भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी का हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में उनके आवास पर शनिवार सुबह निधन हो गया। वह 106 वर्ष के थे। निर्वाचन आयोग ने बताया कि नेगी ने दो नवंबर को राज्य विधानसभा चुनाव के लिए डाक मतपत्र के जरिये वोट डाला था। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने ट्विटर पर नेगी के निधन पर शोक जताया। उन्होंने कहा कि नेगी ने कुछ दिन पहले खराब स्वास्थ्य के बावजूद अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था और यह बात उन्हें हमेशा भावुक करेगी।
मुख्यमंत्री ठाकुर ने ट्वीट किया, ‘‘आजद भारत के पहले मतदाता श्याम सरन नेगी के निधन की खबर मिलने से दुखी हूं। अपने कर्तव्य का पालन करते हुए उन्होंने डाक मतपत्र के जरिये दो नवंबर को 34वीं बार मतदान किया था। यह बात मुझे हमेशा भावुक करेगी।’’ निर्वाचन आयोग ने नेगी के निधन पर शोक जताया और कहा कि उनकी लोकतंत्र में बहुत आस्था थी। आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘वह न केवल स्वतंत्र भारत के पहले मतदाता थे, बल्कि लोकतंत्र में अटूट आस्था रखने वाले व्यक्ति भी थे।
भारत निर्वाचन आयोग श्री श्याम सरन नेगी के निधन पर शोक जताता है। हम राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा के बहुत आभारी हैं।’’ निर्वाचन आयोग ने ट्वीट किया, ‘‘नेगी ने लाखों लोगों को मतदान करने के लिए प्रेरित किया और अपने निधन से पहले दो नवंबर को डाक मतपत्र के जरिये हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के लिए वोट डाला।’’ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस ने भी नेगी के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की। भाजपा ने कहा, ‘‘भाजपा स्वतंत्र भारत के प्रथम मतदाता श्याम सरन नेगी के निधन पर गहरा दुख एवं संवेदनाएं व्यक्त करती है। ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे।