न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल में गुरु रवींद्र नाथ टैगोर की जयंती मनाई गई

RAJNITIK BULLET
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(राममिलन शर्मा)
लालगंज, रायबरेली। कस्बे के शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी एवम् विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित शिक्षण संस्थान न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल सुरेन्द्र सरस्वती नगर लालगंज में आज 7 मई 2024 दिन मंगल वार को ‘गुरु रवींद्र नाथ टैगोर’ की जयंती के उपलक्ष्य पर विद्यालय के प्रद्दा नाचार्य शिवांग अवस्थी ने प्रार्थना सभा के पश्चात् गुरु रवींद्रनाथ टैगोर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें प्रणाम किया तत्पश्चात् विद्यालय के समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं व बच्चों ने भी बारी बारी से पुष्प अर्पित कर उन्हें प्रणाम किया। कार्यक्रम की अगली कड़ी में विद्यालय के बच्चों द्वारा एक झांकी का आयोजन किया गया जिसके माध्यम से टैगोर जी की जीवनी पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विद्या लय के प्रधानाचार्य ने बताया कि रवींद्रनाथ टैगोर का जन्म 07 मई सन 1861 को पश्चिम बंगाल के कोलकाता स्थित जोड़ासांको में हुआ था। इनके पिता का नाम देवेन्द्र नाथ टैगोर था और माता जी का नाम शारदा देवी था। गुरुदेव बाल्यावस्था से बहु मुखी प्रतिभा के धनी थे। अपने जीवनकाल में उन्होंने कई रचनाएं की। इनमें गीतां जलि प्रमुख है। इस रचना के लिए गुरुदेव को सन 1913 में साहित्य का नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
आज ही के दिन महान बंगाली कवि, विद्वान, उपन्या सकार, नाटककार, मानवता वादी, दार्शनिक और नोबेल पुरस्कार विजेता-रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती मनाई जाती है। एक संपन्न बंगाली परिवार में जन्मे रवीन्द्रनाथ टैगोर को बंगाली साहित्य और राज नीति के क्षेत्र में उनके योग दान के लिए जाना जाता है। उनकी कविताएँ, लघु कथाएँ, गीत (जिन्हें रवीन्द्र संगीत कहा जाता है) नाटक और उपन्यास आज भी कला के विभिन्न क्षेत्रों में पूजनीय और विश्लेषित हैं। विश्व साहित्य में उनके योग दान के लिए नोबेल पुरस्कार (1913) पाने वाले वे पहले गैर-यूरोपीय थे। टैगोर ने भारत का राष्ट्रगान ‘जन गण मन’ लिखा। उन्होंने बांग्ला देश एवम् श्रीलंका के लिए भी राष्ट्रगान लिखा।

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