वैश्विक स्तरपर आज हर व्यक्ति की चाहना होती है कि उसके पास अपनी और परिवार की जीविका चलाने के लिए, सुरक्षित जीवन जीने के लिए एक शासकीय नौकरी हो, रिटायरमेंट के बाद भरपूर पेंशन या एकमुश्त राशि मिले जिससे जीवन पर्यंत सुख चैन सुरक्षित रहे, यह सोच सदियों से रही है परंतु मेरा मानना है कि अब युग बदल गया है हर देश की जनसंख्या बढ़ती जा रही है परंतु उसके अनुपात में शासकीय या निजी पद नहीं बढ़ रहे हैं, इसलिए अब समय आ गया है कि मानुषी जीव अब स्वरोजगार की संस्कृति की ओर तेजी से अपने कदम बढ़ाए जिससे बढ़ती बेरोजगारी का अंत सुनिश्चित किया जा सकता है। परंतु यह कार्य या योजना कोई अकेले इंसान नहीं कर सकता इसलिए शासन प्रशासन और मानवीय जीव ये तीनों की सहभागिता जरूरी है, क्योंकि शासन प्रशासन द्वारा इसके लिए नीतियां रणनीतियां बनाकर विनियोग को बढ़ावा देना होगा जिसकी सहायता से स्वरोजगार प्राप्त करने हेतु विनियोग के आधार पर उद्योग और सेवाएं का संयोजन हो या इसका दायरा बड़े। कौशलता विकास को तेजी से दीप से दीप जलाकर फैलाना होगा ताकि संगठित और असंगठित क्षेत्र के मानव अपनी कौशलता से न केवल स्वरोजगार हो सकते हैं बल्कि अन्यों को भी रोजगार उपलब्ध करा सकते हैं जिससे बेरोजगारी का अंत होना निश्चित है। चूंकि भारत में वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन का एक दौर चल पड़ा है हालांकि इसे भारत के हर राज्य को अपनाना होगा तभी बेरोजगारी का नामो- निशान नहीं रहेगा। अभी दिनांक 12 फरवरी 2023 को यूपी में तीन दिवसीय सत्रों का समापन राष्ट्रपति महोदया ने किया इसलिए आज हम मीडिया व पीआईबी में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, आओ सर्वोत्तम समृद्धि रोजगार की ओर कदम बढ़ाएं भारत को उत्तम से सर्वोत्तम देश बनाएं। स्वरोजगार की संस्कृति बेरोजगारी दूर करने की कुंजी है, जिसे तेजी से अपनाना समय की मांग है। साथियों बात अगर हम यूपी में 12 फरवरी को समाप्त हुए वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन की करें तो 10 से 12 फरवरी 2023 तक 34 सत्रों में चले इस निवेशक सम्मेलन का उद्घाटन माननीय पीएम महोदय और समापन माननीय राष्ट्रपति महोदया ने किया जिसमें कई केंद्रीय मंत्रियों सांसदों विदेशी मेहमानों सहित देश के टाप मोस्ट उद्योगपतियों ने भी भाग लिया और उम्मीद से अधिक करीब 33 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों के करार हुए जिसमें अंदाजी 93 लाख नए रोजगार सृजित होने की संभावना है जो तारीफ-ए -काबिल है।
साथियों बात अगर हम आंध्र प्रदेश में 3- 4 मार्च 2023 को होने वाले वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन की करें तो, विशाखापत्तनम 3 और 4 मार्च को ग्लोबल इन्वेस् टर्स समिट 2023 की मेजबा नी करने के लिए तैयार है। सूचना प्रौद्योगिकी और उद्योग मंत्री ने कहा कि सरकार भा रत के प्रमुख शहरों के साथ- साथ संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, इज राइल, ताइवान और दक्षिण कोरिया जैसे अन्य देशों में शिखर सम्मेलन को बढ़ावा देने के लिए रोड शो आयोजित करेगी। सीएम के निर्देश पर, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, समुद्री उत्पादों, एयरोस्पेस और रक्षा, मोटर वाहन और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, शिक्षा और कौशल विकास, पर्यटन जैसे क्षेत्रों में केंद्रित क्षेत्रों के लिए निवेश को आकर्षित करने के लिए एक मंच के रूप में आयोजन का उपयोग करने के उपाय किए जा रहे हैं। और आतिथ्य, स्वास्थ्य क्षेत्र, बुनियादी ढांचा, समुद्री और अन्य के बीच रसद, से समझाया। निवेशकों को राज्य की लंबी तटरेखा और बंदर गाह आधारित अर्थव्यवस्था के लाभों के बारे में समझाया जाएगा। 10 बंदरगाहों और नौ मछली पकड़ने वाले बंदरगाहों के साथ, सरकार आंध्र प्रदेश को पूर्वी तट पर भारत के प्रवेश द्वार के रूप में विकसित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि एपी सरकार ने एयरोस्पेस और रक्षा, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, आटोमोबाइल और इलेक्ट्रिक वाहन, इलेक्ट्रानिक्स और आईटी, स्वास्थ्य देखभाल और चिकित्सा उपकरण, औद्योगिक और सहित क्षेत्र-विशिष्ट निवेश को आकर्षित करने के लिए शिखर सम्मेलन के लिए 13 फोकस क्षेत्रों की पहचान की है। लाजिस्टिक्स इंफ्रा- स्ट्रक्चर, एमएस एमई और स्टार्टअप्स एंड इनोवेशन, पेट्रोलियम एंड पेट्रोकेमि कल्स, फार्मास्यूटिकल्स एंड लाइफ साइंसेज, रिन्यूएबल एनर्जी, स्किल डेवलपमेंट एंड एजुकेशन, टेक्सटाइल्स एंड अपैरल और टूरिज्म एंड हास्पि टैलिटी। सरकार उद्योग विशेषज्ञों के नेतृत्व में क्षेत्रीय पूर्ण सत्र आयोजित करेगी। लगभग ढाई साल के कोविड -19 ने इस कार्यक्रम को अब तक रोक दिया था, लगभग 2,500 प्रतिनिधियों के इस कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना है और इससे अधिक आंध्र यूनि- वर्सिटी इंजीनियरिंग कालेज के मैदान में 200 स्टाल लगाए जाएंगे। एपी के सूचना मंत्री ने कहा है कि सरकार आंध्र प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट -2023 के दौरान राज्य में कम से कम रुपए 1.85 लाख करोड़ के निवेश को आकर्षित करने का लक्ष्य लेकर चल रही है। साथियों बात अगर हम मध्य प्रदेश में हुए, सातवें वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन 11-12 जनवरी 2023 की करें तो, देश के सबसे स्वच्छ शहर और मप्र की व्यावसायिक राजधानी इंदौर में 2 दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया था, इस इन्वेस्ट समिट में देश के कई प्रमुख उद्योगपति और निवेशक शामिल हुए थे। पीएम ने वर्चुअल तरीके से सातवें शिखर सम्मेलन का उद्घाटन कर संबोधित भी था। इस दौरान पीएम कहा था आस्था और आध्यात्म से लेकर पर्यटन तक, एग्रीकल्चर से लेकर एजुकेशन और स्किल डेवलपमेंट तक मध्य प्रदेश अजब भी है, गजब भी है और सजग भी है। एमपी में यह समिट ऐसे समय में हो रही है, जब भारत की आजादी का अमृतकाल शुरू हो गया है। हम सभी विकसित भारत के निर्माण के लिए जुटे हुए हैं। यह हमारे लिए एसपिरेशन नहीं हर भारतीय का संकल्प है। दुनिया की हर संस्था, हर एक्सपर्ट इसको लेकर आश्वस्त दिख रहे हैं।
साथियों बात अगर हम 10-12 अप्रैल 2023 को होने वाले पहले वैश्विक पर्यटन शिखर सम्मेलन की करें तो, भारत हाल में जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है और इसी दौरान भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा 10 से 12 अप्रैल 2023 को देश का पहला वैश्विक पर्यटन शिखर सम्मेलन देश की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित होना है। इस आयोजन में सभी जी-20 के सदस्य देश आमंत्रित होंगे। पर्यटन मंत्रालय के निदेशक ने कहा कि भारत वैश्विक पर्यटन निवेशक शिखर सम्मेलन में पर्यटन के विभिन्न क्षेत्रों उदाहरण के लिए थीम पार्क, साहसिक पर्यटन जिसे एडवेंचर टूरिज्म के नाम से भी जानते हैं, और कल्याण पर्यटन यानि कि वैलनेस टूरिज्म में भी निवेश और व्यापार के मौके प्रदर्शित करेगा। सरकार का 2030 तक पर्यटन में लगभग 140 मिलियन नौकरियों का सृजन और 56 बिलियन डालर विदेशी मुद्रा अर्जित करने का लक्ष्य निर्धारित है। विशेष रूप से क्रूज पर्यटन, पारितंत्र पर्यटन और साहसिक पर्यटन पर ध्यान दिया जा रहा है, जैसा कि देखा भी जा सकता है कि यह ज्यादा लोकप्रिय रहे हैं। अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि आओ सर्वोत्तम समृद्धि, रोजगार की ओर कदम बढ़ाए। भारत को उत्तम से सर्वोत्तम देश बनाएं। स्वरो जगार की संस्कृति बेरोजगारी दूर करने की कुंजी है, इसे तेजी से अपनाना समय की मांग। हर राज्य द्वारा वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन का आयोजन अपने समर्थकता के अनुसार आयोजित करना सु दूर समृद्धि और बेरोजगारी दूर करने की ओर कदम बढ़ाना है।
आओ सर्वोत्तम समृद्धि , रोजगार की ओर कदम बढ़ाएं – भारत को उत्तम से सर्वोत्तम देश बनाएं
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