दलित पीड़ित खटीक समाज के लोगों को घर में घुस के दबंगो ने मारा

RAJNITIK BULLET
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(रितेश कुमार) फतेहपुर। जनपद फतेहपुर के किशनपुर क्षेत्र होली वाले दिन पड़ोस के गांव सरौली क्षेत्र के कुछ लोग दारू पी कर रंग में भग डालने के इरादे से घर से निकलते हैं आपको बताते चले कि होली वाले दिन लगभग 12 बजे के करीब रंग डालने को लेकर विवाद हुआ जिसमें गल्ला मंडी के पास मोटर साइकिल से जाते हुए तीन लोगों पर छोटे छोटे बच्चों ने रंग डाल दिया जिसके बाद वो तीनो लोग सरौली के गाली गलौज करते हुए चले गए समय लगभग 1 बजे के करीब सरौली के लोग दोबारा 40-50 लोगो का समूह जिसमे उन लोगो ने अपने हाथो में डण्डा, लाठी, कुल्हाड़ी, फरसा, राड लेकर आये और गाली गलौज करने लगे तभी कुछ लोगो ने आकर समझाया तो कुछ लोग तो समझ गए लेकिन 10-15 लोगो का ग्रुप पीछे से आ रहा था सरौली के लोगों का एक दम दंगा करने के उद्देश्य से ही थे तभी किशनपुर थाना को फोन किया गया लगभग 2 बजे पुलिस 10-15 मिनट पर पहुंची और सभी को समझा कर मामले को शांत करने को कहा फिर कुछ लोगों ने थाने के बगल में पानी टंकी के समीप बने खटीक समाज के घरों में घुस के बुरी तरह से मारने लगे जिसमे खटीक समाज के कई लोग बुरी तरह से घायल हो गए उसके बाद इन लोगो का पूरा समूह नरवापर की तरफ बढ़ा और ईट पथराव करने लगे जिसको हम लोग सोशल मीडिया पे वायरल वीडियो देख भी सकते है लेकिन पथराव के बाद खटीक समाज के जिन लोगो को पाया उन लोगो ने उसे बुरी तरह से मारा जैसे कि वार्ड न 4 में हमारे सभासद मुरली सोनकर व खान्नी सोनकर और अन्य कई लोग खयाल हो गए लेकिन हमारी किशनपुर पुलिस प्रशासन ने उल्टा मुरली सोनकर और खननी सोनकर व और अन्य लोगों का मेडिकल करवाने के बाद अपने है हिरासत में लेकर जेल भेज दिया।
यह कैसा कानून है साहब जहा पर निर्दोष को ही अपराधी बना के उसके ऊपर मुकद्दमा लिख कर जेल भेज दिया गया।
आपको बताते चले की जहा देखो वही सबसे ज्यादा दलित पीड़ित को ही सताया जाता है चाहे वह प्रशासनिक तौर से हो या राजनीतिक हो या फिर सरौली और किशनपुर रौताना के दबंग सिगरौर जैसे आदि।
जैसा की ऊपर लिखा जा चुका है लेकिन आज भी माहौल गर्म है किशनपुर काफी चर्चित विषय बना हुआ है सोनकर समाज के लोगो को आए दिन धमकी पे द्दमकी मिल रही है कि अगर खागा जाओगे तो जान से मेरे जाओगे अगर किशनपुर में भी रहोगे तो भी मारे जाओगे अगर कोई व्यापार भी करने निकले गे तो भी जान से मार दिए जाओगे इन सभी धमकियों का साक्ष्य सोशल मीडिया में अपलोड है सरौली के सिंगरौरो के साथ-साथ किशनपुर रौतना के भी सिंगरौर समाज के लोग इस खूनी होली में शामिल है जिसमे सरौली के सिंगरौरो के साथ ही रौताना के सिंगरौर भी खटीक समाज के मोहल्ले में दिन दहाड़े पथराव करने के बाद जिंदा जला देने की खुला धमकी दी जा रही है जो की ये वीडियो सोशल मीडिया पे वायरल हो रहा है ऐसे कई वीडियो सोशल मीडिया में वाइरल हो रहे है जिसमे खटीक समाज के लोगो को बुरी तरह से घर में घुस घुस के मारा जा रहा था। वहीं खटीक समाज के लोगो के बीबी, पत्नी, छोटे बड़े बूढ़े सभी लोग बेहद डरे हुए है लेकिन मै आपको बता दूं की खटीक समाज के लोग करे तो क्या करे। कहां जाएं न उनके पास इतनी सम्पदा है और न ही आर्थिक रूप से मजबूत है जो बिना घर से बाहर निकले दो पैसा कमाए अपना जीवन यापन कर सके। कैसे अपना और अपने परिवार का पेट भरेगा। कई न्यूज पेपरों में खबर प्रकाशित हुई है कि दो सगे भाइयों की है इस खूनी होली में हिस्सेदारी लेकिन मै कवरेज में निकाल के पूरे माहौल को समझ बूझ कर सुरेंद्र कुमार सोनकर और जितेन्द्र कुमार सोनकर और खटीक समाज के कुछ लोगो से बात चीत करने के बाद यह जानकारी मिली कि विपक्षी दल इन दो सगे भाइयों के ऊपर झूठा आरोप लगाया जा रहा है जैसा की मै आपको को बता दू की सुरेंद्र कुमार सोनकर किशनपुर नगर पंचायत के अध्यक्ष है और साथ साथ वह एक न्याय प्रिय समाज सेवी भी है।
वहीं हम बात करे जितेन्द्र कुमार सोनकर की तो ओ कौशांबी जिले के ब्लाक प्रमुख अध्यक्ष भी रह चुके है और वे भी एक न्याय प्रिय समाज सेवी व्यक्ति है लेकिन उस दिन सुरेंद्र कुमार सोनकर घर से बाहर किसी खास काम के लिए गए थे और जब इनको मालूम हुआ कि किशनपुर में हालात बिगड़ गए है तब इन्होंने किशनपुर प्रशासन को फोन कर उक्त कारवाही करने को कहा वहीं हम बात करे जितेन्द्र कुमार सोनकर की अपने घर किशनपुर आए थे होली का त्योहार करने लेकिन तब तक ये घटना घट चुकी थी अपने समाज में ये दर्दनाक घटी घटना को देख कर अपने समाज के लोगो को समझाया और सांत्वना दिया कि आप लोग घबराए नहीं प्रशासनिक कारवाही हम लोग करेंगे ।।
लेकिन किसे क्या पता कि दबंगो ने प्रशासनिक जोर लगा के उल्टा ही झूठे आरोप में डीएम और एसपी ने स्वयं रात को लगभग 9 बजे खटीक समाज के न्याय प्रिय समाज सेवी सुरेंद्र कुमार सोनकर और उनके भाई जितेन्द्र कुमार सोनकर को अपने हिरासत में ले लिया इसके बाद खटीक समाज की हिम्मत कुछ टूट गई लेकिन फिर भी पूरा सत्य सामने आने के बाद जब इलाहाबाद से एडीजी प्रेम प्रकाश जी का किशनपुर थाना में आगमन हुआ तब सुरेंद्र कुमार सोनकर और उनके छोटे भाई को छोड़ दिया गया और प्रशासन को आदेश दिया कि जितने भी चोटहिल लोग है उनका तुरन्त मेडिकल करवाया जाए ।और कस्बे में अशांति न फैले इसी लिए पूरे किशनपुर कस्बे में प्रशासन को तैनात करवा दिया ताकि कोई अनहोनी घटना न घट सके ।।

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