(राममिलन शर्मा) रायबरेली। लेखक अभय प्रताप सिंह ने लेखनशाला (शब्दों की उड़ान) संस्था को किया स्थापित। जिसकी शुरुआत मुंशीगंज स्थित शहीद स्मारक में संस्था की टी शर्ट विमोचित कर और शहीद किसानों को याद कर किया गया है।
संस्था के संस्थापक अभय से बात करने पर उन्होंने बताया कि हमारा मकसद हर उस शख्स तक पहुंचना है जो लिखना चाहते हैं, पढ़ना चाहते हैं, साहित्य में रुचि रखते हैं लेकिन उनके पास किसी भी प्रकार की कोई वि कल्प नहीं है जिससे वो अपनी बातों को लोगों के मध्य रख पाएं। इसलिए हमारा उद्देश्य यही है कि हम हर उस शख्स तक पहुंचे जो इन परेशानियों से जूझ रहे हैं और साहित्यि क सेवा भी करना चाहते हैं। हमारी ये संस्था सभी लेखकों, पाठकों और तमाम सहपाठियों के लिए लाभप्रद होगी। हम हर संभव प्रयास करेंगे की इस संस्था के माध्यम से हम पाठकों के लिए हर रोज कुछ न कुछ नया लाएं जिससे उन पाठकों को थोड़ी आसानी प्राप्त हो।
साहित्य समाज का दर्पण होता है और मैं या मेरी पूरी टीम इसके इर्द-गिर्द ही घूम रहे हैं। हमारा मकसद लोगों के चेहरों पर मुस्कान लाना है और उनका सहारा बनना है, उनका जरिया बनना है कि हम इस संस्था के माध्यम से उनकी थोड़ी सी मदद कर उन्हें खुश देख सकें। हम हर संभव प्रयास करेंगे की हम आपके लिए कुछ अच्छा कर सकें। हम जो भी रहेंगे, बनेंगे आपके सहयोग से ही बनेंगे। लेखनशाला मेरी संस्था नहीं बल्कि ये आपकी संस्था है। हम तो आप तक पहुंचने के लिए बस एक जरिया मात्र हैं। वायदा मेरा, भरोसा आपका।
टी शर्ट विमोचन के दौरान संस्था की ओर से संस्थापक अभय प्रताप सिंह, प्रदीप कुमार, दीपक सिंह, आशीष प्रजापति, गौतम सिंह और अमित आदि उपस्थित रहे और टीम के कुछ सदस्य आंजनेय तिवारी, अवधेश पटेल, अंकित शर्मा और अजीत बहादुर वीडियो काॅल के द्वारा अपनी उपस्थिति दर्ज कराए।
लेखक अभय प्रताप सिंह द्वारा लेखनशाला (शब्दों की उड़ान) संस्था स्थापित
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