पन्न
(राममिलन शर्मा)
रायबरेली। जिलाधिकारी हर्षिता माथुर की अध्यक्षता में अस्थायी/स्थायी गोवंश आश्रय स्थल की जनपद स्तरीय अनुश्रवण मूल्यांकन एवं समीक्षा समिति की बैठक कैंप कार्या लय में हुई।
जिलाधिकारी ने जनपद में संचालित समस्त गो आश्रय स्थलों में संरक्षित गोवंशों की समीक्षा की और कहां की इन गोआश्रय स्थलों में गोवंशों को संरक्षित करते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि उनके लिए चारा- पानी की पर्याप्त व्यवस्था रहे। गोवंशों की समय-समय पर चिकित्स किय जांच की जाए और उनका टीकाकरण कराया जाए। गोआश्रय स्थलों को साफ सुथरा रखा जाए और वहां पर प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था हो। सभी गो स्थलों पर चारागाह की व्यवस्था की जाए और पौधारोपण कराया जाए। जिलाधिकारी ने 01 नवम्बर, 2023 से 31 दिसम्बर, 2023 तक निराश्रित गोवंश सरंक्षण अभियान की कार्य योजना पर भी चर्चा की।
उन्होंने जनपद के समस्त विकास खण्डों/नगर पालिका, नगर पंचायतों में उपलब्ध कैटल कैचर वाहनों की स्थिति व गोवंश संरक्षण अभियान हेतु गठित संयुक्त सर्विलायन्स टीमों की कार्ययोजना की समीक्षा की। गोवंश आश्रय स्थलों में क्षमता वृद्धि यथा अतिरिक्त शेड निर्माण व नवीन अस्थायी गो आश्रय स्थलों के निर्माण के संबंध में मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से विस्तार पूर्वक चर्चा की। उन्होंने कहा कि कब्जा मुक्त चारागाहों /गोचर भूमियों को अतिक्रमण मुक्त कराते हुये गो आश्रय स्थलों से लिंक्ड कर हरा चारा उगाने की व्यव स्था की जाए।
जिलाधिकारी ने जनपद में नामित नोडल अधिकारियों द्वारा गो आश्रय स्थलों का निरीक्षणोपरान्त पायी गयी कमियों को दूर करने का निर्देश दिया। भरण पोषण/सहभागिता की धन राशि डी0बी0टी0 के माध्यम से किये जाने की भी समीक्षा जिलाधिकारी ने की। बैठक में मुख्य पशु चिकित्सा अधि कारी की अतिरिक्त सभी नोडल अधिकारी उपस्थित रहे।
गोवंश आश्रय स्थल की जनपद स्तरीय अनुश्रवण मूल्यांकन समीक्षा समिति की बैठक सं
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