोगिता में लखनऊ विश्वविद्यालय, बी0बी0डी0, भीमराव अंबेडकर विष्व- विद्यालय, एमिटी यूनिवर्सिटी, आई टी कालेज, नवयुग कन्या महिला महाविद्यालय, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, सिटी लाॉ कालेज, षिया पी जी कालेज, बीएसएनवी कालेज, केकेसी कालेज, भातखंडे संगीत सम विश्वविद्यालय के प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
इस अवसर पर नेषनल पी0 जी0 कालेज के प्राचार्य प्रो देवेन्द्र कुमार सिंह ने समस्त छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि ‘’महाविद्यालय द्वारा आयोजित ओज महोत्सव- 2023 सांस्कृतिक कार्यक्रम में लखनऊ शहर की विलक्षण प्रतिभागियों से रूबरू होने का मौका मिला, मैं सभी प्रतिभागियों को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं देता हूं।’’ उन्होंने सभी प्रतिभागियों की प्रषंसा करते हुए कहा कि आप सभी ने पूरे उत्साह के साथ प्रतियोगिताओं में भाग लिया और अपनी प्रस्तुति दी। छात्र-छात्राओं के लिए यह कार्यक्रम सीखने का एक बड़ा मंच हैं। आज आप सभी को अलग-अलग प्रतिभाओं से मिलने और खुद का वास्तविक आकलन करने का मौका मिला है। उन्होंने प्रतिभागियों से कहा कि आप हमसे मिले और हम आप से मिले, और हम आप मिलकर एक श्रेष्ठ भारत का निर्माण करेंगे। उन्होंने आज के कार्यक्रम के मुख्य अतिथि दैनिक जागरण के राज्य संपादक श्री आषुतोष शुक्ला जी को भारतीय संस्कृति और मूल्यों के साथ-साथ पत्रकारिता जगत के ध्वजावाहक की संज्ञा देते हुए उनका अभिनंदन पुष्पगुच्छ अंगवस्त्र एवं स्मृति चिहन देकर किया। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता जगत में दैनिक जागरण की तरह ही षिक्षा और अनुषासन के क्षेत्र में नेषनल पी0जी0 कालेज ने भी युवाओं के बीच में अपने आप को प्रतिष्ठित किया है।
कार्यक्रम के अन्त में मुख्य अतिथि श्री आषुतोष शुक्ला जी ने विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को मेडल, प्रमाण पत्र एवं पुरस्कार धनराषि का चेक देकर सम्मानित किया। उन्होने अपने उद्बोधन में एक कहानी सुनाते हुए कहा कि ‘‘एक बार देवता लोग ब्रह्मा जी के पास पहुंचे और कहा की हमें ज्ञान के बारे में बताइए, ब्रह्मा जी ने कहा हम क्या बताएं? फिर देवताओं ने जिद की तो ब्रह्म जी ने उन्हें ‘द’ शब्द बताया। देवता वहां से चले आए और उन्हें ब्रह्मा जी की बात समझ में नहीं आई। उन्होंने आपस में बातचीत की और फिर से वो ब्रह्मा जी के पास गए, और उनसे ‘द’ का अर्थ पूछा। ब्रह्मा जी ने ‘द’ का अर्थ बताया कि ‘द’ का अर्थ है दमन। आगे उन्होंने कहा कि आप लोग देवता हैं और आप लोगों के पास सुविधा के सारे साधन है और आप लोग भोग विलास किया करते हैं। तो आप लोग अपनी इंद्रियों का दमन करना सीखें। इसके बाद ब्रह्मा जी के पास मनुष्य गए। मनुष्यों को भी ब्रह्मा जी ने ‘द’ शब्द बताया। मनुष्य भी वहां से आ गए पर उन्हें भी ब्रह्मा जी की बात समझ नहीं आई। वो बात समझने के लिए दुबारा ब्रह्मा जी के पास गए। तो ब्रह्मा जी ने उन्हें बताया कि आप मनुष्य लोग संग्रह करते रहते हैं। इसलिए आप दान करना सीखें और समाज के लिए जीना सीखें। अब बारी थीं राक्षसों की, उनको भी ब्रह्मा जी ने ‘द’ शब्द बताया। राक्षस अपनी प्रवृत्ति के कारण वहीं पर ब्रह्मा जी से उसका अर्थ पूछने लगे। ब्रह्मा जी ने उन्हें ‘द’ का अर्थ दया बताया।
तदोपरान्त उन्होंने छोटी ‘इ’ शब्द के महत्व को बताते हुए कहा कि पहला अर्थ छोटी ‘इ’ का है इतिहास। आप अपना और अपने देष का के संस्कृति और सभ्यता का इतिहास जरूर जाने। इतिहास केवल राजा और रानी का नहीं होता, बल्कि समाज का होता है। दूसरा अर्थ उन्होंने छोटी ‘इ’ का इच्छा बताया। उन्होंने कहा कि इच्छाओं को नियंत्रित करना सीखों। जीवन में संतुलन एवं अनुषासन का का बहुत महत्व है। संयम मत खोइए, संतुलन बनाइए आपको सब मिलेगा। तीसरा अर्थ छोटी ‘इ’ का उन्होंने इंटरनेट बताते हुए कहा कि इंटरनेट ने पत्रकारों, षिक्षकांे एवं युवाओ को कामचोर बना दिया है एवं अभिभावकों को बच्चों से दूर कर दिया है। इंटरनेट हमारा सबसे बड़ा दुष्मन है और समाज का सबसे बड़ा शत्रु। आपस में आप सब किस्से बाटिए। मोबाइल आपका गुलाम है, आप उसके गुलाम नहीं। इंटरनेट सबकुछ नहीं, महत्वपूर्ण आपका परिवार, दोस्त एवं रिष्ते है। इंटरनेट छोड़िए और परिवार एवं समाज से जुड़िए।
अन्त मे इस अवसर पर हुई प्रतियोगिताओं में मुख्य अतिथि एवं प्रचार द्वारा प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को रूपये 2000, द्वितीय स्थान पाने वाले प्रतिभागियों को 1500 रूपये और तष्तीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को 1000 रूपये का चेक एवं मेडल तथा प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
आज के कार्यक्रम का मंच संचालन डा0 नेहा श्रीवास्तव ने किया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त षिक्षकों एवं षिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने सहयोग दिया एवं छात्रों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता किया। कार्यक्रम के अन्त में सांस्कष्तिक समिति के समन्वयक डाॅ0 रामकष्ष्ण ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया।

Next Post

मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत 51 जोड़ों का सामूहिक विवाह हुआ सम्पन्न

(संतोष […]
👉