(आशीष शर्मा) लखनऊ उन्नाव। भारतीय समता पार्टी उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष एस. के सविता नंदवंशी (संतकुमार) ने आज सोशल मीडिया के जरिये अचानक इस्तीफा दिया। जानकारी पर बताया कि पार्टी नाम मात्र कार्य कर रही थी उत्तर प्रदेश में कानपुर नगर के श्याम नगर से राष्ट्रीय अध्यक्ष जय प्रकाश एडवोकेट के नेतृत्व में पार्टी की बागडोर 29 अक्टूबर 2020 को प्रदेश अध्यक्ष के रूप में सँभाला पार्टी के मुद्दे व पार्टी के नाम को देखते हुए पार्टी को जाॅइन किया कि युवा हूं मेहनत करूँगा ओर नेतृत्व का सहयोग मिलेगा आगे तक जाऊंगा पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी लेने के बाद पार्टी में आगरा, अलीगढ़, फिरोजाबाद, उन्नाव, राय बरेली, बलरामपुर, फतेपुर, कानपुर देहात, कानपुर नगर, हापुड़, एटा, मैनपुरी, इटावा, हाथरस, औरैया, जलोंन, सीतापुर, बाराबंकी जैसे जनपदों में पार्टी का विस्तार किया और पदाधिकारी मनोनीत किये साथ ही हरियाणा प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, राजस्थान, उत्तराखंड जैसे प्रदेशो में पार्टी की विचारधारा, पार्टी मुद्दों को पहुँचाने का काम किया। कई जनपदों में पार्टी की मीटिंग बुलाई, प्रदेशो का भी दौड़ा किया।
उत्तर प्रदेश में पार्टी के पदाधिकारी सदैव पार्टी के नेतृत्व से सिर्फ पार्टी प्रचार प्रसार सामग्री की मांग करते रहे, पार्टी वेवसाईट व पार्टी फंड खाता की मांग करते रहे पर पार्टी शीर्ष नेतृत्व आज कल का हवाला देता रहा। उत्तर प्रदेश में 2022 का चुनाव आया राष्ट्रीय अध्यक्ष के द्वारा पार्टी पदाधिकारियों से कोई मीटिंग नही बुलाई गई और न ही चुनाव के लिए किसी पदाधिकारी को अहम जिम्मेदारी दी गयी। प्रदेश के अंदर 12 सीटो पर चुनाव लड़ाने का हवाला राष्ट्रीय अध्यक्ष ने दिया। चुनाव सिर्फ 2 सीटों पर हुआ कानपुर से आशीष शुक्ला जो 1 साल पार्टी में दिखे ही नही और राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कानपुर छावनी विधानसभा से प्रत्याशी बनाया और उस प्रत्याशी के द्वारा उत्तर प्रदेश में अपनी छाप छोड़ रही भारतीय समता पार्टी के कार्यकर्ताओं के जुनून की हत्या की गई। चुनाव मतदान के पहले ही प्रत्याशी ने भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के आगे सरेंडर कर दिया गया। पार्टी नेतृत्व सोशल मीडिया पर पोस्ट डाल कर शांत रहा उत्तर प्रदेश में प्रत्यासी के रूप में कार्यकर्ताओं को मनोबल बढ़ाने के लिए प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश पुरवा विधानसभा 167 से मैदान में रहे पार्टी में कोई अन्य प्रत्याशी नहीं था तब भी पार्टी के राष्ट्रीय नेतृव से चुनाव में कोई शारीरिक मदद, न ही पार्टी सहयोग की मद्दत की गई हताशा झेलते हुए पूरा चुनाव प्रदेश अध्यक्ष ने लड़ा और राष्ट्रीय अध्यक्ष से बात चीत हुई कि पार्टी नेतृव में परिवर्तन किया जाए। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने अश्वासन दिया बिल्कुल किया जाएगा पर 10 मार्च को परिणाम निकलने के बाद 10 अप्रैल तक राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदेश अध्यक्ष की कोई बात चीत नही हुई सूत्रों की जानकारी पर मालूम हुआ राष्ट्रीय अध्यक्ष जी का कहना है जिसको जाना है जाए परिवर्तन नही होगा। पार्टी में जो सम्मान यहां लोगो को मिल रहा है वह कही और प्राप्त नही होगा। इस टिप्पणी पर प्रदेश अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि मेरे नेतृत्व में जो सम्मान मिला पार्टी को ओर निजी कोष से पार्टी हित मे जो योगदान रहा मेरा कोई कर सकता है तो जिम्मेदारी दे दी जाए। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष ने अपने पद से इस्तीफा दिया साथ ही प्रदेश के प्रदेश संगठन मंत्री सी.पी वर्मा, दीपक ठाकुर प्रदेश प्रवक्ता , आयुष राज मीडिया प्रभारी, आशीष ठाकुर, सूरज वर्मा, विकाश वर्मा, अशौक बाजपेई सभी पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सोशल मीडिया पर देख इस्तीफे को उत्तर प्रदेश की कार्यकरणी को किया भंग कार्यकर्ताओ में एक नई आशा थी क्या होगा प्रदेश अध्यक्ष का अगला कदम। अलग अलग तरीके से अपने नेता एस. के सविता का दे रहे है सभी सहयोग और मजबूत स्तम्भ चुनने की दे रहे है सलाह।
भारतीय समता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश ने दिया अपने पद से इस्तीफा
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