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Jul 14, 2021
बाघ ने विकास के सिर पर हमला किया लेकिन हेलमेट पहने होने के कारण बाघ सिर पर हमला नहीं कर पाया। जब बाघ ने हेलमेट को काटना शुरू किया तभी विकास मौके का फायदा उठा कर जल्दी से पेड़ पर चढ़ गया और वह वहां रात भर छिपा रहा।
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में एक आदमी बाघ के हमले से बाल-बाल बच गया और यह सब उसके हेलमेट के बदौलत से संभव हो पाया है। 23 साल का विकास बाघ की शिकार से सुरक्षित बचने में कामयाब हो पाया। बता दें कि विकास अपने दोस्तो के साथ मोटरसाइकिल पर था और जंगल के प्रवेश द्वार पर बाघों की मौजुदगी की चेतावना दिए जाने के बावजूद विकास अपने दोस्तों के साथ जंगल में चला गया क्योंकि सभी को जल्दी घर पहुंचना था। रास्ते में जब विकास अपनी मोटरसाइकिल से दोस्तों के साथ जगंल में आग बढ़ने लगा तभी दो बाघों ने उन्हें रोक लिया। सेकंड के भीतर ही एक बाघ ने विकास पर हमला कर दिया जबकि दूसरे बाघ ने विकास के दोनों दोस्तों पर हमला किया।
बाघ ने विकास के सिर पर हमला किया लेकिन हेलमेट पहने होने के कारण बाघ सिर पर हमला नहीं कर पाया। जब बाघ ने हेलमेट को काटना शुरू किया तभी विकास मौके का फायदा उठा कर जल्दी से पेड़ पर चढ़ गया और वह वहां रात भर छिपा रहा। विकास ने अपनी आखों से अपने दोनों दोस्तो को बाघ का शिकार होते देखा। एक बाघ ने उसके दोस्त को खा लिया जबिक दूसरे दोस्त को जंगल में खींच कर बाघ ले जाता है।
विकास ने बताया कि, उसका एक दोस्त पेड़ पर चढ़ने का प्रयास कर रहा था लेकिन बाघ ने उसे पकड़ लिया। विकास ने कहा कि,”मेरे सामने सोनू मारा गया। मैं बहुत डर गया था लेकिन बाद में दूसरे पेड़ पर कूदने की हिम्मत जुटाई। मैं एक भी कदम नहीं हिला, अपनी आँखें बंद कर ली और प्रार्थना करने लगा। मुझे पता था कि अगर बाघों को मेरा स्थान मिल गया, तो बाघ मूझे भी मार देंगे। विकास ने उस खौफनाक मंजर को याद करते हुए कहा कि, बाघ रात भर इलाके में घूमते रहे और तड़के साढ़े तीन बजे ही जंगल की ओर लौट गए। सुबह जब हुई तब गांव के निवासी राजेंद्र प्रसाद ने विकास को देखा और अधिकारियों को तुरंक सूचना दी।