प्रयागराज शूटआउट में शहीद सिपाही राघवेंद्र सिंह का शव देख परिजनों में मचा कोहराम

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(अनिल कुमार गुप्ता)
लालगंज रायबरेली। प्रयाग राज शूटआउट में शहीद सिपाही राघवेंद्र सिंह का शव पैतृक निवास लालगंज पहुंचते ही परिजनों में कोहराम मच गया। उनके निवास के आसपास सुबह से छाई उदासी विलाप में बदल गई। शहीद के निवास पर जन सैलाब उमड़ गया। लालगंज थाना इलाके के कोरिहरा में शहीद का पैतृक निवास है। एडीजी सतीश गणेश सहित एसपी आलोक प्रियदर्शी सहित एसडीएम ने श्रद्धांजलि दी। बड़ी संख्या में ग्रामीण और आस-पास के क्षेत्रीय नेता भी उपस्थिति रहे। प्रयागराज उमेश पाल हत्याकांड में घायल दूसरे गनर की भी लखनऊ पीजीआई में इलाज के दौरान मौत हो गई। मौत की खबर से रायबरेली जिले के कोरिहरा गांव में मौजूद परिवार में कोहराम मचा है। मृतक पुलिसकर्मी राघवेंद्र सिंह की मां ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से परिवार को आर्थिक मदद के साथ मृतक राघवेंद्र सिंह के छोटे भाई और बहन की सरकारी नौकरी के अलावा अपराधियों पर ऐसी कार्यवाही करने की मांग की है कि उसे सुनकर अपराधियों की रूह कांप जाए। माँ अपर्णा सिंह ने कहा कि जिन अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया है उनके सामने पहले उनके बच्चों को काट डाला जाए। उसके बाद अपराधियों को सजा दी जाए, जिससे उन्हें पता चले की एक मां को उसके बेटे की हत्या किए जाने पर कितना दुख होता है। प्रयागराज शूट आऊट में मारे गए सिपाही राघवेंद्र सिंह का पार्थिव शरीर गेगासों घाट ले जाया गया। गंगा तट पर स्थित गेगासों घाट पर अंतिम संस्कार हुआ। घाट पर जिले भर के लोगों का जनसैलाब उमड़ा है। राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह भी गेगासों घाट पर पहुंचे हैं। पुलिस बल ने अंतिम संस्कार से पहले सलामी देकर श्रद्धांजलि दी।
राघवेन्द्र सिंह की 5 मई को बहराईच जनपद से कुछ दिन बाद शादी होनी थी। मगर ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था। शहीद राघवेन्द्र की बड़ी बहन की शादी उन्नाव जनपद में हुई थी और छोटा भाई ज्ञानेन्द्र सिंह अभी पढ़ाई कर रहा है। छोटी बहन अर्चना सिंह भी पढाई कर रही है। पिता स्वर्गीय राम सुमेर भी मृतक आश्रित में नौकरी करते थे और पुलिस विभाग में तबियत खराब होने से मौत हो गयी थी, जिसके बाद मृतक आश्रित में राघवेन्द्र सिंह को नौकरी मिली थी। प्रयागराज शूट आउट में शहीद होने पर गेगासो घाट पर अंतिम संस्कार किया गया है। स्वतंत्र प्रभार राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह, पूर्व विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह, एडीजी सतीश गणेश, एसपी आलोक प्रियदर्शी, एसडीएम अजीत प्रताप सिंह सहित सैकड़ों लोगों ने राघवेंद्र के अंतिम विदाई में दर्शन किया। गार्ड आफ आनर के साथ अंतिम विदाई दी गयी।

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