(अंकित पाल) लखनऊ। एकीकृत निक्षय दिवस पर सदर अस्पताल में जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आर. वी.सिंह की उपस्थिति में पावर विंग्स फाउंडेशन ने छह क्षय रोगियों को गोद लिया। इसके अलावा स्वयंसेवी संस्था प्लान इंडिया ने काकोरी, माल और मलिहाबाद सीएच सी पर 120 टीबी मरीजों को पोषण पोटली प्रदान की।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि टीबी मरीजों को गोद लेने की प्रक्रिया सामुदायिक सहयोग प्रदान करने के क्रम में एक सराह- नीय कदम है। क्षय रोगी के लिए नियमित दवा सेवन के साथ पौष्टिक आहार का सेवन भी जरूरी होता है। उन्होंने बताया कि जनपद में 286 निक्षय मित्रों के सहयोग से 11,424 गोद लिए जा चुके है। इनमें से 7674 क्षय रोगी स्वस्थ हो चुके हैं और 3750 का इलाज चल रहा है।
निक्षय पोषण योजना के तहत इलाज के दौरान क्षय रोगियों के बैंक खाते में हर महीने 500 रुपये सीधे भेजे जाते हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि जनपद में टीबी की जांच के लिए शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 28 टीबी यूनिट, 54 डेजिग्नेटेड टीबी सेंटर (डीएमसी), 5 सीबीनाट एवं 13 ट्रूनॉटामशीन हैं।
जिला कार्यक्रम समन्व- यक दिलशाद हुसैन ने कहा कि टीबी के लक्षणों को पहचानना बहुत जरूरी है। यदि दो हफ्ते या अधिक समय तक खांसी या बुखार बना रहे, वजन में लगातार कमी हो, रात में पसीना आए या शरीर के किसी अंग में लगातार दर्द हो तो स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर टीबी की जांच जरूर कराएं।
पावरविंग्स फाउंडेशन की सुमन रावत ने बताया कि पिछले चार साल में 208 क्षय रोगियों को गोद लिया है जिनमें से 193 मरीजों को हम सामुदायिक सहयोग दे चुके है और वह स्वस्थ हो चुके हैं। वर्तमान में 15 क्षय मरीजों को सहयोग दिया जा रहा है। हम इलाज के दौरान मरीजों को पौष्टिक सामग्री जैसे दलिया, मूंगफली, मूंग की दाल या अन्य कोई दाल, सोयाबीन की बड़ी तथा गुड़ सहित अन्य खाद्य सामग्री तो देते ही हैं साथ में उनके घर जाकर उनका हाल-चाल भी लेते रहते हैं। उन्हें नियमित दवा और प्रोटीनयुक्त आहार का सेवन करने की सलाह देते हैं।
इस मौके पर वरिष्ठ उपचार पर्यवेक्षक (एसटीएस) अभय चंद्र मित्रा, पीपीएम समन्वयक सौमित्र मिश्रा, राजीव, लैब टैक्नीशियन अजीत, टीबी एचवी राजेश, पावर विंग्स फाउंडेशन से प्राची श्रीवास्तव, नमिता पांडे, सोनिया टंडन उपस्थित रहीं।
एकीकृत निक्षय दिवस पर छह टीबी मरीजों को लिया गोद
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