(संदीप सक्सेना) बलराम पुर 20 अगस्त। जिले लगभग तीन दर्जन से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। जिले में राप्ती का जल स्तर शुक्रवार शाम पांच बजे 104.920 मीटर दर्ज किया गया है। जो खतरे के निशान से 30 सेंटीमीटर अधिक है। जिला प्रशासन बाढ़ पीड़ितो को सहायता देने में जुटा हुआ है। कुल 67 नाव जिले के विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगाई गई हैं। यह नाव उन ग्रामों में लगी हैं जहां चारो ओर से पानी आ जाने से गांव पूरी तरह बाढ़ के पानी से घिर गया है। साथ ही सड़क के निचले स्थानों(डिप) पर भी नाव का संचालन किया जा रहा है। बलरामपुर तहसील में 26, उतरौला में 21 तथा तुलसीपुर तहसील में कुल 20 नावें लगाई गई हैं। बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित महरी, कल्याणपुर, थरूआ थरूइ निया व बीरपुर में जिला प्रशा सन की ओर से बाढ़ राहत सामग्री का वितरण किया गया है। सभी विकास खंडों में प्रभारी चिकित्साधिकारी के अगुवाई में स्वास्थ्य विभाग की टीमें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का लगातार दौरा कर रहीं हैं। बाढ़ प्रभावित ग्रामों के लोगों को चिकित्सीय सुविधा पहुंचाने का काम यह टीम कर रही है। गुरूवार को टीम ने लालपुर फगुइया, काशीपुर, शिवपुरा, महुआधनी, भरव लिया गैड़ास बुजुर्ग, वीरपुर गैसड़ी, उतरौला ग्रामीण ग्रामों का दौरा किया तथा कुल 196 रोगियों का उपचार किया गया तथा ओ॰ आर0 एस0, जिंक की गोली, क्लोरीन की गोली व अन्य आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं का वितरण किया गया। इसी प्रकार पशु पालन विभाग की टीम भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में टीकाकरण व उपचार का कार्य कर रही है। अब तक विभाग द्वारा 2690 पशुओं का टीकाकरण किया गया है। जिला आपदा प्रबंध प्राधिकरण बाढ़ बचाव के कार्य में जुटा हुआ है। विभागों के बीच समन्वय स्थापित करते हुए कार्य को सम्पादित किया जा रहा है। आपदा प्रबंधन सलाहकार सचिन मदान ने बताया कि जिन डिपो पर बाढ़ का पानी आ गया है वहां नाव का प्रबंध किया गया है। लोगों को अपनी जान जोखिम में नहीं डालनी चाहिए। संवेदनशील स्थानों पर खतरे के निशान लाल झंडी को लगाया गया है ऐसे में इन स्थानों को पार करने की कोशिश न करें। डिपो को पार करने के लिए नाव का प्रयोग करें।
बाढ़ प्रभावित ग्रामों में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कैंप लगा किया दवा वितरण
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