बिना सूचना के 7 ग्राम पंचायतों के 22 लाख रूपये के विकास कार्य अवरूद्ध, जनता में आक्रोश

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(राजन शर्मा) शिवगढ़, रायबरेली। विकासखंड क्षेत्र की 7 ग्रामपंचायतों को जोड़कर शिवगढ़ नगर पंचायत का गठन कर दिया गया है। वर्तमान में प्रधानों को किसी प्रकार के विकास कार्यों को रोकने के लिए कोई पत्र जारी नहीं किया गया है। सातों ग्राम पंचायतों द्वारा अनवरत विकास के कार्य चल रहे हैं। जहां विकास विभाग द्वारा कार्य करवाए जा रहे हैं,वही राज्यवित्त व केंद्रीय वित्त के कार्यों का डोंगल दोबारा जिला पंचायत राज अधिकारी ने बिना पूर्व सूचना के बंद कर दिया है। जिसको लेकर प्रधानों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए खंड विकास अधिकारी को प्रार्थना पत्र के माध्यम से अवगत कराया है।गौरतलब हो कि शिवगढ़ क्षेत्र की 7 ग्राम पंचायतें सरायक्षत्रधारी, शिवली, कुम्हरावां, शिवगढ़, पिपरी, ढेकवा तथा भवानीगढ़ को समायोजित करते हुए नगर पंचायत शिवगढ़ का गठन किया गया है। जिसमें पूर्व में कराए जा रहे विकास कार्यों की मजदूरों का भुगतान और मैटेरियल का धन लगभग 22 लाख से अधिक बाकी है। बिना किसी पूर्व सूचना के जिला पंचायत राज अधिकारी गिरीश चंद्र ने डोंगल ब्लाक कर दिए हैं। जिसको लेकर ग्राम प्रधानों ने शासनादेश का हवाला देते हुए खंड विकास अधिकारी शिवगढ़ को प्रार्थना पत्र दिया है।जिसमें बताया गया है कि 8 अगस्त 2022 को मुख्य सचिव नगर विकास दुर्गाशंकर मिश्र द्वारा नवस्रजित नगर पंचायतों के लिए यह स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि वित्तीय वर्ष मार्च 2022-2023 तक पंचायतों में होने वाले विकास कार्यों का भुगतान किया जाएगा। किंतु शासनादेश को भी ताक पर रखते हुए जिला पंचायत राज अधिकारी ने 1 माह के अंदर ही दूसरी बार प्रधानों के डोंगल बंद कर दिया है। जबकि विकास विभाग द्वारा मनरेगा आदि के कार्य अनवरत संचालित हैं। उनमें किसी प्रकार की कोई रोक-टोक नहीं लगाई गई है। सरकार की मंशा के अनुरूप नवसृजित नगर पंचायतों में चल रहे विकास कार्यों में किसी प्रकार कि कोई दखल नहीं की जाएगी। जब तक की नवसृजित नगर पंचायत का गठन नहीं हो जाता। उसके बावजूद भी जिला पंचायत राज अधिकारी गिरीश चंद्र द्वारा प्रधानों के बिना किसी सूचना के एक माह के अंदर दो बार डोंगल बंद किए जा चुके हैं।इसके पीछे कई तरह के प्रलोभन भी नजर आ रहे हैं। ग्राम प्रधानों का कहना है कि यदि डोंगल नहीं खोले गए तो यह मामला प्रदेश के मुखियामुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने भी रखा जाएगा। जिला पंचायत राज अधिकारी गिरीश चंद्र ने बताया कि 7 ग्राम पंचायत नवस्रजित नगर पंचायत में परिवर्तित हो गई हैं। इसलिए डोंगल रोक दिया गया है। ग्राम प्रधानों द्वारा किसी शासनादेश की बात की गई थी इसलिए प्रधानों से शासनादेश मंगाया गया है।यदि इस प्रकार का कोई शासनादेश है तो धन का भुगतान अवश्य करा दिया जाएगा।कितना किस ग्राम पंचायत का बकाया राशि के आकड़े शिवगढ़ ग्राम प्रधान प्रमिला सिंह ने बताया कि लगभग रू0 5 लाख ग्राम पंचायत में मजदूरी व मटेरियल का बकाया है खाते में एक भी पैसा नहीं है और डोंगल भी बंद कर दिया गया। सरायक्षत्रधारी प्रधान विष्णु कुमार गोस्वामी ने बताया कि 20 शोकपिट का 2.34 लाख तथा रू03 लाख मजदूरी व मटेरियल का टोटल लगभग 5.5 लाख बकाया है। 30 हजार मात्र ग्राम पंचायत के खाते में हैं और महीने में दो बार डोंगल बंद किया जा चुका है। पिपरी ग्राम प्रधान कृष्णा देवी ने बताया कि लगभग रू0 1 लाख बकाया है और खाते में धन भी नहीं है डोंगल बंद कर दिया गया है। भवानीगढ़ प्रधान जनक कुमारी ने बताया कि लगभग 5 लाख बकाया है और खाते में धन भी नहीं है और डोंगल भी बंद कर दिया गया। कुम्हरावां प्रधान रमेश कुमार मौर्य ने बताया कि रू0 5 लाख बकाया है रू0 25 हजार खाते में है डोंगल बंद कर दिया गया है। शिवली प्रधान गुंजन त्रिवेदी ने बताया कि 1लाख बकाया है,1.20 खाते में है लेकिन डोंगल बंद हो जाने के कारण भुगतान नहीं हो पा रहा। वही ढेकवा की प्रधान कामिनी सिंह ने बताया 55 हजार खाते में है ढाई लाख रुपए बकाया है। डोंगल बंद कर दिया गया है ऐसी स्थिति में मजदूरी व मटेरियल का पैसा प्रधान कैसे वहन करेंगे।

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