लालगंज के तनगा भीट गांव में फैला डायरिया,, पहुंची डाॅक्टरों और फूड विभाग की टीम

RAJNITIK BULLET
0 0
Read Time3 Minute, 39 Second

(राममिलन शर्मा)
लालगंज रायबरेली। लालगंज क्षेत्र के तनगा भीट मजरे जगतपुर भिचकौरा गांव में डायरिया का प्रकोप फैलने से हाहा कार मच गया है। पुरुष, स्त्री और बच्चे मिलकर करीब 87 मरीज डायरिया लूज मोशन की चपेट में आ गए हैं। सूचना मिलने पर रायबरेली के अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाक्टर श्री कृष्ण और संक्रामक रोग विशेषज्ञ डाक्टर ऋषि बागची ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जगतपुर भिचकौरा पहुंचकर मरीजों का परीक्षण किया और उपचार में डाक्टरों की मदद की। लालगंज सामुदायिक स्वा स्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डा0 राजेश गौतम ने बताया कि डायरिया के करीब 87 मरीज पाए गए हैं जिनमें से दो दर्जन से अद्दिक मरीज लालगंज सरकारी अस्प ताल में भी भर्ती किए गए हैं जहां उनका जरूरी इलाज किया जा रहा है। लालगंज सरकारी अस्पताल में भर्ती हुए मरीजों में अमित कुमार, सौम्या देवी ,फूलमती ,अतुल कुमार, नरेंद्र कुमार, आदित्य कुमार, सीतू देवी, आदर्श कुमार, अर्जुन, शिवानी, मुस्कान, नीलम, शिखा, अनु सुइया ,सीता देवी, देशराज, ज्योति गुप्ता, ममता कुमारी, निखिलेश, सीमा देवी आदि मरीज शामिल है। कुछ मरीज ठीक भी हो गए हैं। लालगंज सरकारी अस्पताल में भर्ती हुए मरीजों के अलावा अन्य 48 मरीजों को गांव के ही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ग्लूकोज चढ़ाया जा रहा है और अन्य जरूरी दवाइयां दी जा रही हैं। एक सप्ताह तक सभी का परीक्षण और इलाज चलता रहेगा डा. राजेश गौतम ने बताया कि मरीज कोल्ड डायरिया रोटावायरस संक्रमण की वजह से संक्रमित हुए हैं। यह रोग गर्मी में जानलेवा हो जाता है लेकिन सर्दी में इलाज होते ही मरीज ठीक हो जाते हैं। उन्होंने सभी मरीजों से सर्दी से बचने व गुनगुना पानी पीते रहने की सलाह दी है। वही गांव के लोगों ने बताया कि गांव के ही गंगा दयाल यादव ने लटियारे वीर बाबा के मंदिर में कथा कराई थी जहां पर प्रसाद आदि ग्रहण करने से मरीजों को डायरिया हुआ है। लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि उन्होंने भी प्रसाद खाया था उन्हें कुछ नहीं हुआ है। जिला खाद्य अधिकारी इन्द्र बहादुर भी गांव पहुंचे जहां उन्होंने खाद्य सामग्री का सैंपल लेकर जांच कराए जाने की बात कही है। वही एक साथ बड़ी संख्या में लालगंज सरकारी अस्पताल में मरीज आने से हड़कंप मच गया। डाक्टर ने दो-दो मरीजों को एक ही बेड पर लिटा कर ग्लूकोज चढ़ाया। मरीजों को शौचालय की भी समस्या का सामना करना पड़ा।

Next Post

वैश्विक स्तरपर हाई प्रोफाइल सुरक्षा व्यवस्था में चूक पर साझा मंथन समय की मांग

एडवोकेट […]
👉