(मनोज मौर्य) ऊंचाहार रायबरेली। गौशाला में पिछले छह महीने से मवेशियों के चारे के लिए अधिकारियों द्वारा भुगतान नहीं किया है। जिस वजह से गौशाला में चारा का संकट पैदा हो गया है। गौशाला संचालक ने भी अब हाथ खड़े कर दिए हैं। जिससे गौशाला का संचालन प्रभावित होने जा रहा है।
दरअसल पूरा मामला रोहनिया विकासखंड के गौसपुर गांव स्थित जिला पंचायत के गौशाला का है। इस गौशाला का संचालन सुरेश कुमार सिंह कर रहे हैं। उनका कहना है कि विगत 6 महीने से मवेशियों के चारे के लिए भुगतान नहीं आया है। इन 6 महीनों में उन्होंने क्षेत्र के किसानों से उधार चारा लेकर मवेशियों के आहार की व्यवस्था कराई है। भुगतान न मिलने के कारण अब किसान उन्हें उधार चारा नहीं दे रहे हैं। यही नहीं जिन किसानों का भुगतान लंबित है वह भी रुपए के लिए बराबर दबाव बना रहे हैं। जिसके कारण वह परेशान हैं। जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी को लिखे पत्र में गौशाला संचालक ने कहा है कि जिन किसानों का पैसा उधार है, वह इतना दबाव बना रहे हैं कि वह मानसिक रूप से परेशान हो गया है। उसने कहा है कि धन के अभाव में अब गौशाला का संचालन संभव नहीं हो पा रहा है। संचालक ने तत्काल भुगतान करने की मांग की है। उधर गौशाला में चारा खत्म हो जाने के कारण मवेशी भूख से तड़प रहे हैं। मवेशियों की जान भी जा सकती है। गौशाला संचालक ने कहा है कि उच्चाधिकारियों द्वारा भुगतान न करने की दशा में वह चारा की व्यवस्था नहीं कर पा रहा है।
छह महीने से मवेशियों के चारे के लिए अधिकारियों ने नहीं किया भुगतान
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