मनरेगा ने गंगेहरा की बदल दी सूरत, शहर के मुकाबले खड़ा हुआ गांव

RAJNITIK BULLET
0 0
Read Time1 Minute, 47 Second

(मनोज मौर्य) ऊंचाहार रायबरेली। यदि लगन और ईमानदारी से काम किया जाए तो सरकारी योजनाओं से गांवो का कायाकल्प हो सकता है। गांवो को शहर की सुविधाओं और विकास के मुकाबिल खड़ा किया जा सकता है। इस हकीकत को समझने के लिए रोहनिया ब्लाक के गांव गंगेहरा गुलाल गांव आना होगा।
रोहनिया ब्लाक की अधिकांश दलित आबादी वाला गंगेहरा गांव का विकास आज अन्य गांवों के लिए मिसाल है। गांव की गलियां हो या सड़क, नालियां हो या नाला हर तरफ एक सुसज्जित और स्वच्छता नजर आ रही है। गांव का पंचायत भवन किसी शानदार कार्यालय जैसा है। गांव के बिजली पोल पर स्ट्रीट लाइटें पूरे गांव को जगमग करती है। ग्राम प्रधान अजय कुमार सरोज बताते है कि गांव के लोग रोजगार के लिए एनटीपीसी और शहरों में काम करने जाते थे। अब उनको गांव में ही रोजगार दिया जा रहा है। चालू वित्तीय वर्ष में ही गांव के कुल 125 परिवारों को रोजगार दिया जा चुका है। शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभ दिलाने के लिए ग्रामीणों को हर सहायता गांव में ही सुलभ कराई गई है। जन्म, मृत्य प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर की नकल समेत अन्य कागजात गांव में भी उपलब्ध कराया जा रहा है।

Next Post

मोटरसाइकिल को ट्रक ने मारी टक्कर, चालक व सवार दोनों की हालत गंभीर

(राजन […]
👉