कांग्रेस ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश में अपने चुनावी घोषणा पत्र में हर विधानसभा क्षेत्र में सभी बुजुर्गों के लिए चार साल में एक बार मुफ्त तीर्थयात्रा से लेकर धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बजट आवंटित करने तक के महत्वाकांक्षी वादों को सामने रखा है। यहां शिमला के राजीव भवन में जारी पार्टी के घोषणापत्र में ‘‘देवस्थान और तीर्थ यात्रा’’ शीर्षक वाला एक अलग खंड शामिल है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह और पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित भाजपा के शीर्ष नेता भी अपनी चुनावी सभाओं में धार्मिक मुद्दे को उठा रहे हैं और लोगों से पूछ रहे हैं कि क्या कांग्रेस ने कभी देश में मंदिरों के जीर्णोद्धार की परवाह की है, जो कि भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में किया है।
कांग्रेस ने राज्य समर्थित मंदिरों में वार्षिक योगदान को दोगुना करने का वादा किया है। मंदिर के पुजारियों के वेतन को भी अब जो मिल रहा है उससे दोगुना कर दिया जाएगा। घोषणा पत्र में यह भी कहा गया है कि धार्मिक पर्यटन को मजबूत करने के लिए पर्यटन सर्किट विकसित किए जाएंगे और राज्य में मंदिरों के जीर्णोद्धार और आधुनिकीकरण के लिए विशेष बजट बनाया जाएगा।