(उर्वशी शर्मा) लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ में नामी रॉयल कैफे ब्रांड नेम के साथ होटल, बेंकुइट हाल और रेस्टोरेंट की चेन चलाने वाले मुरलीधर आहूजा के प्रतिष्ठान सराय एक्ट के तहत पंजीकृत नहीं पाए गए है. बेहद चैंकाने वाला यह खुलासा राजधानी लखनऊ की तेजतर्रार समाजसेविका और नामचीन आरटीआई एक्टिविस्ट उर्वशी शर्मा द्वारा लखनऊ के जिलाधिकारी कार्यालय में डाली गई 5 आरटीआई अर्जियों पर लखनऊ के अपर जिलाधिकारी नगर पूर्वी के. पी. सिंह द्वारा उर्वशी शर्मा को भेजे गए 5 पत्रों से हुआ है.
दरअसल एक्टिविस्ट उर्वशी ने जिलाधिकारी कार्यालय में 5 आरटीआई अर्जियां देकर मुरलीधर आहूजा के 9ध्7 प्रेमनगर, हजरतगंज में शाहनजफ रोड पर सहारागंज माल के सामने स्थित बेंकुइट हाल, रॉयल कलर्स लाउन्ज और रॉयल कैफे के साथ साथ साहू सिनेमा के सामने महात्मा गाँधी मार्ग पर चल रहे रॉयल कैफे और गोमतीनगर के विराम खंड प्रथम में पत्रकारपुरम चैराहे के पास स्थित प्लाट संख्या 1ध्50 पर चल रहे रॉयल कैफे नाम के प्रतिष्ठानों का सराय एक्ट में पंजीकरण कराये जाने के सम्बन्ध में जानकारी चाही थी जिसके उत्तर में लखनऊ के अपर जिलाधिकारी नगर पूर्वी के. पी. सिंह ने उर्वशी 5 पत्र भेजकर बताया है कि मुरलीधर आहूजा के इन प्रतिष्ठानों में से कोई भी सराय एक्ट के तहत पंजीकृत नहीं पाया गया है.
उर्वशी कहती हैं कि इससे पहले उन्होंने रॉयल कैफे ब्रांड नेम के साथ होटल, बेंकुइट हाल और रेस्टोरेंट की चेन चलाने वाले मुरलीधर आहूजा के प्रतिष्ठानों की जांच कराने के लिए खाद्ध्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग को शिकायतें भेजी थीं जिन पर हुई जांचों में कमियां पाते हुए खाद्ध्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने इन सभी प्रतिष्ठानों को नोटिस भी जारी किये थे लकिन नोटिस के बाद भी कमियां दूर नहीं की गईं हैं और इस प्रकार रॉयल कैफे चेन के प्रतिष्ठानों द्वारा आम जनमानस के जीवन और स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
बताते चलें कि उर्वशी की शिकायतों की जांचों में लखनऊ के नगर निगम और पुलिस महकमे ने भी हजरतगंज में साहू सिनेमा के सामने स्थित रॉयल कैफे के मालिकों द्वारा अतिक्रमण और अवैध कब्जे करके व्यापार करने की बात पाई थी और तदसमय अतिक्रमण हटवा दिया था किन्तु रॉयल कैफे का प्रबंधन सुधरने का नाम ही नहीं ले रहा है और बार-बार फुटपाथ पर अतिक्रमण और अवैध कब्जे करके चाट-पकौड़ी-आइसक्रीम का व्यापार कर रहा है.
बकौल उर्वशी मुरलीधर आहूजा एक तरफ स्वयं को समाजसेवी और व्यापारी नेता कहते हुए अक्सर कई प्रतिष्ठित सामाजिक तथा पत्रकार संगठनों के कार्यक्रमों में प्रमुखता से शिरकत करते हुए आम जनों के हितों की बात करते नजर आते हैं किन्तु दूसरी तरफ उनके द्वारा नियम कानूनों को धता-बता कर आम जनों के जीवन और स्वास्थ्य से खिलवाड़ करके व्यापार किया जा रहा है जो परस्पर विरोधाभासी है.
चारबाग में में बने होटल विराट व एसएसजे इंटरनेशनल में 19 जून 2018 को हुए भीषण अग्निकांड में सात लोगों की जान चले जाने की घटना के बाद इन होटलों पर बैठी जांचों का जिक्र करते हुए उर्वशी ने कहा है कि उनको मुरलीधर आहूजा से यह अपेक्षा है कि वे रॉयल कैफे ब्रांड नेम के साथ चल रहे होटल, बेंकुइट हाल और रेस्टोरेंट की चेन के सभी प्रतिष्ठानों का सञ्चालन नियम-कानून का पालन करते हुए सरकारी विभागों से वांक्षित सभी अनापत्तियां प्राप्त करते हुए करेंगे ताकि उनके प्रतिष्ठानों में आने वाले आम जनों के जीवन और स्वास्थ्य से खिलवाड़ न होने पाए।
सराय एक्ट के तहत पंजीकृत नहीं हैं मुरली धर आहूजा की रायल कैफे चेन के प्रतिष्ठान
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