यूरोपीय यूनियन के देशों से खाड़ी देशों तक …7 दल 59 हस्तियां..दुनियाँ में बेनकाब करेगी पाक की आतंकवाद पर नीति

RAJNITIK BULLET
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एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी
गोंदिया – वैश्विक स्तरपर भारत को बौद्धिक क्षमता में सर्वश्रेष्ठ देश कहा जाता है, इसमें कोई दो राय नहीं है। क्योंकि कभी गुलामी की जंजीरों में जकड़ा भारत, आज के परिपेक्ष में विश्व के अनेक देशों में मूल भारतीय या तो राज कर रहे हैं या फिर बड़े पदों के माध्यम से राजकरण में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं, क्योंकि भारत के काम करने की रणनीति अलग ही है जो भारत की मिट्टी मैं समय हुई है। हथियारों से हमला करके तो एक झटके में किसी को भी समाप्त किया जा सकता है, परंतु दुनियाँ के सामने उसकी सच्चाई को उजागर कर, उसे तिल-तिल हर पल हर दिन अपमान में जीने पर मजबूर करता है, हम इस आर्टिकल के माध्यम से इस स्थिति को ऑपरेशन सच्चाई का नाम दे रहे हैं। अभी भारत ने आपरेशन सिंदूर के माध्यम से सर्जिकल स्ट्रा इक की सफलता को अंजाम दिया है, जिसमें हथियारों का उपयोग हुआ था।
अब भारत के सर्वदलीय 7 प्रतिनिधि मंडलों जिसमें करीब सभी दलों के व अन्य सामान्य 59 प्रतिनिधि शामिल होंगे,जो दुनियाँ के कोने- कोने में जाकर मित्र देशों के पास, पाक की अंदरूनी सच् चाई बताकर उसे बेनकाब करेंगे,जिसे मैं इस आर्टिकल के माध्यम से आपरेशन सच्चाई का नाम दे रहा हूं।
चूँकि पूरी दुनियाँ में आतंक वाद पर भारत का पक्ष रखने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडलों को भेजना भारत की पारंपरिक जबरदस्त रणनीति लाजवाब है, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जान कारी के सहयोग से इस आर्टि कल के माध्यम से,चर्चा करेंगे दुनियाँ में जाकर भारत का पक्ष रखेंगे सर्वदलीय सांसद सात, पाक को देंगे मात, आतं कवाद के प्रति पूरा विश्व होगा शून्य सहिष्णुता के साथ।
साथियों बात अगर हम पाक के आतंकवाद के खिलाफ पूरी दुनियाँ में संदेश पहुंचाने की सरकार की रणनीति की करें तो, आपरेशन सिंदूर के बाद केंद्र सरकार की दुनियाँ में पाकिस्तान के आतंकवाद के खिलाफ संदेश पहुंचाने के लिए विश्व के अलग अलग देशों में अपना प्रतिनिधि मंडल भेज रही है। सांसदों के सात प्रतिनिधिमंडल दुनियाँभर के देशों में जाकर आतंकवाद के मुद्दे पर भारत का पक्ष रखेंगे और पाकिस्तान को घेरने की कोशिश करेंगे। वहीं, अब केंद्र सरकार ने सभी प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने वाले सांसदों के नाम घोषिथ कर दिये हैं। हर एक प्रतिनि धि मंडल में सात से आठ सांसदों और कई राजनयिकों को शामिल किया गया है। हर प्रतिनिधिमंडल चार से पांच देशों का दौरा करेगा। संसदीय कार्य मंत्री ने अपने पोस्ट की शुरुआत, एक मिशन, एक संदेश, एक भारत से की। साथ ही उन्होंने सभी सांसदों और प्रतिनिधिमंडल में शा मिल नेताओं की सूची भी साझा की। पहलगाम आतंकी हमले और ‘आपरेशन सिंदूर’ के बाद भारत सरकार आतंकवाद के खिलाफ अपने ‘जीरो टाल रेंस’ के संदेश को वैश्विक पटल पर मजबूती से रखने के लिए इस महीने के अंत में सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को प्रमुख साझेदार देशों में भेजेगी। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि आतंक वाद के खिलाफ हमारे सामूहिक संकल्प को दर्शाते हुए, आपरेशन सिंदूर के तहत सात सर्वदलीय प्रति निधिमंडल जल्द ही प्रमुख देशों से मिलेंगे।
साथियों बात कर हम मेरे दिए गए नाम आपरेशन सच्चाई के सात दलों के सदस्यों व उनके नेतृत्वकी करें तो (1) सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के पहले ग्रुप में सात सांसद भाजपा सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया जाएंगे। इस ग्रुप में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे, एस फांगनोन कोन्याक, रेखा शर्मा, एआईएमआईएम सांसद अस दुद्दीन औवैसी, सतनाम सिंह संधू, गुलाम नबी आजाद हैं। उनके साथ राजनियक हर्ष वद्र्दन शृंगला जाएंगे। (2) सांसदों का दूसरा समूह भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में यूके, फ्रांस, जर्मनी, यूरोप, इटली और डेनमार्क जाएगा। इसमें बीजेपी सांसद डी पुंडरेश्वरी, शिवसेना यूबीटी की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी, मनोनीत सांसद गुलाम अली खताना, कांग्रेस सांसद डा.अमर सिंह, भाजपा सांसद समिक भट्टाचार्य, एमजे अकबर होंगे। उनके साथ राजनयिक पंकज सरन होंगे। (3) तीसरा समूह जदयू सांसद संजय कुमार झा के नेतृत्व में इंडो नेशिया, मलयेशिया, कोरिया गणराज्य, जापान और सिंगापुर जाएगा। इसमें भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, एआईटीसी सांसद युसूफ पठान, भाजपा सांसद बृजलाल, सीपीआई एम सांसद डा. जान ब्रिटास, भाजपा सांसद प्रदान बरुआ, हेमांग जोशी व कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद शामिल हैं। इस ग्रुप में राजनयिक मोहन कुमार होंगे। (4) सांसदों का चैथा समूह शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे के नेतृत्व में संयुक्त अरब अमीरात, लाइबेरिया कांगो गणराज्य, सिएरा लियोन जाएगा। इसमें समूह में भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज, आईयू एमएल के सांसद ईटी मोहम्मद बशीर, भाजपा सांसद अतुल गर्ग, बीजद सांसद सस्मित पात्रा, भाजपा सांसद मनन मिश्रा और पूर्व सांसद एसएस अहलूवालिया शामिल हैं। इस समूह में राजनयिक सुजन चिनॉय भी होंगे। (5) कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में सांसदों का एक दल अमेरिका, पनामा, गुयाना, ब्राजील और कोलंबिया जाएगा।
इसमें लोजपा सांसद शाम्भवी, जेएमएम सांसद डा. सरफराज अहमद, टीडीपी सांसद जीएम हरीश बालयोगी, भाजपा सांसद शशांक मणि त्रिपाठी, भुवनेश्वर कालिता, शिवसेना सांसद मिलिंद देवड़ा, भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या शामिल होंगे। इस समूह में राजनयिक तरनजीत सिंह संधू होंगे। (6) सांसदों का छठवां ग्रुप डीएमके सांसद के कनिमोझी के नेतृत्व में स्पेन, ग्रीस, स्लोवेनिया, लातविया और रूस जाएगा। इस समूह में सपा सांसद राजीव राय, एनसी सांसद मियां अल्ताफ अहमद, भाजपा सांसद कैप्टन ब्रजेश चैटा, आरजेडी सांसद प्रेमचंद्र गुप्ता, आप सांसद अशोक कुमार मित्तल का नाम शामिल है। इस ग्रुप में राज नयिक मंजीव एस पुरी और जावेद अशरफ होंगें। (7) सांसदों का सातवां ग्रुप एन सीपी शरद की सांसद सुप्रिया सुले के नेतृत्व में मिस्र, कतर, इथोपिया, दक्षिण अफ्रीका जाएगा। इस ग्रुप में भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूड़ी, आप सांसद विक्रमजीत सिंह, कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी, भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर, टीडीपी सांसद लवू श्रीकृष्णा देवारायालू, आनंद शर्मा, वी मुरलीधरन होंगे। इस समूह में राजनयिक सैयद अकबरु द्दीन भी जरूर शामिल होंगे।
साथियों बात अगर हम इस रणनीति के तथ्यों और विपक्ष द्वारा कुछ विरोध की करें तो, इसके लिए उसने सभी दलों से सलाह मांगी थी। लेकिन हैरानी तब हुई जब सरकार ने उन सात नामों की घोषणा शनिवार को कर दी जो अलग-अलग दलों का नेतृत्व करेंगे। इन सात नामों में कांग्रेस के सांसद शशि थरूर भी हैं, जबकि उनका नाम कांग्रेस ने नहीं भेजा। यानी वो सरकार की पसंद हैं। संसद में कांग्रेस के बाद समाजवादी पार्टी दूसरा सब से बड़ा विपक्षी दल है लेकिन उसके किसी भी नेता को सरकार ने किसी दल का नेतृत्व करने लायक नहीं समझा। सरकार सांसदों को विदेश भेजे जाने के नाम पर राज नीति कर रही है।कांग्रेस ने शनिवार को सरकार के रवैये को अनुचित बताते हुए तीखा हमला किया। उसने कहा कि वह पाकिस्तान में पनपे आतंक वाद पर भारत का रुख समझाने के लिए विदेशों में जाने वाले सरकारी प्रतिनि धिमंडल के लिए अपने चार नामांकित सांसदों के नाम बदलने वाली नहीं हैष्। यानी अप्रत्यक्ष रूप से जो चार नाम हैं, वही कांग्रेस की तरफ से हैं। यह बयान ऐसे समय में आया है जब सरकार ने सात सांसदों की सूची जारी की है, जिनमें कांग्रेस नेता शशि थरूर भी शामिल हैं। ये सांसद अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे और वहां आपरेशन सिंधू के बारे में वैश्विक नेताओं को ब्रीफिंग देंगे। 2012 में, तत्कालीन गुजरात मुख्यमंत्री ने शशि थरूर की पत्नी स्वर्गीय सुनंदा पुष्कर को श्50 करोड़ की गर्लफ्रेंडश् कहकर विवाद खड़ा किया था, जो कोच्चि आईपीएल फ्रेंचाइजी से जुड़े आरोपों से संबंधित था। इस बयान ने उस समय थरूर और बीजेपी के बीच गहरी कटुता पैदा की थी, और सुनंदा ने भी इसका जवाब देते हुए उनकी आलो चना की थी।
हालांकि,आज स्थिति विडंबना पूर्ण है। थरूर की हालिया टिप्पणियां और बीजेपी का उनके प्रति सका रात्मक रवैया उस पुराने विवाद के बिल्कुल विपरीत है। कुछ एक्स पोस्ट्स में यह सवाल उठाया गया है कि क्या बीजेपी और थरूर के बीच कोई श्सेटिंगश् हो चुकी है, और क्या थरूर का रुख बदल रहा है। फिर भी, थरूर ने बार -बार कहा है कि वह कांग्रेस के साथ बने रहेंगे।
अतः अगर हम उपयोग पूरे विवरण का अध्ययन करें इसका विशेषण करें तो हम पाएंगे किदुनियाँ में जाकर भारत का पक्ष रखेंगे सर्वदलीय सांसद सात-पाक को देंगे मात- आतंकवाद के प्रति पूरा विश्व होगा शून्य सहिष्णुता के साथ। यूरोपीय यूनियन के देशों से खाड़ी देशों तक…7 दल 59 हस्तियां..दुनियाँ में बेनकाब करेगी पाक की आतंकवाद पर नीति,पूरी दुनियाँ में आतंकवाद पर भारत का पक्ष रखने 7 सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडलों को भेजना भारत की पारंपरिक जबरदस्त रणनीति लाजवाब है।

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