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(मो0 रिजवान)
प्रयागराज जनपद के रिजर्व पुलिस लाइन में एसएसपी द्वारा आयोजित की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में थाना उतरांव क्षेत्र में हुई 24 अक्टूबर को हाईवे पर चार पहिया ट्रक लूट की घटना का अनावरण करते हुए प्रेस कॉन्फस में मौजूद एसएसपी शैलेश कुमार पाण्डेय ने बताया कि थाना उतरांव क्षेत्र में लूट की घटना को अंजाम देने वाले अन्तर्राज्यीय गिरोह को पुलिस अधीक्षक गंगापार अभिषेक अग्रवाल व क्षेत्राधिकारी हण्डिया सुधीर कुमार के पर्यवेक्षण में थानाध्यक्ष उतरांव श्रवण कुमार व एसओजी प्रभारी उप निरीक्षक राजेश उपाध्याय के संयुक्त नेतृत्व में थाना उतरांव व एसओजी टीम ने 05 अभियुक्तों को गिरफ्तार करते हुये लूट में प्रयुक्त स्विफ्ट कार व लूटा गया ट्रक तथा अन्य घटना में प्रयुक्त 02 अन्य ट्रक बरामद तथा गिरफ्तार अभियुक्तों की जामा तलाशी से 02 तमंचा 315 बोर व 05 जिन्दा कारतूस बरामद किये गये। एसएसपी ने बताया कि पकड़े अभियुक्तों ने गिरफ्तार किए गए पुलिस टीम को पूछताछ के दौरान अपने अपराध करने का तरीका बताया कि वह किस तरीके से घटना को अंजाम देते थे। एसपी गंगापार ने बताया कि मो0 दिलबहार पुत्र जु्मई निवासी कुल्लीपुर थाना मान्धाता जनपद प्रतापगढ़ गैंग का सरगना है जिसके 02 भाई मसीद व आजाद गैंग के सक्रिय सदस्य है जो कई लूट की धटनाओं में पूर्व में जेल जा चुके हैं। आजाद वर्तमान समय में ट्रक लूट की घटनाओं में जौनपुर जेल में निरुद्ध है। गैंग में कुल 15-20 सदस्य हैं जो संगठित होकर हाइवे में आने-जाने वाले ट्रकों को निशाना बनाकर उनके आगे ट्रूक और कार खड़ा कर लूट की घटनाओं को अंजाम देते है तथा ट्रक को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने तक ड्राइवर को आंखों में प्टी व हाथ-पैर बांधकर कार में बैठाकर इधर-उधर घुमाते है बाद में सुनसान घरों के अन्दर बंद कर भाग जाते है। इस गैंग द्वारा अम्बेडकरनगर, जौनपुर, प्रतापगढ़, अयोध्या, प्रयागराज व अन्य प्रदेशों में भी टूक लूट की कई घटनाओं को अंजाम दिया जा चुका है। यह लूटी गयी ट्रकों को MP व बिहार में ले जाकर चेसिस नं0 बदलकर बंच देते हैं। एसएसपी ने बताया कि गैंग के सक्रिय सदस्य में शामिल मो0 दिलबहार, अरशद, मशीद, वरसीक, सलमान, दिलशाद, दीपक, वारिस, गुफरान, एजाज,शमशीद, मेराज यह सभी लोग प्रतापगढ़ से हैं। पुलिस ने जिन 5 अभियुक्तों को पकड़ा है उनके नाम मशीद, गिरजा शंकर, अनीश, मेराज व समीर हैं। जिनके विरूद्ध स्थानीय थाना में आर्म्स एक्ट के साथ अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की गई।