(हेना हयात)
मुख्यमंत्री ने अपने पद की गरिमा हमेशा से रखा है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हमेशा जनता के इर्द-गिर्द ही पाई गई। हमेशा परेशानियों में उनके साथ खड़ी नजर आई। जब करोना से पूरा देश परेशान था हर तरफ हताशा फैली हुई थी उस वक्त भी ममता बनर्जी अपनी जनता की भूख, अनाज और बीमारों की दवा का खास ख्याल रखा था यही नहीं सरकारी और गैर सरकारी अदारों से अनाज और दवाई के तक्सीम करने का काम जारी रखा ममता बनर्जी अपनी जिम्मेदारियों को बहुत बेहतरीन अंदाज में निभा रही हैं। द्वारे सरकार के जरिए लाई गई योजना पर सटीक तरीके से काम किया।
इस योजना के द्वारा बेवा भत्ता, लक्ष्मी भंडार, छात्र क्रेडिट, अक्या श्री, कन्चा श्री इत्यादि के फार्म भरे गए और इस योजना के अनुसार महिलाओं के बैंकों में पैसे आना भी शुरू हो गए हैं। सड़कों की मरम्मत की गई है, नए-नए पूल, पानी का इंतजाम और जनता की जरूरत से जुड़ी हुई परेशानी का समाधान कर रही हैं।
देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को डिजिटल इंडिया बनाने का वादा किया था जो अब तक पूरा न कर सके हां देश के पुरखों की बनाई हुई चीजों को लीज पर दिया जिससे देश के युवा बेरोजगार को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। गुस्से में लोग कह रहे हैं हमारे प्रद्दानमंत्री देश की चीजों को बेचा है।
देश में बेरोजगारी की समस्या चरम पर है। लेकिन मौजूदा सरकार देश के युवाओं को खुश करने में नाकाम और विफल दिखाई दे रही है।
बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के द्वारा सरकार की कामयाब योजना के बाद दवारे राशन की योजना नवंबर 2021 में शुरू किया जिसके द्वारा सरकारी कर्मी जनता के घर-घर राशन ले जाकर पहुंचाएंगे और इसके जरिए बहुत से लोगों को नौकरी भी मिल जाएगी।
ममता बनर्जी की मेहनत और कामयाबी को देख, उनकी काम करने की शैली को देख कर बीजेपी सरकार अपने पसीने पोछ रही है। कहा तो यह भी जा रहा है इन्हीं सब नाकामियों को देखते हुए घबराई हुई बीजेपी सरकार ने सिखों को खुश करने के लिए गुरु नानक जयंती पर उन्हें उपहार के तौर पर किसानांे के तीनों बिल वापस ले लिये।
ममता बनर्जी के तरक्कीयाती कदमों को आगे बढ़ता देख घबरा गई मोदी सरकार
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