अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू में मतभेद की वजह सेपंजाब कांग्रेस में बढ़े तनाव के बीच रावत चंडीगढ़ गए हैं। ऐसी अटकलें हैं कि क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू को पंजाब में कांग्रेस इकाई का प्रमुख बनाया जा सकता है।
रावत की यह यात्रा अमरिंदर सिंह को मनाने की कोशिश के तौर पर देखी जा रही है। माना जा रहा है कि अमरिंदर सिंह ने कहा कि सिद्धू (जाट सिख) को राज्य में पार्टी का प्रमुख बनाए जाने से हिंदू समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले पार्टी के वरिष्ठ नेता खफा हो सकते हैं और इससे 2022 के विधानसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं का नुक़सान पहुंच सकता है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख सुनील जाखड़ से की मुलाकात
कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रमुख सुनील जाखड़ से शनिवार को मुलाकात की। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई जब क्रिकेटर से राजनेता बने सिद्धू के कांग्रेस की राज्य इकाई का अगला अध्यक्ष बनने की अटकलें तेज हैं। यह मुलाकात आधे घंटे से ज्यादा समय तक चली और इसके बाद सिद्धू ने जाखड़ को बड़ा भाई और मार्गदर्शक बताया।वहीं, जाखड़ ने सिद्धू को सक्षम व्यक्ति करार दिया। एक सहयोगी ने बताया कि सिद्धू पटियाला स्थित अपने आवास से निकले और क़रीब 65 किलोमीटर की यात्रा कर क़रीब 10 बजकर 45 मिनट पर जाखड़ के पंचकूला स्थित आवास पहुंचे। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब सिद्धू और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच मतभेद को लेकर पंजाब कांग्रेस इकाई में घमासान जारी है।
शुक्रवार को सिद्धू ने नयी दिल्ली में पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी से उनके आवास पर मुलाकात की। इस बैठक में एआईसीसी के महासचिव और कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत और कांग्रेस नेता राहुल गांधी मौजूद थे। सूत्रों ने बताया कि सिद्धू को पार्टी में अहम पद दिए जाने की खबरों से अमरिंदर सिंह नाराज हैं और उन्होंने इस घटनाक्रम पर आपत्ति जताते हुए सोनिया गांधी को पत्र लिखा है।