बजट 2023-24 भारत को दुनिया का ग्रोथ इंजन बनाएगा – अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन डालर की ओर अग्रसर

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(एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी)

केंद्रीय आम बजट 2023-24 पर विशेष

वैश्विक स्तरपर भारतीय बजट 2023-24 पर नजरें टिकी रही। बीते वर्षो की अपेक्षा सबसे कम समय 87 मिनट की बजट घोषणा के तुरंत बाद सेंसेक्स में उछाल दर्ज किया गया जो करीब 1050 अंक से बढ़ा, इस बाजार के दूरगामी परिणाम हमें देखने को मिलेंगे। भारत के कदम अब विजन 2047 की ओर तेजी से बढ़ेंगे। इस बजट में मानवता का सम्मान भी दिखा क्योंकि मेनहोल अब मानव नहीं बल्कि मशीनें ही खोलेगी। बजट के में अनेक छोटी-छोटी बातों का जिक्र भी किया गया जो गरीबों को मुफ्त अनाज की सीमा 31 जनवरी 2024 तक बढ़ाई गई एमएसएमई स्कीम की भी सीमा 31 मार्च 2023 से आगे बढ़ाई गई। पर्यावरण पर 2070 तक नेट जीरो लक्ष्य, जेल में बंद गरीबों को अब सरकार न्यायपालिका में लीग ल सहायता देकर छुड़ाएगी, पीएम कौशलता विकास वर्जन 4.0 शुरू होगा, 30 स्किल इंडिया सेंटर बनेंगे, गोवर्धन स्कीम शुरू होगी, महिलाओं बुजुर्गों को विशेष सुविधाएं सहित मुख्य रूप से इस बजट में अनेक विशेषताएं रही जो इस प्रकार है। वरिष्ठ नागरिकों याने 60 साल से अधिक उम्र वाले व्यक्तियों के लिए बचत खाता योजना में अधिकतम जमा सीमा को 15 से बढ़ाकर 30 लाखघ् किया गया है। बता दें कि पिछले साल 15 लाख से अधिक जमा पर 30 प्रतिशत टैक्स था अब 30 लाख तक टैक्स जीरो, महिलाओं के लिए महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट का प्रस्ताव जिसमें दो लाख के लिए जमा पर 7.5 प्रतिशत ब्याज मिलेगा जमा करने की सीमा अधिकतम 2 लाख तक तथा बीच में थोड़े पैसे निकालने की सुविधा होगी। हम बजट की मुख्य 10 बातों पर अगर ध्यान दें तो (1) स्लैब में छूट बढ़ाकर तीन लाख की गई और वेतन भोगी कर्मचारियों की छूट सीमा 5 से बढ़ाकर 7 लाख की गई है। (2) टैक्स स्लैब को 7 से घटाकर पांच किया गया है (3) रेलवे को 2.40 लाख करोड़ का बजट जो पिछले 10 सालों से सर्वाधिक है, पिछले साल से 4 गुना और सन 2013-14 से 9 गुना अधिक है। (4)लंबी अवधि के प्रोजेक्ट पर 10 लाखघ् करोड़ का प्रावधान (5) वाणिज्य विवाद को निपटाने के लिए नई विवाद निपटारा योजना (6) चुनिंदा सरकारी एजेंसियों के सभी डिजिटल सिस्टम के लिए सबको एक पैन पहचान पत्र के रूप में देने का प्रावधान (7) 87 मिनट के भाषण में अत्यधिक उपलब्धियां (8) वित्तीय घाटे का लक्ष्य 5.9 प्रतिशत करना जो वर्तमान में 6.4 प्रतिशत है (9) कृषि क्षेत्र में कर्ज का लक्ष्य 20 लाख करोड़ (10) पीएम आवास योजना फंड 79 हजार करोड़ जो 66 प्रतिशत अधिक है। पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ग्रीन फील्ड को बढ़ावा दिया जाएगा। साथियों बात अगर हम आम बजट में कुछ निराशा की करें तो स्वाभाविक है, हर व्यक्ति हर क्षेत्र हर पोर्ट फोलियो में शायद कुछ ना कुछ मांगे अधूरी रह जाती है। इस सृष्टि पर सभी खुश नहीं रह सकते। तारीफ से आलोचना और आशा से निराशा जुड़ी रहती है, इस लिए हमें उम्मीद थी कि आय कर अधिनियम 1961 की धारा 80 सी, 80 डी, 80 ई की सीमाएं बढ़ाई जाएगी, स्लैब के रेट में सिर्फ 50, हजार ही बड़े, लेकिन उम्मीद थी करीब एक लाख बढ़ेगा। धारा 54 की उपधाराओं में फायदे की उम्मीद थी, होम लोन की ब्याज कटौती सीमा बढ़ने की उम्मीद सहित अनेक उम्मीदों पर फिलहाल 1 वर्ष के लिए पानी फिर गया है। परंतु फिर भी बजट बहुत हद तक संतुलित ही दिखा।
साथियों बात अगर हम बजट 2023-24 के दूरगामी परिणामों वाले उपायों की करें तो, वित्त मंत्री ने बजट 2023 -24 की 7 प्रमुख प्राथमिक ताएं, समावेशी विकास, अंतिम मील तक पहुंचना, बुनियादी ढांचा और निवेश, क्षमता को उजागर करना, हरित विकास, युवा और वित्तीय क्षेत्र गिनाईं। उन्होंने कहा कि दुनिया ने भारत को एक चमकते सितारे के रूप में मान्यता दी है, चालू वित्त वर्ष के लिए हमारी आर्थिक वृद्धि 7.0 फीसदी अनुमानित है, यह महामारी और युद्ध के कारण बड़े पैमाने पर वैश्विक मंदी के बावजूद सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में सबसे अधिक है। नए टैक्स स्लैब के तहत अब 15 लाख रुपये की सालाना आय वाले व्यक्ति को 1.87 लाख रुपये की जगह अब 1.5 लाख रुपये का कर भुगतान ही करना होगा, याने 37 हजार की बचत होगी। इसी तरह 9 लाख रुपये की वार्षिक आय वाले व्यक्ति को अब केवल 45, हजार रुपये का कर भुगतान करना होगा, उन्होंने कहा कि यह बजट गांव, गरीब, महिला, मजदूर, मध्यम वर्ग, नौजवान और कि सान सभी के लिए है। इस बजट से देश के सभी क्षेत्रों व हर राज्य के लोगों को फा यदा होगा। यह एक ऐसा बजट है जो भारत को आगे ले जाएगा, आम बजट पेश करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, हमने एमएसएमई को राहत दी है। बजट में महिला सशक्तिकरण, पर्यटन पर जोर दिया गया. हम फिनटेक, औद्योगीकरण, डिजिटल अर्थ व्यवस्था को भारत की डिजि टल शक्ति के रूप में देख रहे हैं। कृषि ऋण में काफी वृद्धि हुई है, व्यक्तिगत आय कर सुनिश्चित करना, जिसमें बदलाव देखा गया है और यह लंबे समय बाद हुआ है। उन्होंने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इस बजट में 4 मुख्य प्वाइंट है, इनमें महिलाओं का सशक्ति करण, टूरिज्म के लिए एक्शन प्लान, विश्वकर्मा यानी कारीगरों के लिए पहल और ग्रीन ग्रोथ शामिल हैं। बजट का जोर मुख्य रूप से इन चार बिंदुओं पर रहा। बजट भाषण में वित्त मंत्री ने कहा कि पैन अब राष्ट्रीय पहचान पत्र के रूप में जाना जाएगा। बजट में घोषणा की गई कि इलेक्ट्रिक वाहन, आटोमोबाइल, खिलौने और देसी मोबाइल सस्ते होंगे। वहीं, चिमनी, कुछ मोबाइल फोन और कैमरे के लेंस, सिगरेट सोना, चांदी, प्लैटिनम महंगा होगा। साथियों बात अगर हम बजट के पार्ट वन और पार्ट टू के प्रस्ताव की करें तो इसके बारे में हम करीब करीब सभी व्यवस्थाओं की चर्चा और संसद में प्रस्तुत आर्थिक सर्वेक्षण 2023 की चर्चा हमने केंद्रीय आम बजट 2023-24 विशेष भाग 1 में की है और आगे चलकर उन का अध्ययन कर उसकी क्यूरीस और इसका समाधान भी आगे के आर्टिकल्स में करते रहेंगे। अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि केंद्रीय बजट 2023-24 पर विशेष है बजट 20 23-24 भारत को दुनिया का ग्रोथ इंजन बनाएगा। अर्थ व्यवस्था 5 ट्रिलियन डालर की ओर अग्रसर हुई है। यह बजट समावेशी और संतुलित बजट है। चुनावी बजट संबंद्दी प्रतिक्रिया नहीं आना दूरगामी उपलब्धि मानी जाएगी।

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