Tripura Assembly Elections 2023: BJP Sankalp Patra में कई बड़ी घोषणाएं, नड्डा ने जनता से मांगे और 5 साल

RAJNITIK BULLET
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Feb 09, 2023
नड्डा ने कहा कि संकल्प पत्र की चर्चा के साथ ही मैं इसके महत्व की भी चर्चा करता हूं। दूसरी पार्टी घोषणा पत्र लाती है तो उसे उनकी पार्टी के लोग ही महत्व नहीं देते लेकिन BJP कोई प्रतिबद्धता देती है तो उसे लोग समझते हैं और देश के लोग इंतजार करते हैं कि BJP का संकल्प पत्र क्या होगा।
त्रिपुरा विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने आज अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया जिसमें कई लोक लुभावन घोषणाओं की भरमार है। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राज्य की राजधानी अगरतला में मुख्यमंत्री माणिक साहा तथा अन्य पार्टी नेताओं की उपस्थिति में संकल्प पत्र जारी करते हुए कहा कि त्रिपुरा की जनता को यह भी देखना चाहिए कि क्या इससे पहले शासन करने वाली कोई भी पार्टी जनता के बीच अपना रिपोर्ट कार्ड लेकर आई थी। उन्होंने जनता से भाजपा को एक बार फिर पांच साल का अवसर देने की अपील करते हुए कहा कि त्रिपुरा का तीव्र गति से विकास सुनिश्चित किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि संकल्प पत्र की चर्चा के साथ ही मैं इसके महत्व की भी चर्चा करता हूं। दूसरी पार्टी घोषणा पत्र लाती है तो उसे उनकी पार्टी के लोग ही महत्व नहीं देते लेकिन BJP कोई प्रतिबद्धता देती है तो उसे लोग समझते हैं और देश के लोग इंतजार करते हैं कि BJP का संकल्प पत्र क्या होगा। BJP अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि हमारी पार्टी ने राजनीतिक संस्कृति बदल दी है क्योंकि हम अपने काम का ‘रिपोर्ट कार्ड’ पेश करते हैं। भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि हमने त्रिपुरा को बंद और नाकाबंदी से मुक्त कराया है। उन्होंने साथ ही दावा किया कि त्रिपुरा में पिछले पांच वर्षों में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 3.5 लाख मकान बनाए गए हैं। इसके साथ ही नड्डा ने अपने संबोधन में त्रिपुरा की जनता से कई बड़े वादे करते हुए संकल्प पत्र की खूबियों को गिनाया।
संकल्प पत्र की प्रमुख बातें इस प्रकार हैं-
भाजपा आदिवासी क्षेत्रों के लिए अधिक स्वायत्तता, किसानों की आर्थिक सहायता और रबर आधारित उद्योग के विशिष्ट-विनिर्माण क्षेत्रों में वृद्धि करेगी।
धार्मिक गुरु अनुकुल चंद्र के नाम पर सभी के लिए पांच रुपये की भोजन योजना शुरू करने के साथ ही अगरतला में एक क्षेत्रीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान की स्थापना भी की जाएगी।
त्रिपुरा को ‘डीटीएच’- विकास (डिवेलपमेंट), परिवर्तन (ट्रांसफॉर्मेशन) और सद्भाव (हार्मनी) के रास्ते पर ले जाया जायेगा।
घोषणापत्र में कहा गया है कि प्रत्येक बालिका को 50,000 रुपये का बालिका समृद्धि बांड दिया जाएगा, जबकि आदिवासी भाषा ‘कोकबोरोक’ को सीबीएसई और आईसीएसई पाठ्यक्रम में विषय के रूप में शामिल किया जाएगा।
रबर और बांस पर आधारित उद्योग-विशिष्ट विनिर्माण क्षेत्र स्थापित किये जायेंगे।
6,000 रुपये की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि को बढ़ाया जाएगा और राज्य सरकार द्वारा 2,000 रुपये और प्रदान किए जाएंगे।
आदिवासी क्षेत्रों के लिए विधायी, कार्यकारी और वित्तीय शक्तियों सहित अधिक स्वायत्तता दी जाएगी।

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