सूबे के मुखिया के आपरेशन कायाकल्प को फेल कर रहे जेई शैलेश कुमार

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अधिकारियों पर लाकों से लेकर दिल्ली तक कि पहुच की रौब दिखाते जेई शैलेश कुमार
(बीके सिंह) सीतापुर। सूबे के मुखिया श्री योगी जी जहाँ एक तरफ बेसिक शिक्षा विभाग के ग्रामीण प्राथमिक विद्यालयों की तस्वीर बदलने के लिए वर्ष 2018 से आप रेशन कायाकल्प के माध्यम प्रदेश के ग्रामीण लाखो प्राथ मिक विद्यालयों की तस्बीर बदल दी है और प्रदेश में पंचायत स्तर में विकास कार्यो में प्राथमिक विद्यालयों के कार्यों को वर्ष 2018 से 14 वित्त वर्ष 2021 में 15 वित्त व राज्य वित्त के विकास कार्य मे निधि खर्च करने में लिए सर्वप्रथम स्थान दिया है जिससे प्राथमिक विद्यालयों में 1 से 8 तक के अध्ययन रत छात्र/छात्राओं व बच्चों को ऑपरेशन कायाकल्प के माध्यम प्राथमिक विद्यालयों की तस्बीर बदल कर उचित सुविधा व पेयजल आदि समुचित व्यवस्था की जा सके जिस पर प्रत्येक प्राथमिक विद्यालय पर सरकार लाखो रूपये खर्च भी कर रही है और प्रदेश के प्राथमिक विद्यालयों की तस्वीरे भी बदल रही है वही दूसरी तरफ जनपद सीतापुर में श्री योगी जी के मंसूबों पर उन्ही के अधीनस्थ ग्रामीण अभि यंत्रण सेवा के अधिशासी अभियंता सीतापुर के संरक्षण में जेई शैलेश कुमार संचलित योजना पर पानी फेरने लगे है और शासन की मंशा के विपरीत कार्य कर सरकार के ऑपरेशन कायाकल्प को फेल करने में कोई कसर नही छोड़ रहे रहे है बताते चले ग्रामीण अभियंत्रण सेवा विभाग में कार्यरत जेई शैलेश कुमार अधिशासी अभियंता सीतापुर के संरक्षण व सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार जेई शैलेश कुमार जिनकी राजनीतिक की पकड़ विकास खंडों के गलियारों से लेकर मात्र लखनऊ ही नही दिल्ली तक चर्चाओं में है राजनीतिक मजबूत पकड़ के चलते विकास खण्ड हरगांव व विकास खण्ड एलिया के साथ साथ जनपद स्तरीय प्रभारी का कार्य क्षेत्र दिया गया है जबकि जन पद में कुल 19 ब्लाकों में कुल 29 जेई कार्यरत है जिसमे से कुछ जेई के पास एक एक ब्लाक कुछ के पास 2 ब्लाक है इसमे से कुछ जेई ऐसे भी है जोकि एक एक ब्लाकों में दो दो जेई भी कार्यरत है जेई शैलेश कुमार राजनीतिक दिनचर्या बहुत ही व्यस्त होने के कारण ऑपरेशन काया कल्प के जो भी स्टीमेट ग्राम प्रधान जेई साहब के पास लेकर आते है जेई साहब पहले तो प्रत्येक प्रधान से सुविधा शुल्क अग्रिम भुगतान ले लेते है उसके बाद कम से कम 20 से 30 दिन ग्राम प्रधान से पानी गणेश परिक्रमा करते है कभी कभी तो पुनः स्टीमेट बनवाने के नाम पर 1 से 2 माह तक लगा देते है उसके बाद प्राप्त स्टीमेट में से दो चार ग्राम प्रधान की गणेश परि क्रमा बंद करा देते है बाकी की जारी रखते है ऐसी स्थिति में जेई साहब के कार्य क्षेत्र के ग्राम प्रधान एक दर से दूसरे दर भटकते रहते है की कब जेई साहब उनके ग्राम पंचायत का नम्वर लगाए और स्टीमेट पास करे जिससे वह सूबे के मुखिया के ऑपरेशन कायाकल्प योजना अपने ग्राम पंचायत के प्राथमिक विद्यालय तक पहुचा सके जेई साहब के कार्यशैली दिन प्रतिदिन कमजोर होती दिखाई दे रही।

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