एडीसी ने बताया कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत मेला अवधि के दौरान नारियल मंदिर में ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। नारियल मंदिर के मुख्य गेट से पहले डीएफएमडी के स्थान पर लाईन में ही यात्रियों से जमा कर लिए जाएंगे।
एडीसी ने बताया कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत मेला अवधि के दौरान नारियल मंदिर में ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। नारियल मंदिर के मुख्य गेट से पहले डीएफएमडी के स्थान पर लाईन में ही यात्रियों से जमा कर लिए जाएंगे।
श्रद्धालुओं के लिए दर्शन पर्ची अनिवार्य होगी तथा यह पर्ची चिंतपूर्णी सदन, नया बस अड्डा तथा शंभू बैरियर से प्राप्त की जा सकती है। डॉ. अमित कुमार शर्मा ने कहा कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं को आपातकालीन चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने को चिंतपूर्णी अस्पताल 24 घंटे अपनी सेवाएं प्रदान की जाएंगी। उन्होंने मेले के दौरान श्रद्धालुओं को स्वच्छ व साफ-सुथरा पेयजल मुहैया करवाने के लिए आईपीएच विभाग को पेयजल स्रोतों की समुचित पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित बनाने के निर्देश दिए।
उन्होंने मेले के दौरान प्लास्टिक के प्रयोग को रोकने के लिए डीएफएससी ऊना की टीम को मेला क्षेत्र का निरीक्षण करने के निर्देश दिए ताकि पॉलिथीन के प्रयोग को रोका जा सके। एडीसी ने कहा कि सराए में लंगर लगाया जा सकेगा, लेकिन सड़क किनारे लंगर लगाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
इसके अतिरिक्त भिक्षावृत को रोकने के लिए मंदिर परिसर गेट नंबर एक व दो लुधियाना सराये तथा लिफ्ट के नजदीक पुलिस व गृह रक्षक तैनात रहेंगे। उन्होंने दुकानदारों का आहवान किया कि वह भिक्षा मांगने वालों को अपनी दुकानों के आगे न रूकने दें।
बैठक में एसडीएम अंब मनेश कुमार यादव, मंदिर अधिकारी रोहित जालटा, एसीएफ समिराज, एसडीओ टेम्पल राज कुमार जसवाल, एसएचओ कुलदीप सिंह, ट्रैफिक मैनेज़र एचआरटीसी दर्शन सिंह, डिप्टी कमांडेंट होम गार्ड धीरज शर्मा, बीएमओ राजीव गर्ग, बारीदार सभा के प्रधान रविंद्र शिंदा, ट्रस्टी व प्रधान ग्राम पंचायत छपरोह शशि बाला, ग्राम पंचायत मुईन एश्वर्या शर्मा सहित सहित अन्य उपस्थित रहे।