Mar 02, 2023
इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी ने कहा कि हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते थे और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत मजबूत संबंध हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इटली की अपनी समकक्ष ज्यॉर्जिया मेलोनी के साथ बातचीत की। इस दौरान दोनों नेताओं ने बहुआयामी द्विपक्षीय संबंधों को आगे ले जाने पर विचारों का आदान-प्रदान भी किया। इटली की प्रधानमंत्री के साथ बातचीत के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमारे राजनयिक संबंधों के 75 साल पूरे हो रहे हैं और हमने संबंधों को रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि हमने अपने आर्थिक संबंधों को और सुदृढ़ करने पर जोर दिया। हमारे ‘Make in India’ और ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ से भारत में निवेश के अपार अवसर खुल रहे हैं। पीएम ने कहा कि हमने अक्षय ऊर्जा, हरित हाइड्रोजन, आईटी, अर्धचालक, दूरसंचार, अंतरिक्ष जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारत और इटली के बीच एक स्टार्टअप ब्रिज की स्थापना की आज घोषणा हो रही है, जिसका हम स्वागत करते हैं।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने साफ कहा कि आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और इटली कंधे से कंधा मिला कर चल रहे हैं। हमने इस सहयोग को और मज़बूत करने पर विस्तारपूर्वक चर्चा की। उन्होंने कहा कि यूक्रेन संघर्ष के शुरुआत से ही भारत ने यह स्पष्ट किया है कि इस विवाद को केवल डायलॉग और डिप्लोमेसी के ज़रिये ही सुलझाया जा सकता है। भारत किसी भी शांति प्रक्रिया में योगदान देने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है। उन्होंने कहा कि हमारे पास भारत और इटली के बीच लोगों का संपर्क है। हम इसे और गहरा और मजबूत करने के लिए तत्पर हैं। हम दोनों देशों के बीच गतिशीलता और प्रवासन के लिए बातचीत कर रहे हैं। एक बार आपसी समझौता होने के बाद, यह कई क्षेत्रों, विशेषकर शिक्षा में आपसी सहयोग के नए युग की शुरूआत करेगा।
इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी ने कहा कि हम इस संबंध को और बढ़ाना चाहते थे और यही कारण है कि हमने अपनी साझेदारी को रणनीतिक साझेदारी में बदलने का फैसला किया है क्योंकि हमारे बीच बहुत मजबूत संबंध हैं। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि जी20 की अध्यक्षता वाला भारत शत्रुता (यूक्रेन में) की समाप्ति के लिए बातचीत की प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने में एक केंद्रीय भूमिका निभा सकता है। बहुपक्षीय समुदाय को एक साथ रखना महत्वपूर्ण है और हमें उम्मीद है कि भारतीय अध्यक्षता इसे और भी अधिक कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जानते हैं कि वह हमारे संबंधों को और बढ़ाने के लिए जी20 शिखर सम्मेलन के लिए हमारे सहयोग पर हम पर भरोसा कर सकते हैं। मेरा मानना है कि हम साथ मिलकर बहुत कुछ कर सकते हैं।