एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी – गोंदिया। वैश्विक स्तर पर भारतीय बौद्धिक क्षमता का डंका पूरी दुनियां में बज रहा है। हर देश की निगाहें भारतीय टैलेंट पर लगी हुई है। दुनियां के अधिकतम देश अपने घरेलू टेक्नोलॉजी में भारतीय बौद्धिक क्षमता का उपयोग करने को आतुर हैं, यही कारण है कि कुछ वर्षों से अनेक देशों के साथ अनेक क्षेत्रों में भारतीय समझौते हो रहे हैं, अभी हमने देखे यूक्रेन पोलैंड आस्ट्रेलिया अमेरिका और अभी माननीय पीएम की ब्रुनेई व सिंगापुर यात्रा में भी समझौते होने की उम्मीद है तो दूसरी ओर वैश्विक स्तर पर पूरी दुनियां में बदलते राजनीतिक परिपेक्ष की चपेट में अनेक देश आ चुके हैं, तो कुछ देश बाल बाल बच गए हैं। या दूसरे शब्दों में कहें तो अनेक देशों की सत्ता बदल गई है जिसमें ब्रिटेन नेपाल ईरान सहित कुछ देश है, यह विषय आज हम इसीलिए उठा रहे हैं, शिकागो कन्वेंशन में औपचारिक रूप से उम्मीद वार चुने जाने व उम्मीदवारी स्वीकार करने के बाद कमला हैरिस राष्ट्रपति पद की उम्मी दवार बनने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी की दूसरी महिला नेता बन गई हैं भारतवंशी अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने 5 नवंबर 2024 को अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी के लिए ना मांकन भर दिया है, जिसके बारे में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओखा ओबामा व उसकी पत्नी ने डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए राष्ट्रपति के उम्मीदवार के रूप में उनका समर्थन किया था। बता दें जो बाइडेन ने राष्ट्रपति चुनाव रेस से हटाने व कमला हैरिस का नाम आगे करते ही हैरिस ने जिन लोगों को समर्थन के लिए फोन किया था उसमें बराक ओबामा भी थे, उनके उम्मीदवारी पर हामीं भरी थीं, जिसका अंतिम निर्ण य 19-22 अगस्त 2024 को शिकागो में होने वाले सम्मेलन हुआ, जिसमें कमला हैरिस पर औपचारिक स्वीकृति दी गई। बता दें पहले जारी सर्वे रिपोर्ट में ट्रंप को 49 तो हैरिस को 47 प्रतिशत में दिखाया गया था, अब ताजा सर्वे में कमला हैरिस को 45 और डोनाल्ड ट्रंप को 41 वोट प्रति शत दिखाया जा रहा है याने सर्वेक्षण की तुलना करें तो बड़ी टक्कर होने की पूरी संभावना है। चूंकि भारतवंशी कमला हैरिस राष्ट्रपति पद की उम्मी दवार बनने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी की दूसरी महिला नेता बनी है, जिससे यह सटीक हो चला है कि शक्तिशाली देशों का नेतृत्व अब मूल भारतीय करने की ओर अग्रसर है,इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सह योग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावी रेस में भारत वंशी कमला हैरिस ने चैंका ने वाला वादा कर दिया है, कमला हैरिस की सरकार बनी तो ट्रंप की पार्टी (विपक्ष) को मंत्री बनाएगी जिससे अमेरिका को फायदा होने की बातहैरिस ने कही है।
साथियों बात अगर हम चुनाव के पहले प्रेस साक्षात्कार के रिपोर्ट की करें तो, आगामी 5 नवंबर 2024 को राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव होने से पहले पहली बार दिए गए औ पचारिक साक्षात्कार में कमला हैरिस ने कहा कि वह अमेरिका के आव्रजन पर सख्ती बरतते हुए समग्र सीमा विधेयक के नवीनीकरण पर बल देंगी। साथ ही अवैध तरीके से सीमा पार किए जाने पर अमेरिकी कानूनों को अवश्य लागू करेंगी। उन्होंने कहा, इस संबंध में हमारे कानूनों का सख्ती से पालन होगा और अवैध तरीके से अमेरिका में दाखिल होने वाले लोगों को इसके परिणाम भुगतने होंगे। अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस ने सी एनएन को दिए इंटरव्यू में कहा कि उनके आम सहमति के लिए प्रयासरत रहने के बावजूद उनके मूल्यों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। सीमा पार से अवैध आव्रजकों के आने के मामले में कुछ सालों में रुख बदलने के बारे में पूछे जाने पर हैरिस ने कहा कि उनकी नीतियों का सबसे स शक्त पहलू यही है कि वह अपने मूल्यों को कभी नहीं बदलती हैं। उन्होंने ट्रंप के उनपर की गई नस्ली टिप्पणी को भी दरकिनार करते हुए कहा कि अगला सवाल पूछें। दरअसल, पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने हैरिस के लिए एक इंटरव्यू में कहाथा कि वह एकाएक अश्वेत (ब्लैक) बन गईं भारती य मां और जमैकन पिता की संतान हैरिस ने कहा कि यह वही पुराना रिकाॅर्ड है बहुप्रती क्षित बातचीत में, डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार ने बाइडेन प्रशासन कीनीतियों का बचाव करने और 2025 के लिए अपना एजेंडा तैयार करने के बीच संतुलन बनाने की कोशिश की। हैरिस ने गुरुवार को राष्ट्रपति जो बिडेन के 2024 के राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने के बाद अपना पहला बड़ा साक्षात्का र दिया। हैरिस और उनके साथी मिनेसोटा के गवर्नर टिम वाल्ज का सीएनएन एंकर डा ना बैश ने साक्षात्कार लिया।
साथियों वादा कर हम राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार भारतवंशी कमला हैरिस के साक्षात्कार को पांच पॉइंटों में बताने की करें तो, हैरिस ने इंटरव्यू में क्या कहा (1) गाजा युद्धपर-इजराइल को अपनी रक्षा करने का अधि कार है। हालांकि, इस जंग में कई निर्दोष फिलिस्तीनी मारे गए हैं। अब यह रुकनी चाहिए और बंधकों की आजा दी के लिए दोनों (इजराइल- हमास) के बीच समझौता होना चाहिए। (2) जीतने के बाद पहले दिन क्या करेंगी- कमला ने कहा कि वे जीतीं तो पहले दिन से ही मिडिल क्लास की आर्थिक स्थिति को बेहतर करने के लिए काम करेंगी। यह उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। वे रोजमर्रा की चीजों को सस्ता करेंगी। (3) मंत्रिमंडल में एक रिपब्लि कन को नियुक्त करेंगी-कमला ने कहा कि अगर देश का विकास करना है तो सरकार में अलग-अलगविचार अलग-अलग अनुभव रखने वाले लोगों का होना जरूरी है। उनके कैबिनेट में एक रिप ब्लिकन सदस्य का होना अमेरिकी जनता के लिए फाय देमंद होगा।
(4) अवैध इमीग्रेशन पर कमला हैरिस ने 2019 में कहा था कि अवैध इमीग्रेशन को अपराध नहीं माना जाना चाहिए। इस मुद्दे पर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी भी उनका रुख नहीं बदला है। हालांकि, उनका मानना है कि सीमा पार कर आने वाले आपराधिक लोगों को सजा मिलनी चाहिए।
(5) जलवायु संकट पर कमला ने साफ कर दिया कि वे फ्रैकिंग पर बैन नहीं लगा एंगी। फ्रैकिंग चट्टानों में दरा र पैदा करके तेल और गैस निकालने की तकनीक है। इससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। उन्होंने कहा कि सरकार क्लीन एनर्जी में नि वेश कर रही है। फ्रैकिंग पर बैन लगाए बिना वे पर्यावरण के लिए बेहतर कर सकती हैं। कमला ने 2020 के चुनाव में फ्रैकिंग पर बैन लगाने का समर्थन किया था।
साथियों बात अगर हम भारतवंशी राष्ट्रपति उम्मीदवार कमला हैरिस के भारतीय कनेक्शन की करें तो, कमला हैरिस ने नवंबर में होने वाले आमचुनाव में राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए नामांक न भरा। पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और उनकी पत्नी ने यह कहते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में उनका समर्थन किया कि उनकी दो स्त अमेरिका की एक शानदार राष्ट्रपति होंगी। अमरीका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से दावेवार होने से आमसमर्थक अमरीकी मतदाताओं के साथ-साथ प्रवासी और अप्रवासी भारतीयों में भी उल्लास का माहौल है। पिछली बार जब वे उप राष्ट्रपति बनी थीं तो तमिलनाडु में उनके पूर्वजों के गांव थुलसेन्द्रपुरम में जश्न मनाया गया था। उनके प्रति दीवानगी का आलम यह है कि मंदिर की एक दीवार पर दानदाताओं (डोनर्स) की लिस्ट लगी हुई है। इस पर कमला हैरिस का नाम भी लिखा हुआ है। यह दिगर बात है कि कमला हैरिस कभी इस गांव नहीं आईं। पुजारी ने मीडिया मेंबताया कि पि छली बार जब वह उप राष्ट्र पति बनी थीं, तब हमने जश्न मनाया था। अब वे जब राष्ट्र पति बनेंगी तो यह जश्न और भी बड़ा होगा। हमें उम्मीद है कि बतौर राष्ट्रपति वह एक बार गांव जरूर आएंगी गांव में रहने वाले एक सरकारी कर्मचारी ने बताया कि कमला हैरिस का नाम जुड़ा होने की वजह से उनके गांव को काफी फायदा मिला है। एक लोकल बैंक ने गांव के जलाशय को ठीक करवाने के लिए 1 करोड़ रुपए दान किए थे। ये सिर्फ हैरिस की वजह से ही हो सका। पैसे भी दान, मंदिर में पूजा अर्चना और प्रसाद के लिए पूरे गांव से लोग सामान दान करते हैं। हैरिस के नाना दशकों पहले इस गांव में रहते थे। लेकिन गांव वालों ने बताया कि उनके जाने के बाद भी उनका परिवार हमेशा संपर्क में रहा। वे मंदिर और गांव की देखरेख के लिए पैसे भी दान करते रहे हैं। भारतीय मूल की कमला हैरिस का अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी से उम्मीद वार बनना तय माना जा रहा है। इस बीच कमला के ननिहाल तमिलनाडु का थुलसेन्द्र पुरम गांव उनके समर्थन में लगे पोस्टरों से पटा हुआ है। कमला हैरिस के नाना पीवी गोपालन इसी गांव के रहने वाले थे। गांव के दरवाजे पर ही एक मंदिर के बाहर कमला हैरिस की तस्वीर के साथ एक बैनर लगा है बाइडेन के राष्ट्रपति पद की रेस से पीछे हटते से ही इस मंदिर में पूजा-अर्चना शुरू हो गई थी जो हैरिस के राष्ट्रपति बन जाने तक चालू रहेगी। मंदिर के मुख्यपुजारी ने सूर्योदय के कुछ घंटों बाद, हिंदू देवता धर्मसस्थ को मिठाई और चा वल की खीर का प्रसाद चढ़ा कर पूजा की। 61 साल के पुजारी ने कहा, हमने पहले भी उनके लिए पूजा की थी और वह अमेरिका की उप- राष्ट्रपति बन गईं। हमारे भग वान के आशीर्वाद से वे राष्ट्र पति भी बनेंगी तमिलनाडु में पैदा हुई थीं कमला हैरिस की मां, अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस 59 साल की हैं। उनका जन्म कैलिफोर्निया में हुआ था, लेकिन उनकी मां कई बार उन्हें भारत ला चुकी हैं कमला हैरिस की मां श्यामला गोपालन ईसाई धर्म को मानती हैं, जबकि उनके पिता यहूदी हैं। श्यामला एक ब्रेस्ट कैंसर रिसर्चर हैं, जो बाद में तमिलनाडु से जाकर अमेरिका में बस गई थीं।
कमला के पिता जमैका अमेरिका मूल के डोनाल्ड जे हैरिस हैं। श्यामला और डोनाल्ड की शादी 1963 में हुई थी।
1964 में कमला हैरिस का और 1966 में उनकी बहन माया का जन्म हुआ था। 1970 में पिता डोनाल्ड से तला क के बाद मां श्यामला ने ही कमला और उनकी बहन माया की अकेले परवरिश की। कमला ने 2014 में अमेरिकी वकील डौग एम्होफ से शादी की थी।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावी रेस में भारतवंशी कमला हैरिस ने चैंकाने वाला वादा कर दिया है!
कमला हैरिस की सरकार बनी तो ट्रंप की पार्टी (विपक्ष) को मंत्री बनाएगी, मिडिल क्लास की आर्थिक स्थिति को बेहतर क रेगी। भारतवंशी कमला हैरिस राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी की दूसरी महिला नेता बनी-मूल भार तीय शक्तिशाली देशों का नेतृत्व करने की ओर अग्रसर हैं।
भारतवंशी कमला हैरिस राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार बनने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी की दूसरी महिला नेता बनी – मूल भारतीय शक्तिशाली देशों का नेतृत्व करने की ओर अग्रसर
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