(राममिलन शर्मा)
रायबरेली। जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने कहा कि रबी खरीद वर्ष 2023-24 में किसानों से सीधे गेहूँ को क्रय किये जाने और उन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य लाभ दिलाने की आवश्यक कार्यवाहियां पूरी कराना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने सभी गेहूँ क्रय एजेंसी के प्रभारियों से कहा कि अपने सभी गेहूँ क्रय केन्द्र को 1 अप्रैल से क्रियाशील करते हुए गेहूँ खरीद प्रारम्भ करेंगे। रबी विपणन वर्ष 2023-24 में गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य रूपये 2125 प्रति कुन्तल निर्धारित किया गया है। इस सन्दर्भ में प्रचार-प्रसार आदि कर किसानों की सुख-सुविधाओं की व्यवस्था इलेक्ट्रानिक कांटा आदि की व्यवस्था गेहूँ क्रय केन्द्रों पर सुनिश्चित किया जाए। किसानों से गेहूं क्रय करने में किसी भी प्रकार की कोई कमी व लापरवाही न बरती जाये।
जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव आज बचत भवन सभागार में गेहूँ खरीद कार्यशाला की बैठक की अध्यक्षता कर रहीं थीं। बैठक में अपर जिलाधिकारी प्रशासन श्री अमित कुमार, जिला खाद्य विपणन अधिकारी, उप- जिलाधिकारी सहित सभी गेहूँ क्रय केन्द्र प्रभारी व अन्य अधिकारी उपस्थित रहें। जिलाधिकारी ने कहा कि गेहूँ क्रय केन्द्रों पर खरीद कार्य पूरी सतर्कता के साथ ही निरीक्षण व प्रभावी तरीके से संचालन किये जाने की व्यवस्थाए दुरुस्त रखी जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी यह सुनिश्चित करंे कि गेहूँ क्रय केन्द्रों पर अपनी उपज बेचने में किसानों को किसी प्रकार की दिक्कत न हों। किसी भी दशा में गेहूँ क्रय केन्द्रों पर दलाल व बिचैलियां, किसान विरोधी आदि असामाजिक तत्व न दिखाई पड़े। किसानों से गेहूं खरीद में कोई विलंब नहीं होना चाहिए तथा किसानों को उपज का मूल्य का नियमा- नुसार उनके खातों में हस्तांतरित हो जाना चाहिए।
जिलाधिकारी ने सभी क्रय केन्द्र प्रभारियों को निर्देश दिये कि गेहूँ क्रय केन्द्र पर समय से उपस्थित हो केन्द्र पर कृषक सम्पर्क व टोकन पंजिका बनायी जाए। जिसमें प्रत्येक विवरण ससमय दर्ज किया जाये। सभी मण्डियांे एवं प्रमुख स्थानों पर मंडी सचिव द्वारा गेहूँ क्रय का व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाना सुनिश्चित करायेंगे। उन्होंने सचिव, कृषि उत्पादन मण्डी समिति को निर्देश दिये कि सभी क्रय केन्द्रों पर समय से सभी आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता, कृषकों की सुख-सुविधा सभी व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाए। बांट माप निरीक्षण कांटे बांट का सत्यापन समय से सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि क्रय केन्द्रों पर कृषकों को अपना गेहूँ विक्रय करने में किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी उपजिलाधिकारी/तह- सीलदार जनपद में कृषकों द्वारा विक्रय करने हेतु कराये जा रहे है कृषक पंजीकरण का सत्यापन ससमय सु- निश्चित कराया जाये। कार्यशाला में सभी क्रय केन्द्र प्रभारियों कोई-उपार्जन पर गेहूं क्रय की आनलाइन फीडिंग एवं ई-पाप (इलेक्ट्रानिक प्वाइंट आफ परचेज) मशीन का प्रयोग किये जाने के सम्बन्ध में प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
गेहूँ क्रय केन्द्रों पर प्रभावी तरीके खरीदारी करने की व्यवस्थाए रखे दुरुस्त -माला श्रीवास्तव
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