पांडेमिक और सुसाइड विषय पर परिचर्चा का आयोजन

RAJNITIK BULLET
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(मो0 अफरोज सिद्दिकी) प्रयागराज। जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम प्रयागराज, द कलर्स फाउंडेशन एवं माइक फीवर के संयुक्त तत्वाधान में शुक्रवार की शाम शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क के प्रांगण में पांडेमिक और सुसाइड विषय पर परिचर्चा किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रयागराज के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं नोडल आफिसर एनसीडी डा0 वीके मिश्रा ने कहा कि जिंदगी में जीना और जीतना चाहिए। इन दोनों शौक को लेकर आगे बढ़ना चाहिए। जिन्दगी से कभी हार नही मानना चाहिए। क्योंकि हम जीतने के लिए जिन्दगी जीते है, हारने के लिए नहीं। हमें मुश्किलों का सामना हँसते हुए उसे चुनौती के रूप में लेते हुए उसका सामना करना चाहिए। जिन्दगी हार कर नही बल्कि खुश रहकर हर परेशानियों से जीत कर जीने का एक नाम है।
इस दौरान नैदानिक मनोवैज्ञानिक डा. ईशान्या राज का कहना है कोरोना महामारी एक वैश्विक चुनौती है जो न केवल शारीरिक परिणामों तक सीमित है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य संकट का एक महत्वपूर्ण स्तर भी है। आत्म-नुकसान और आत्महत्या इसके चरम प्रभाव हैं। हम अपने मानसिक स्वास्थ्य की टीम की तरफ से आत्महत्या और खुद को नुकसान पहुंचाने की इस प्रवृत्ति के संबंध में लोगों के अंदर जागरूकता और इसके समाधान हेतु मनोवैज्ञानिक परामर्श संबंधी जानकारी आम जनमानस तक पहुंचाना चाहते हैं।
मनोचिकित्सक डा0 राकेश कुमार पासवान ने कहा कि आत्महत्या में सुसाइड मार्कर का बहुत महत्व होता है। यह तीन तरह का होता है। वर्बल मार्कर, बिहेवियर मार्कर और इमोशनल मार्कर वर्बल मार्कर में व्यक्ति बोला कर आत्महत्या के बारे में विचार करता है। बिहेवियर मार्कर में व्यक्ति आत्महत्या के लिए प्रयोग किये जाने वाली वस्तुओं के बारे में विचार करता है और इमोशनल मार्कर में किसी व्यक्ति के भावनाओं में अचानक से बदलाव आना और आत्म हत्या की ओर विचार करना होता है। ऐसे व्यक्तियों के परिजनों और मित्रों को तुरन्त मनो- चिकित्सक एवं मनो- वैज्ञानिको को सलाह लेना चाहिए।
परिचर्चा के बाद द कलर्स फाउन्डेशन द्वारा नाटक ‘सही कदम’ का मंचन कर कोरोना महामारी के दौरान मानसिक स्वास्थ सम्बन्धी परेशानियों को नाटक के माध्यम से उजागर किया साथ ही जनमानस में आत्महत्या के विचार को दूर भगाने और सही समय पर मनो चिकित्सक की सलाह लेकर मानसिक रूप स्वास्थ्य रहने का संदेश दिया। नाटक का निर्देशन रुचि गुप्ता एवं सह निर्देशन अंकित सिंह यादव का रहा। मंच पर ज्योति शुक्ला, स्फूर्ति सक्सेना, मंतशा, चंदन सिंह रहे। कार्यक्रम का संचालन माइक फीवर के अमित श्रीवास्तव ने किया।

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